रविवार, 5 फ़रवरी 2023

जमीन बचाने के लिए आंदोलन को हथियार बनाए किसान : टिकैत

मुजफ्फरनगर। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार पेंच चढ़ाकर बात करेगी तो उनका धरना चलता रहेगा। प्रशासनिक अधिकारियों को मांगों से अवगत कराया गया है। बातचीत करनी हो तो वह तैयार है। उन्होंने किसानों से कहा कि अगर उन्हें अपनी जमीन बचानी है तो आंदोलन करना होगा।

सरकुलर रोड स्थित जीआईसी मैदान में चल रहे भाकियू का धरना आठवें दिन भी जारी रहा। किसानों के बीच टिकैत ने कहा कि ऐसी आफत आ गई कि अगर दस साल पुराने ट्रैक्टर या कार किसी ने ले लिए, तो उसका इलाज बंध जाता है। कोई किसान दस साल में ट्रैक्टर नहीं खरीद सकता। बड़ी कंपनियों को लाभ देने के लिए यह काम किए जा रहे है। कर्जा दिया जाएगा उसकी रिकवरी की जाएगी। सरकार गन्ने का भाव बढ़ा नहीं रही है, भुगतान भी नहीं किया जा रहा है।


पंचायत के लिए तैयार रहे पुलिस
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने दस फरवरी को होने वाली पंचायत को लेकर प्रशासन को भी अलर्ट किया है। उन्होंने कहा कि गाजीपुर की तरह ही प्रशासन अपनी पुलिस फोर्स तैयार रखें। किसानों अपने-अपने भंडारे लगाएंगे। उन्होंने किसानों से कहा कि बाहर के कोई भी किसान नहीं आएंगे।

सपा-रालोद नेताओं ने दिया समर्थन
भाकियू के जीआईसी में दिए जा रहे धरने को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हरेंद्र मलिक, चरथावल विधानसभा से विधायक पंकज मलिक और शामली के रालोद विधायक प्रसन्न चौधरी ने आंदोलन स्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि किसानों की लड़ाई कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेंगे। सरकार ने किसानों के साथ वादा खिलाफी की है। मलिक ने कहा कि हमारा मकसर किसानों की समस्याओं का समाधान कराने का है।

राष्ट्रीय महिला एकता संगठन ने भी किया धरना शुरु
भाकियू के धरना स्थल पर ही उनके समर्थन में राष्ट्रीय महिला एकता संगठन ने भी अपना धरना शुरु कर दिया। इस दौरान संगठन से जुड़ी बडी संख्या में मंगलामुखी भी धरने में शामिल हुई। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार नें किसान त्रस्त है। सरकार को किसानों के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने नारेबाजी भी की।

बेनतीजा रही बातचीत
जीआईसी मैदान में पहुंचे अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह, पुलिस अधीक्षक नगर अर्पित विजयवर्गीय, उप जिलाधिकारी परमानंद झा, जिला गन्ना अधिकारी आरडी द्विवेदी समेत अन्य अधिकारियों ने पहुंचकर भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत से बात की। हालांकि इस बार की बातचीत के बाद भी कोई हल नहीं निकल सका। भाकियू पदाधिकारियों ने अधिकारियों के सामने अपनी सभी मांगों को दोहराया