शुक्रवार, 19 अगस्त 2022

हाथी-घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की

जनपद में दूसरे दिन भी भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया। शहर और कस्बों में स्थित मंदिरों को रंगबिरंगी लाइट और फूल मालाओं से भव्य रूप से सजाया गया। श्रद्धालुओं ने कन्हैया का व्रत रखते हुए मंदिरों में पहुंचकर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की। देर रात्रि में मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। अर्द्धरात्रि में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होने पर मंदिरों में ढोल नगाड़े और शंख मृदंग आदि गूंज उठे। सभी श्रद्धालुओं के द्वारा हाथी-घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की जयघोष से वातावरण गुंजायमान हुआ। देर रात्रि में मंदिरों में भगवन श्रीकृष्ण की महाआरती और प्रसाद का वितरण किया गया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने चन्द्रमा को अर्घ्य (अरग) देते हुए पूजा कर अपना व्रत खोला।

शुक्रवार को दूसरे दिन भी भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के त्योहार बड़े धूमधाम के साथ मनाया है। सुबह को श्रद्धालुओं ने व्रत रखते हुए भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना की। वहीं घरों में स्थापित लड्डू गोपाल का अभिषेक करते हुए उन्हें सुन्दर पोशक पहनायी गई। लड्डू गोपाल को सुन्दर और भव्य रूप से सजाया गया। वहीं मंदिरों में भगवान शिव, हनुमान और राधा कृष्ण आदि की सुन्दर झांकिया सजाए गई। कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में देर रात्रि में श्रीराधा कृष्ण की झांकी निकाली गई। शाम को रुड़की रोड स्थित राधा कृष्ण मंदिर, नई मंडी स्थित बाला जी धाम, श्रीगणेश धाम, श्रीखाटूश्याम मंदिर, गांधी कालोनी स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर, सदर बाजार स्थित मां दुर्गा मंदिर, काली नदी स्थित श्री बोधोत्सव आश्रम मंदिर, पंचमुखी, साकेत, लक्ष्मण विहार, रामपुरी आदि मोहल्लों में स्थित मंदिरों श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया। विभिन्न मंदिरों में राधा कृष्ण का कीर्तन आदि भी किया गया। करीब रात्रि के 12 बजे तक मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन करते हुए विधि विधान के साथ उनकी पूजा अर्चना की। देर रात्रि में चन्द्रमा निकलने पर श्रद्धालुओं ने अर्घ्य (अरग) दिया। इसके बाद मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण की महाआरती की गई। इसके बाद श्रद्धालुओं ने भगवान को भोग लगाते हुए अपना व्रत खोला।

मंदिरों के बाहर की गई सफाई

मुजफ्फरनगर। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर नगर पालिका के द्वारा मंदिरों के बाहर और आस पास के क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखा गया। सफाईर कर्मचारियों ने यहां पर दिन में करीब तीन बार सफाई की। ईओ हेमराज सिंह ने बताया कि मंदिरों के बाहर सफाई कराने के लिए सख्त निर्देश सफाई कर्मचारियों को दिए गए थे। मंदिरों के बाहर कलीचूना भी डलवाया गया है।

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