50 हजार किसानों के खेतों में खड़ा एक करोड़ क्विंटल अतिरिक्त गन्ना
मुजफ्फरनगर। जिले के 50 हजार किसानों के खेतों में एक करोड़ क्विंटल अतिरिक्त गन्ना खड़ा है। मार्च माह का दूसरा सप्ताह चल रहा है, लेकिन अभी तक चीनी मिलों को अतिरिक्त आवंटन की प्रक्रिया नहीं हो पाई है। चीनी मिल और गन्ना विभाग दसवें पक्ष में अतिरिक्त गन्ने के लिए सर्वे कराते हैं। मगर, अभी तक यह सर्वे शुरू नहीं हो पाया है।
जिले में गन्ना मुख्य फसल है। कुल दो लाख दस हेक्टेयर कृषि भूमि में से एक लाख 71 हजार 236 हेक्टेयर जमीन में गन्ने की खेती हो रही है। कुल 15 करोड़ क्विंटल गन्ने का उत्पादन होता है। लगभग साढे़ नौ करोड़ क्विंटल गन्ना चीनी मिलों को जाता है।
पेराई सत्र के प्रारंभ में चीनी मिलों को गन्ने का जो आवंटन हुआ है, किसानों के पास उससे अतिरिक्त लगभग एक करोड़ क्विंटल गन्ना है। करीब 50 हजार किसान गन्ना आवंटन को लेकर परेशान हैं। मार्च माह का दूसरा सप्ताह चल रहा है और गर्मी शुरू होने जा रही है, ऐसे में गन्ना कटाई को लेकर किसान परेशान है।
किसान विजयपाल, विकास, मिंटू का कहना है कि चीनी मिल दसवां पक्ष पूरा होने के बाद खेतों में खड़े गन्ने का आवंटन कराती है। भैसाना चीनी मिल को छोड़कर किसी भी चीनी मिल का दसवां पक्ष अभी तक शुरू नहीं हुआ। ऐसी स्थिति में अब तक सर्वे शुरू हो जाना चाहिए था।
25 मार्च तक हो जाएगा गन्ना आवंटन
जिला गन्ना अधिकारी ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि जिले की एक चीनी मिल का दसवां पक्ष चल रहा है। उसके क्षेत्र के किसानों का अतिरिक्त गन्ने का आवंटन जल्द हो जाएगा। कुछ का आठवां और कुछ का नौवां सप्ताह चल रहा है। 25 मार्च तक अधिकतम किसानों के खेतों के सर्वे के बाद अतिरिक्त गन्ने का आवंटन चीनी मिलों को हो जाएगा।
पिछले साल हुई 9.82 करोड़ की पेराई
जिले में वर्ष 2021-22 में 9.82 करोड़ क्विंटल गन्ने की पेराई हुई। इस वर्ष अब तक साढे़ सात करोड़ क्विंटल गन्ने की पेराई हो चुकी है। इस बार भी पिछले वर्ष के बराबर ही पेराई होने की संभावना है। किसानों के खेतों में कुल लगभग दो करोड़ क्विंटल गन्ना है। इसमें एक करोड़ क्विंटल ऐसा है, जिसका सट्टा पहले ही हो चुका है।
<< मुख्यपृष्ठ