मुजफ्फरनगर में एसडी और झांसी रानी मार्केट की भूमि 7 दिन में खाली करने के आदेश
एसडी इंटर कॉलेज एसोसिएशन का भूमि विवाद एक बार फिर से उठ खड़ा हुआ है। शहर के बीचोबीच एवं एसडी मार्केट एवं झांसी रानी मार्केट वाली भूमि की डीएम द्वारा कई गई जांच में नजूल भूमि एवं पालिका होने की पुष्टि होने के बाद नगर पालिका प्रशासन भी हरकत में आ गया है। जांच में यह करीब पांच हजार करोड़ रुपये की संपत्ति आंकी गई है।
इसको लेकर बुधवार को मुजफ्फरनगर पालिका के ईओ ने एसडी इंटर कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं सचिव को भूमि किराए आदि के रूप में 189 करोड़ रुपये से अधिक का नोटिस भेज उक्त राशि को सात दिन के अंदर पालिका में जमा कराने के लिए कहा है।
शैक्षिक कार्यों के लिए भूमि लेकर खड़ी कर दी मार्केट
डीएम चंद्रभूषण द्वारा तीन सदस्यीय समिति से कराई गई जांच रिपोर्ट आने के बाद नगर पालिका ईओ हेमराज ने एसडी इंटर कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं सचिव को नोटिस भेजा है। इसमें कहा गया है कि वर्ष 1952 में .5730 हेक्टेयर भूमि शैक्षिक कार्य के लिए तीस साल की लीज पर दी गई थी। उस पर न तो उस पर किसी प्रकार का व्यवसायिक निर्माण किया जा सकता था और न ही कोई व्यवसायिक गतिविधि की जा सकती थी। लेकिन इस भूमि का शैक्षिक कार्यों में प्रयोग न करने इस पर कई दुकानों का निर्माण कर उनसे किराया भी लिया जा रहा है।
यहीं नहीं 1982 में लीज भी समाप्त हो गयी है। इसके बावजूद भी भूमि को खाली नहीं किया गया। ऊपर से दुकानों का किराया लिया जा रहा है। ईओ ने तब से लेकर अब तक भूमि को व्यसायिक रूप में इस्तेमाल करने एव किराया आदि का आकलन कर एक अरब 89 करोड़ 79 लाख 80 हजार 390 रुपये एक सप्ताह के अंदर पालिका में जमा कराने के लिए लिखा है।
क्या कहते हैं डीएम चंद्रभूषण सिंह
डीएम चंद्रभूषण सिंह का कहना है कि एसोसिएशन को सात दिन का नोटिस भेजा गया है। इस अवधि में वह साक्ष्य नहीं देते हैं तो समस्त संपत्ति नगरपालिका में निहित मानी जाएगी।
<< मुख्यपृष्ठ