तिरंगा लाइट की जांच में उजागर हुआ गड़बड़झाला
नगर पालिका के प्रथ प्रकाश विभाग के द्वारा शहरी क्षेत्र में तिरंगा एलईडी लाइट लगाने के लिए टेंडर किया गया था। यह टेंडर शहर के एक चर्चित फर्म को दिया गया है। शहरी क्षेत्र के मुख्य मार्गों पर करीब 282 पोल पर करीब 18 मीटर तिरंगा एलईडी लाइट लगाने के लिए टेंडर दिया गया था। ठेकेदार के द्वारा प्रत्येक पोल पर करीब 12 मीटर तिरंगा लाइट लगाई गई। इस मामले को लेकर कुछ लोगों ने जिला प्रशासन से शिकायत की। एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह ने तिरंगा लाइट की जांच के आदेश डिप्टी कलेक्टर अशोक कुमार को दिए। जांच शुरू हुई तो प्रत्येक पोल पर छह छह मीटर तिरंगा एलईडी लाइट कम पायी गई। मामले को दबाने के लिए ठेकेदार के द्वारा तत्काल प्रभाव से प्रत्येक पोल पर छह मीटर तिरंगा लाइट को बढाकर 18 मीटर किया गया।
“तिरंगा एलईडी लाइट के संबंध में जांच पूरी कर एडीएम प्रशासन को सौंप दी गई है। इस संबंध में मैं कुछ भी बताने के लिए अधिकृत नहीं हूं। इस मामले की जानकारी एडीएम प्रशासन ही दे पाएगे।”
अशोक कुमार, डिप्टी कलेक्टर
“शहरी क्षेत्र में करीब 282 पोल पर तिरंगा एलईडी लाइट लगाने का कार्य अभी चल रहा है। प्रत्येक पोल पर 18 मीटर तिरंगा लाइट लगायी जा रही है। कुछ पोल पर तिरंगा लाइट खराब हो गई थी उसे बदला गया है। वहीं कुछ पोल पर ठेकेदार ने एक ही जगह तिरंगा एलईडी लाइट को लपेट दिया था। बाद में उक्त पोल पर फैलाकर तिरंगा लाइट लगायी गई है।”
हेमराज सिंह, ईओ नगर पालिका
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