बुधवार, 23 फ़रवरी 2022

पुतिन का इनकार-यूक्रेन पर खतरा बरकरार! ये 10 सैटेलाइट तस्वीरें खोल रहीं रूस के दावों की पोल

स्टोरी हाइलाइट्स

  • यूक्रेन सीमा पर बढ़े रूसी सैनिक
  • सैन्य वाहन और हथियार देखे गए

Russia-Ukraine War: रूस ने अब यूक्रेन से जंग की तैयारी तेज कर दी है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भले ही कितना भी इनकार क्यों न करें, लेकिन रूस ने सैनिक और हथियारों की तैनाती बढ़ा दी है. स्पेस टेक्नोलॉजी फर्म Maxar Technologies से मिली सैटेलाइट तस्वीरों में रूसी सैनिकों और रसद की मौजूदगी का पता चला है. तस्वीरों में कई और नई जगहों पर रूसी सेना की तैनाती की बात सामने आई है. 

रूस ने ये कदम तब उठाया है जब अमेरिका और यूरोपीय देशों की ओर से उस पर प्रतिबंध लगने शुरू हो गए हैं. इससे पता चलता है कि रूस प्रतिबंधों और दबावों के आगे भी झुकने को तैयार नहीं है. सैटेलाइट तस्वीरों में बेलगोरोड के पास नई मिलिट्री लोकेशंस का पता चला है. बेलगोरोड डोनेत्स्क के पास ही है.

10 सैटेलाइट तस्वीरों में देखें रूस के एक्शन....

कुछ हफ्ते पहले जो तस्वीरें सामने आई थीं, उसमें बेलारूस के वीडी बोलशोय बोकोव एयरोड्रोम खाली दिख रहा था.

 

लेकिन 22 फरवरी की तस्वीरों में यहां मिलिट्री एक्टिविटी देखी गई है. जिस एयरफील्ड में अब मिलिट्री एक्टिविटी देखने को मिल रही है, वो यूक्रेन की सीमा से 40 किमी दूर है.

उत्तरी बेलारूस में मोजिर (Mozyr) के पास 100 से ज्यादा सैन्य वाहन और दर्जनों शेल्टर दिख रहे हैं.

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पश्चिमी रूस में भी नई तैनाती देखी गई है. सैनिक और सैन्य उपकरण बेलगोरोड के पास ग्रामीण इलाकों में तैनात किए गए हैं. ये जगह यूक्रेन की सीमा से महज 20 किमी दूर है.

21 फरवरी को ली गई सैटेलाइट तस्वीरों में ये भी देखा गया है कि रूस ने बेलगोरोड के पास एक नया फील्ड अस्पताल भी बना लिया है.

पश्चिमी रूस के पोचेप नाम की जगह में भी रूस के सैनिकों की तैनात किए जाने की तैयारी हो रही है. सैटेलाइट तस्वीरों में यहां पर दर्जनों सैन्य वाहन दिख रहे हैं. इसके साथ ही यहां पर जमीन को भी सैनिकों और उपकरणों की तैनाती के लिए तैयार किया जा रहा है.

मक्सार टेक्नोलॉजी से मिली तस्वीरों में क्लिंत्सी (Klintsy) में भी हेवी इक्विपमेंट ट्रांसपोर्टर्स (HET) देखे गए हैं, जिनका इस्तेमाल टैंक, आर्टिलरी और भारी उपकरणों का लाने-ले जाने के लिए किया जाता है. ये जगह यूक्रेन की पूर्व सीमा से करीब 40 किमी दूर है.

इसके अलावा बेलगोरोड से सटे कई इलाकों में भी रूसी सैनिकों की मौजूदगी देखी गई है. 21 फरवरी की तस्वीरों में बेलगोरोड के दक्षिण-पश्चिम में कुछ सैन्य वाहन और शेल्टर्स दिख रहे हैं.

क्रेसनी ओक्त्याब्र (Krasny Oktyabr) में भी कुछ अस्थायी सैन्य शेल्टर के साथ-साथ सैन्य उपकरण देखे गए हैं.

बेलगोरोड के दक्षिण-पश्चिम में वेस्योलाया लोपान (Vesyolaya Lopan) में स्थित एक रेलयार्ड पर सैन्य वाहन और हथियार भी सैटेलाइट तस्वीरों में सामने आए हैं.

रूस पर प्रतिबंधों का असर भी नहीं

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने सोमवार को पूर्वी यूक्रेन के डोनेत्स्क और लुहंस्क को अलग देश के तौर पर मान्यता दे दी थी. इसके साथ ही उन्होंने इन इलाकों में रूसी सेना भेजने के आदेश भी दे दिए थे. 

रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने आदेश देते हुए कहा कि वो इन इलाकों में शांति के लिए सेना भेज रहे हैं. हालांकि, अमेरिका समेत पश्चिमी देश इसे हमला मान रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि मिलिट्री फोर्स के साथ किसी देश की सीमा में जाना गैरकानूनी है, भले ही इसे आक्रमण की बजाय कुछ और ही क्यों न कहा गया हो. 

यूक्रेन के आसपास पहले से ही 1.5 लाख से ज्यादा रूसी सैनिक तैनात हैं. इसके अलावा यूक्रेन से सटे बेलारूस में भी हजारों रूसी सैनिक मौजूद हैं. अब डोनेत्स्क और लुहंस्क में भी रूसी सैनिक पहुंच गए हैं. माना जा रहा है कि रूस कभी भी यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान कर सकता है.

चेतावनियों के बावजूद रूसी सेना की बढ़ती मौजूदी के बाद रूस पर प्रतिबंध लगने भी शुरू हो गए हैं. अमेरिका ने रूस के दो बड़े वित्तीय संस्थानों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं. ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन ने भी रूस के बैंकों को निशाने पर लिया है. जर्मनी ने रूस के एक बड़े गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट को रोक दिया है. हालांकि, इन प्रतिबंधों का असर रूस पर देखने को नहीं मिल रहा है.

 

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