शहीद जवान अमित की अंतिम विदाई में उमड़ा जनसैलाब
पश्चिम बंगाल में ड्यूटी के दौरान नदी में नोका डूबने से शहीद हुए गांव खरड़ निवासी बीएसएफ जवान अमित का पार्थिव शव गांव में पहुंचने से पहले ही श्रद्धांजलि देने लोग गांव की ओर उमड़ पड़े। राजकीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम संस्कार किया गया। प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल एवं भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत व अन्य नेता भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
शहीद सैनिक के पार्थिव शरीर को लेने के लिए हजारों की संख्या में ग्रामीण ट्रैक्टर-ट्राली, बाइक व कारों के द्वारा फुगाना जमा हो गए। गांव के बाहर से उनके पार्थिव शरीर को एक ट्रैक्टर ट्राली में रखकर लाया गया। जब तक सूरज चांद रहेगा, तब तक शहीद अमित का नाम रहेगा व भारत माता की जय के नारे बुलंद हो रहे थे। जगह-जगह शहीद पर पुष्पवर्षा की गई। शहीद के पार्थिव शरीर को कुछ देर के लिए उनके आवास पर लाया गया। जहां अंतिम दर्शन के बाद उनके पार्थिव शरीर को श्मशान घाट पर ले जाया गया। जहां राजकीय सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर को पंच तत्वों में विलीन किया गया। उनके 5 वर्षीय पुत्र आरव ने मुखाग्नि दी।
मंत्री एवं कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
गांव खरड़ के श्मशान घाट में राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल, भाकियू सुप्रीमो चौधरी नरेश टिकैत, विधायक राजपाल बालियान, विधायक पंकज मलिक, पूर्व मंत्री योगराज सिंह, पूर्व विधायक उमेश मलिक, विवेक बालियान, नितिन मलिक, रालोद जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर, प्रधानपति विकास कुमार आदि ने शहीद सैनिक को श्रद्धांजलि दी।
परिजनों का रो रोकर बुरा हाल, जांच की मांग
शहीद अमित कुमार अपनी पत्नी बबीता, बेटी 9 वर्षीय अवनी व 6 वर्षीय अंशु और छोटा बेटे 5 वर्षीय आरव को छोड़ गया है । घटना की सूचना के बाद पूरा गांव शोक में डूबा है। परिजनों में कोहराम मचा है। अमित के पिता चंद्रपाल सिंह का कहना है उन्हें बताया गया है कि नदी में नोका पलटने से अमित शहीद हुआ है लेकिन इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने इसकी सीबीआई से जांच की मांग की है।
लेबल: मुजफ्फरनगर ब्रेकिंग
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