तस्करी के सवा तीन किलो सोने की कस्टम समेत कई कर विभाग करेंगे जांच
शहर कोतवाली पुलिस ने मंगलवार शाम सर्राफ की दुकान पर सोने के बिस्कुटों को गलाने के लिए आए शाहजेब निवासी खालापार, अबुसमा निवासी बझेडी, जकी निवासी जसवंतपुरी व फकरुद्दीन निवासी रुड़की को हिरासत में ले लिया। पकड़े गए सोने के तस्करों से पुलिस ने सवा तीन किलो सोना बरामद किया। यह सोना सऊदी अरब से तस्करी कर शहर में लाया गया था। चारों युवको से पुलिस ने गहनता के साथ पूछताछ की। पुलिस ने बरामद किए सोने को सीज करते हुए इस मामले की सूचना इनकम टैक्स, सैलटेक्स, जीएसटी व कस्टम विभाग को दी। पकड़े गए तस्करों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुचलके पर उन्हें परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस इस मामले में अभी सोना खरीदने वाले सर्राफ की तलाश कर रही है। पुलिस का कहना कि भगतसिंह रोड का एक सर्राफ तस्करी से लाए गए सोने को गलाने के बाद खरीदता है। पुलिस की कार्रवाई के बाद वह फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
--कमीशन पर लाते है सोना, मुख्य तस्कर की तलाश
पुलिस सूत्रों की माने तो पकड़े गए चारों युवक कमीशन पर विदेश से सोने के बिस्कुट लेकर आते है। उनके इसके बदले कमीशन दिया जाता है। अधिकतर लोग बिजनेस वीजा पर दुबई व सऊदी अरब जाते है और वहां से सोना छिपाकर लाते है। कस्टम विभाग की मिलीभगत से सोना एयरपोर्ट से निकाला जाता है। दिल्ली एयरपोर्ट पर सख्ती होने के बाद सोने के तस्कर पिछले काफी समय से लखनऊ एयरपोर्ट के जरिये सोना ला रहे थे। हालांकि अब लखनऊ एयरपोर्ट पर कई बार सोने के तस्कर सोन के बिस्कुटों के साथ पकड़े जा चुके है। सूत्रों की माने तो सोने की तस्करी के लिए कई युवकों को कमीशन का लालच देकर विदेश भेजा जाता है। वह मुख्य तस्कर के कहने और पैसा उपलब्ध कराने पर सोना लेकर यहां पहंुचते है। सेफ तरीके से सोना शहर में पहुंचाने के बाद युवकों को कमीशन दिया जाता है। पुलिस मुख्य तस्करों की तलाश कर रही है। हालांकि जनपद में सोने के तस्करी में कई लोग संलिप्त है।
तस्करों के खिलाफ छपार व थाना सिविल लाइन में है मामले दर्ज
पुलिस की माने तो सोने की तस्करी के मामले में जनपद के छपार थाने व थाना सिविल लाइन में तस्करों के खिलाफ मामले दर्ज है। लगभग पांच साल पूर्व छपार पुलिस ने सोने की तस्करी करने वाले कई युवकों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से सऊदी अरब से तस्करी कर लाए गए सोने के बिस्कुट बरामद हुए थे। इसके अलावा थाना सिविल लाइन पुलिस ने मोहल्ला जसवंतपुरी निवासी एक व्यक्ति व उसके साथियों को तीन साल सोने के बिस्कुटों के साथ वहलना के पास से गिरफ्तार किया था। ये लोग कार में सोना छिपाकर ला रहे थे। पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था, लेकिन कोई सख्त कार्रवाई न होने पर फिर से ये लोग सोने की तस्करी में संलिप्त है।
--चार साल पूर्व एनआईए ने दी थी दबिश
देश की अर्थ व्यवस्था को सोने की तस्करी को नुकसान पहुंचाने वाले व आतंकी संगठन की मदद करने वाले लोगों की तलाश में एनआईए ने वर्ष 2018 में दबिश दी थी। एनआईए ने हवाला के जरिये आतंकी संगठन की मदद करने के आरोप में दो सर्राफ कारोबारियों को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ के बाद एनआईए ने जनपद के गांव बागोवाली, बझेडी, रथेडी, खुड्डा, खामपुर, दधेडू व कुटेसरा में बिश दी थी। एनआईए ने सोने की तस्करी मंे संलिप्त कई लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस दिए थे, लेकिन उस समय कड़ी कार्रवाई न होने पर तस्करी करने वाले लोगों के हौंसले बुंलद है और ये लोग लगातार सोने की तस्करी कर रहे हैं।
--अकूत सम्पत्ति के मालिक है सोने के तस्कर
सोने के तस्करी करने वाले तस्कर अकूत सम्पत्ति के मालिक है। उन्होंने पिछले दस सालों के भीतर करोडों रुपए की सम्पत्ति सोने की तस्करी कर अर्जित की है। जनपद की लोकल इंटीजेंस ने कई बार उनके पासपोर्ट निरस्त कराने की कार्रवाई की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके अलावा करोडों रुपए की सम्पत्ति अर्जित करने के मामले में भी कार्रवाई नहीं हुई है।
लेबल: मुजफ्फरनगर ब्रेकिंग
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