यूपी: डेंगू के लिए अब हर जिले में डेडिकेटेड अस्पताल, मरीजों की तादाद 11 हजार पार, CM योगी ने दिया ये आदेश

यूपी के शहरों में डेंगू कहर बरपा रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक 11692 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है जबकि 11 की मौत हो गई। इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की तरह प्रदेश के हर जिले में कम से कम एक डेडिकेटेड डेंगू अस्पताल क्रियाशील करने का आदेश दिया है। इन अस्पतालों में चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता, जांच की सुविधा तथा उपचार की पर्याप्त व्यवस्था हो। इन्हें इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर (आईसीसीसी) से भी जोड़ा जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को अधिकारियों की बैठक में डेंगू और अन्य संचारी रोगों की समीक्षा करते हुए कहा कि कुछ सप्ताह से इन रोगों का दुष्प्रभाव बढ़ा है। इनकी स्क्रीनिंग के लिए सर्विलांस को बेहतर करने की जरूरत है। इस कार्य में आशा बहनों का सहयोग लें। घर-घर स्क्रीनिंग कराएं तथा लक्षणयुक्त मरीजों की पहचान करते हुए उनके समुचित इलाज की व्यवस्था कराई जाए।
आइसोलेशन वॉर्ड की संख्या बढ़ाई जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के सभी मंत्री फील्ड में बने रहें। प्रत्येक दशा में अस्पताल में हर मरीज को बेड मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि डेंगू के मरीजों के लिए हर शासकीय अस्पताल में आइसोलेशन वर्ड बनाए गए हैं। स्थानीय जरूरतों के अनुसार इनकी संख्या बढ़ाई जाए। सभी जिलों में डेंगू की जांच और प्लेटलेट्स की जांच की सुविधा होनी चाहिए।
मुख्श्मंत्री ने निर्देश दिया कि नगर विकास व पंचायती राज विभाग प्रदेशव्यापी साफ-सफाई व फॉगिंग का कार्य नियमित रूप से कराएं। डेंगू के लक्षण, कारण तथा बचाव आदि के बारे में लोगों को सही जानकारी दी जाए। प्रचार माध्यम से लोगों को इस बीमारी के कारण, प्रभाव और उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाए।
माघ मेले की तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज में त्रिवेणी तट पर आगामी माघ मेले के सुचारु आयोजन के लिए विशेष सचिव और पुलिस अधीक्षक स्तर के एक-एक अधिकारी की तैनाती तत्काल कर दी जाए। मेले की व्यवस्था के प्रति इन अधिकारियों की जवाबदेही होगी। कोविड, डेंगू व अन्य संचारी रोगों से जुड़ी सावधानियों को ध्यान में रखते हुए स्वच्छता-सैनिटाइजेशन का कार्य प्रत्येक दिन जारी रखना होगा।
क्रय केंद्र तक आने हर किसान से खरीद हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान खरीफ क्रय वर्ष में किसानों से धान की खरीद प्रारम्भ हो चुकी है। किसानों की सुविधा के दृष्टिगत सभी क्रय केंद्र क्रियाशील रहें। क्रय केंद्र तक आने वाले हर पात्र किसान से धान खरीद की जाए। उनके भुगतान में बिल्कुल विलंब न हो। कहीं भी खाद की कमी न हो। कालाबाजारी करने वालों के साथ सख्ती से निपटें।
मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि अतिवृष्टि के कारण जिन भी जिलों में किसानों की फसल का नुकसान हुआ है, उनकी क्षतिपूर्ति बिना विलंब कराई जाए। बुन्देलखण्ड क्षेत्र और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 50 जिलों के किसान प्रभावित हुए हैं। एक भी प्रभावित किसान क्षतिपूर्ति से वंचित न रहे।
दो करोड़ युवाओं को डिजिटल शक्ति से लैस करना है
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को निःशुल्क टैबलेट/स्मार्टफोन वितरण का कार्य सुचारु रूप से जारी रखा जाए। हमें अगले पांच वर्षों में दो करोड़ युवाओं को डिजिटल शक्ति से लैस करना है। बिना भेदभाव के हर छात्र-छात्रा को टैबलेट/स्मार्टफोन उपलब्ध कराया जाए।
मंत्री बोले-मोहल्ला समितियों का लें सहयोग
शहरों में डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण के लिए नगर निकाय स्थानीय प्रशासन, स्वास्थ्य और मलेरिया विभाग से सहयोग लेकर अभियान चलाएं। इसके लिए डॉक्टरों के परामर्श के अनुसार लोगों को जागरूक भी किया जाए। कालोनियों, मोहल्लों और वार्डों में बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए टाउन एरिया कमेटी व मोहल्ला समितियों का सहयोग लिया जाए। नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने शनिवार को चिकित्सकों व निकाय अधिकारियों की वर्चुअल बैठक में यह निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि बचाव के संबंध में स्कूल व कालेज गेटों पर पर्चे चिपकाते हुए विद्यार्थियों के बीच पेंटिंग, ड्राइंग व निबंध प्रतियोगिता करवाई जाए। स्कूलों व कालेजों में फागिंग, एंटी लार्वा का छिड़काव कराने के साथ परिसर की सफाई करवाई जाए। फागिंग के लिए सभी प्रकार की छोटी- बड़ी मशीनों का प्रयोग किया जाए। कामों के प्रति लापरवाही, टालमटोल का रवैया, सब ठीक है कि प्रवृत्ति से उबरें और संवेदनशील और जवाबदेह बनें।
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