बुधवार, 23 फ़रवरी 2022

पालिका की तीसरी एलईडी स्क्रीन पर भ्रष्टाचार के आरोप

भोपा पुल के समीप लगी तीसरी एलईडी स्क्रीन को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे है। यह मामला सोशल मीडिया पर यह मामला छाया हुआ है। एडीएम प्रशासन ने इस मामले में जांच कराने के आदेश दिए है। वहीं नगर पालिका के टीएस आरडी पोरवाल का कहना है कि तीसरी एलईडी स्क्रीन लगवाने के लिए नगर पालिका से अनुमति दी गई है और इसका पालिका कोष में 31 मार्च 2022 तक का पैसा भी जमा है।

नगर पालिका के विभिन्न मामलों में भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे है। शहरी क्षेत्र में झांसी रानी और महावीर चौक पर लगी एलईडी स्क्रीन पहले से ही विवादों में रही है। झांसी रानी चौक पर लगी एलईडी स्क्रीन को लगाने के लिए हरे भरे पेडों को काटा गया था। इस मामले में पालिकाध्यक्ष ने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था। वहीं पालिकाध्यक्ष ने इस एलईडी स्क्रीन को हटाने की कार्रवाई भी शुरू की थी, लेकिन बाद में पालिकाध्यक्ष आराम से बैठ गई। अब फिर से शहरी क्षेत्र में तीसरी एलईडी स्क्रीन लगी है। यह भोपा पुल के समीप लगाई गई है। आरोप है कि नियमों को ताक पर रखते हुए इस एलईडी स्क्रीन को बीच सड़क पर लगाया गया है जो पूरी तरह से यातायात के नियमों के विरुद्ध है। इसी तरह से एक एलईडी स्क्रीन को शिवचौक पर सड़क मार्ग अवरुद्ध करते हुए रातोंरात लगाने का प्रयास किया गया था लेकिन तत्कालीन डीएम सेल्वा कुमारी जे. के द्वारा रात में ही संज्ञान लिए जाने पर सिटी मजिस्ट्रेट ने एलईडी स्क्रीन का स्ट्रक्चर हटवा दिया था।

“भोपा पुल के समीप लगी तीसरी एलईडी स्क्रीन लगाने का मामला संज्ञान में आया है। यह एलईडी स्क्रीन नियामों के अनुसार लगाई गई है या नहीं इसकी जांच कराई जा रही है। इस मामले की जांच पूरी होने पर ही कुछ कहा जा सकता है।”

नरेन्द्र बहादुर सिंह, एडीएम प्रशासन

“भोपा पुल के समीप लगी तीसरी एलईडी स्क्रीन नियामों के अनुसार लगाई गई है। इस एलईडी स्क्रीन को सड़क पर लगवाने के लिए नगर पालिका से अनुमति दी गई है। वहीं नगर पालिका में 31 मार्च 2022 तक का पैसा भी जमा है।”

आरडी पोरवाल, टीएस नगर पालिका

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