पारसनाथ मंदिर में मनाया गया उत्तम सत्य दिवस
मुज़फ्फरनगर।
बुढ़ाना के गांव अटाली
जैन मंदिर में दस लक्षण महापर्व के पांचवें दिन उत्तम सत्य पर्व के रूप में मनाया गया। जिसमें श्री 1008 पारसनाथ भगवान का अभिषेक एवं विश्व की शांति के लिए शांति धारा की ग एवं 64 रिद्धि महामंडल विधान किया। पंडित मनोज जैन ने उत्तम सत्य पर्व को विस्तार से समझाते हुए बताया सत्य बोलो और धर्म का आचरण करो क्रोध, लोभ, भय और हंसी, मजाक आदि के कारण ही झूठ बोला जाता है। जहा ना झूठ बोला जा सकता है, नाही झूठा व्यवहार किया जाता है। वही लोकहित का साधक सत्य धर्म होता है। हमें कठोर कर्कश मम भेदी वचनों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। जब भी बोलो हित, मित, प्रिय वचनों का प्रयोग अपने व्यवहार में लाना चाहिए तथा कहा भी गया है। ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोए औरन को शीतल करे, आप हु शीतल होय। कठोर वचन सत्य की श्रेणी में नहीं आते सत्य का संबंध तो अहिंसा से है!
अहिंसा सत्य को सौंदर्य प्रदान करती है और सत्य अहिंसा की सुरक्षा करता है। अहिंसा रहित सत्य कुरूप है और सत्य रहीत अहिंसा क्षणसथाई है। अहिंसा और सत्य एक सिक्के के दो पहलू हैं।अहिंसा के अभाव में सत्य एवं सत्य के अभाव मे अहिंसा की स्थिति नहीं है। नीतिकारो ने कहां है सत्य गले का आभूषण है, सत्य से वाणी पवित्र होती है। जैसे स्नान करने से शरीर शुद्ध हो जाता है। मंदिर प्रांगण में अनेको भक्तों ने बड़े ही बढ़ चढ़कर भाग लिया। जिसमें राकेश जैन, प्रमोद जैन, संजय जैन (टुडे टी ), हेमचंद जैन, अंकित जैन, प्रिया जैन, मोहित जैन, राजेंद्र जैन, राजीव जैन, शिवानी जैन, ईशिका जैन, शौर्य जैन, शुभम जैन , काव्या जैन, अविका जैन, पंकज जैन(अटाली) आदि भक्त शामिल रहे।
लेबल: मुजफ्फरनगर ब्रेकिंग
<< मुख्यपृष्ठ