मंगलवार, 20 दिसंबर 2022

मेरठ शहर के बीच से न जाना पड़े, मंत्री कपिल देव ने मांगा नया बाईपास

सहारनपुर एवं देहरादून-हरिद्वार आदि की ओर से आने जाने वालों को सीधे गढ़ रोड एवं हापुड़ हाईवे से जोड़ने के लिए राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल की पहल पर मेरठ में नए बाईपास बनने की आस जगी है। केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कपिल देव अग्रवाल के पत्र को कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारी को भेजा है। राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने मेरठ कमिश्नर शैलवा कुमारी जे को भी इस प्राजेक्ट को शुरू करने के लिए कहा है।

इसलिए जरूरी है मेरठ में नया बाईपास

व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, मुजफ्फरनगर की ओर एनएच 58 से होकर से गढ़ अथवा बुलंदशहर-आगरा आदि स्थानों पर जाने के लिए लिए मेरठ महानगर, मेरठ कैंट एवं शास्त्रीनगर के बीच होकर गुजरना पड़ता है। मेरठ में अत्याधिक भीड़ होने पर यात्रियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए एनएच 58 को गढ़ रोड एनएच 709 ए और हापुड़ रोड एनएच 339 से जोड़ने की मांग उठाई गई और 27 अक्टूबर को केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी को पत्र भेजा था। इस पत्र के जवाब में केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी की ओर से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने कपिल देव अग्रवाल को पत्र भेजकर जानकारी दी है कि आपके पत्र को कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारी को भेज दिया गया है।

मेरठ वासियों के लिए भी सुलभ होगा यातायात

एनएन 58 से होते हुए गढ़ अथवा बुलंदशहर जाने वाले वाहनों को मेरठ महानगर के अंदर से होकर जाना नहीं पड़ेगा। इससे मेरठ शहर के अंदर का यातायात भी सुलभ हो जाएगा।

कई जिलों के लिए आसान हो जाएगा सफर

नया बाईपास बनता है तो इससे देहरादून, रुड़की मुजफ्फरनगर एवं उत्तराखंड के अन्य जनपदों के यात्रियों का सफर तो आसान होगा ही, दूसरे हापुड़, अलीगढ़, बुलंदशहर आदि की ओर से एनएच 58 पर आने वाले यात्रियों के लिए भी यात्रा सुलभ होगी। इसके अलावा हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, इटावा बरेली, रामपुर शाहजहांपुर एवं लखनऊ आने जाने का भी रास्ता सुलभ हो जाएगा।

टोल प्लाजा एवं दौराला के बीच नए बाईपास का सुझाव

कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि नए बाईपास का निर्माण बाई ओर टोल प्लाजा से दौराला के बीच कहीं से भी निकाले जाने का सुझाव है। कारण दौराला के बाद कहीं नया बाईपास निकालना आसान नहीं है। दूसरे दौराला से भीड़ भाड़ भी शुरू हो जाती है।

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