सोमवार, 30 सितंबर 2024

दोहरा हत्याकांड : गवाहों के मुकर जाने से कुख्यात अपराधी विनोद बावला मामले में बरी।

मुजफ्फरनगर जिले में दोहरे हत्याकांड के एक मामले में सभी चश्मदीद गवाहों के मुकर जाने के बाद अदालत ने सोमवार को कुख्यात अपराधी विनोद बावला को बरी कर दिया।

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कनिष्क कुमार सिंह ने आरोपी विनोद बावला को यह कहते हुए बरी कर दिया कि अभियोजन पक्ष अपने आरोपों को साबित करने में विफल रहा है।

आरोपी के अधिवक्ता श्यामबीर सिंह के अनुसार, पांच दिसंबर 2005 को जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के किनोनी गांव में चीनी मिल में गन्ना ले जाते समय दो किसानों नरेन्द्र और श्रवण की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

अभियोजन पक्ष के अनुसार, पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में विनोद बावला सहित आठ लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। छह आरोपियों को पहले ही दोषी ठहराया जा चुका था और 2011 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। मामले की सुनवाई के दौरान एक आरोपी की मौत हो गई। फरार होने के कारण विनोद बावला की फाइल अलग कर दी गई थी। बाद में उसके खिलाफ सुनवाई शुरू हुई, लेकिन चश्मदीद गवाह मुकर गए। इसके बाद अदालत ने उसे बरी कर दिया।

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सोमवार, 9 सितंबर 2024

यूपी में आप पार्टी की निष्क्रियता के चलते अकील राणा ने छोड़ी पार्टी

AQEEL RANA 

हाईकमान नहीं चाहता यूपी में उभरे पार्टी : अकील राणा

मुज़फ्फरनगर। यूपी में मुर्दा पड़ी आम आदमी पार्टी हाईकमान की गलत नीतियों के कारण नहीं उभर पाई। यूपी में आप संगठन सिर्फ चुनाव के समय थोड़ा बहुत सक्रिय दिखता है, फिर गुम हो जाता है। 

पश्चिम प्रान्त उपाध्यक्ष अकील राणा ने आम आदमी पार्टी हाईकमान को जिम्मेदार ठहराते हुए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देते हुए पार्टी छोड़ दी है। 

अकील राणा ने कहा कि यूपी के प्रभारी संजय सिंह तो चाहते है कि पार्टी उभरे मगर यूपी का नेतृत्व करने वाले नेता कुछ नहीं करते है। 

उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी में  जिलाध्यक्ष 10 सालो तक एक ही देखा नहीं गया होंगा मगर आप पार्टी में पिछले 10 सालों से एक ही जिलाध्यक्ष है। यही वजह है मुज़फ्फरनगर में काम करने वाले लोग पार्टी में टिक नहीं पाते है।  

संजय सिंह अच्छे वक्ता है। राज्यसभा और टीवी डिबेट में विपक्ष पर हावी रहते है लेकिन उत्तर प्रदेश में पार्टी का कोई जनाधार नहीं है इसलिए पार्टी छोड़ने पर मजबूर हुआ हूँ।

हालांकि आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली और पंजाब में जन कल्याणकारी योजनाओं को झुठलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि मैंने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की विचारधारा से प्रभावित होकर पार्टी जॉइन की थी मगर यूपी में पार्टी कुछ करना ही नहीं चाहती इसलिए हताशा और निराशा के अलावा कुछ नज़र नहीं आया। 

मुझे पार्टी में पार्टी अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल, राज्यसभा सांसद संजय सिंह द्वारा भरपूर सम्मान मिला, इसके लिए मैं सदा आभारी रहूंगा। पार्टी छोड़ना नहीं चाहता था मगर निष्क्रियता लोगो की सेवा में अड़चन बनती है इसलिए पार्टी छोड़ दी है।


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