बुधवार, 31 अगस्त 2022

उत्तम क्षमा पर्व के साथ दशलक्षण पर्व का शुभारंभ

श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र वहलना मंदिर में दशलक्षण पर्व का शुभारंभ बड़ी भक्ति भाव के साथ किया गया। जैन धर्म के दशलक्षण पर्व बुधवार से शुरू हो गए हैं। अगले 10 दिनों तक मन को शुद्ध करने वाले 10 नियमों का पालन करने हेतु प्रेरित किया जाता है, जिसका समस्त जैन समाज द्वारा पालन किया जाता है।

इस अवसर पर श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र वहलना में बड़े भक्ति भाव के साथ नित्य नियम पूजन प्रक्षाल एवं शांति धारा का आयोजन किया गया। श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र वहलना प्रबंध कमेटी के महामंत्री संजय जैन (नावला वाले, पारस टीएमटी) ने अवगत कराया कि आज प्रथम दिवस उत्तम क्षमा पर्व है। कुछ व्यक्तियों का क्रोध बहुत लंबे समय तक रहता है, कुछ व्यक्तियों का क्रोध थोड़ी देर के लिए रहता है। क्रोध एक विभाव है, एक तलवार है, जो मधुर संबंधों को काटता रहता है। क्रोध अग्नि की भट्टी है, पल भर का आवेश कई दिनों की शक्ति को नष्ट कर देता है एवं विवेक का दीपक बुझा देता है। क्रोध के दुष्परिणामों को जानकर हर व्यक्ति को अपने अंदर क्षमा भाव रखना चाहिए। आज का क्षमा पर्व यही कहता है कि कभी भी किसी से बदला लेने की भावना अपने अंदर नहीं लानी चाहिए। आपस में क्षमा याचना करके तुरंत भेदभाव को दूर कर देना चाहिए। नित्य नियम पूजन प्रक्षाल में विजय जैन, मनीष जैन, विपिन जैन, सतीश जैन, विप्लव जैन, अमित जैन, वैभव जैन, रोहित जैन, दिनेश जैन, अमन जैन, शशांक जैन, आशीष जैन आदि के साथ काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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