गुजरात: भूपेंद्र पटेल आज लेंगे CM पद की शपथ, मंत्रिमंडल में इन चेहरों को मिल सकती है जगह

गुजरात में ऐतिहासिक जीत के बाद भूपेंद्र पटेल सोमवार को लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. पटेल के साथ कुछ नए मंत्रियों के भी शपथ लेने की संभावना है. मंत्रिमंडल में अनुभवी चेहरों के साथ-साथ युवाओं का एक कॉम्बीनेशन देखने को मिलेगा. बीजेपी ने भूपेंद्र पटेल के शपथ ग्रहण को मेगा शो बनाने की पूरी तैयारी कर ली है. इस शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार शाम को ही अहमदाबाद पहुंच गए हैं. इसके अलावा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री भी कार्यक्रम में शामिल होंगे.
भूपेंद्र पटेल (60 साल) दोपहर 2 बजे गांधीनगर में नए सचिवालय के पास हेलीपैड ग्राउंड में 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. उनको राज्यपाल आचार्य देवव्रत पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. इससे पहले 8 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भूपेंद्र पटेल ने नई सरकार के गठन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए शुक्रवार को पूरे मंत्रिमंडल के साथ मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
भूपेंद्र पटेल को चुना गया विधायक दल का नेता
गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रचंड जीत हासिल की है. 182 सदस्यीय सदन में बीजेपी ने रिकॉर्ड 156 सीटें जीतकर लगातार सातवीं बार जीत दर्ज की है. कांग्रेस ने 17 सीटों पर और आम आदमी पार्टी ने 5 सीटों पर जीत हासिल की है. शनिवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक में भूपेंद्र पटेल को एक बार फिर नेता चुना गया. उसके बाद उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की और अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया था.
1.92 लाख रिकॉर्ड वोटों से जीते भूपेंद्र
भूपेंद्र पटेल ने चुनाव में सबसे ज्यादा 1.92 लाख वोटों के अंतर से घाटलोडिया सीट जीती है. भूपेंद्र की लो-प्रोफाइल बीजेपी नेताओं में गिनती होती है. वे कड़वा पाटीदार समाज से सीएम बनने वाले पहले नेता हैं. उन्होंने सितंबर 2021 में पहली बार विजय रूपाणी की जगह ली थी.
मंत्रिमंडल को लेकर इन नामों की चर्चा
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी में नए मंत्रिमंडल को लेकर अंतिम दौर में मंथन चल रहा है. पार्टी के सामने जाति और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व को साधने की सबसे बड़ी चुनौती है. मंत्रिमंडल में विजय रूपाणी और भूपेंद्र पटेल कैबिनेट के कुछ अनुभवी चेहरों को फिर से मौका दिए जाने की संभावना है. इसके साथ ही पार्टी युवाओं और महिलाओं को भी प्रतिनिधित्व देने की तैयारी में है. वहीं, हार्दिक पटेल के नाम को लेकर कहा जा रहा है कि फिलहाल उनके मंत्री बनने की संभावना ना के बराबर है.
अब तक जिन विधायकों के मंत्री बनने की चर्चाएं तेज हैं, उनमें...
आदिवासी नेता- गणपत वासावा, नरेश पटेल, जीतू चौधरी, पीसी बरांडा (पूर्व आईपीएस), कुबेर डिंडोर और दर्शना देशमुख को जगह मिल सकती है.
SC समाज- रमनलाल वोरा
पाटीदार- ऋषिकेश पटेल, राघवजी पटेल, वीनू मोरडिया, जयेश रादडिया
ओबीसी- अल्पेश ठाकोर, पुरुषोत्तम सोलंकी या उनके भाई हीरा सोलंकी, कुंवरजी बावलिया, जगदीश विश्वकर्मा, शंकर चौधरी
जैन- हर्ष संधवी
जानिए इन चेहरों के बारे में...
ऋषिकेश पटेल: ऋषिकेश पटेल एक साल के लिए बनी भूपेंद्र पटेल सरकार में आरोग्य मंत्री थे. पाटीदार होने की वजह से और उत्तर गुजरात से होने की वजह से पाटीदार नेतृत्व को लेकर उन्हें कैबिनेट मंत्री के तौर पर एक बार फिर सरकार में स्थान मिल सकता है.
कुंवरजी बावलिया: कोली समाज के बड़े नेता के तौर पर जाने जाते हैं. वह विजय रुपानी सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं.
जयेश रादडिया: विठ्ठल रादडिया के बेटे और सौराष्ट्र में को-ऑपरेटिव सेक्टर में बड़ा नाम रखने वाले जयेश रादडिया विजय रूपाणी सरकार में बतौर कैबिनेट मंत्री थे. हालांकि भूपेंद्र सरकार में उन्हें पहले जगह नहीं मिली थी.
गणपत वसावा: आदिवासी नेता और आनंदी बेन सरकार से लेकर विजय रूपाणी सरकार में बतौर मंत्री के तौर पर सरकार में काम कर चुके गणपत वसावा को इस बार भूपेंद्र सरकार के कैबिनेट में जगह मिल सकती है.
रमणलाल वोरा: मोदी सरकार में मंत्री थे. लेकिन 2017 का चुनाव हार गये थे. इस बार इडर सीट से चुनाव लड़कर जीते हैं. सरकार चलाने का अनुभव होने की वजह से उनका नाम कैबिनेट मंत्री के तौर पर चर्चा में है.
राघवजी पटेल: भूपेंद्र पटेल सरकार में कृषि मंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं. उन्हें इस बार भी मंत्री मंडल में स्थान मिल सकता है.
कनु देसाई: दक्षिण गुजरात से आने वाले कनु देसाई भूपेंद्र पटेल सरकार में बतौर वित्तमंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं. इस बार भी उन्हें कैबिनेट में जगह मिल सकती है.
हर्ष सांघवी: दक्षिण गुजरात से आते हैं. भूपेंद्र पटेल सरकार में बतौर गृह मंत्री के तौर पर कार्य करते थे. हर्ष पिछले एक साल में लगातार अपने काम को लेकर चर्चा में रहे.
किरीट सिंह राणा: भूपेंद्र पटेल सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर पर शामिल थे.
शंकर चौधरी: आनंदी बेन पटेल सरकार में मंत्री थे. हालांकि वह 2017 में चुनाव हार गये थे. इस बार थराद सीट से चुनाव जीता है. उन्हें भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.
बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिलों को भी मिलेगा 'इनाम'
- इसके अलावा, एक से दो महिलाओं को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. इनमें पायल कुकरानी या मनीषा वकील का नाम चर्चा में है. सौराष्ट्र से पहली बार चुनाव लड़ने और जीतने वाले तीन से चार विधायकों को भी मंत्री पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है.
- जिन जिलों के नतीजे 2017 के मुकाबले इस बार बेहतर रहे हैं, वहां के एक विधायक को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है.
- अमरेली जिले में बीजेपी को 2017 के मुकाबले काफी अच्छा रिजल्ट मिला है, यहां 2017 में बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिली थी, इस बार एक भी सीट कांग्रेस को नहीं मिली है. अमरेली जिले के विधायक में से एक को कैबिनेट में जगह मिलने की संभावना है.
-बनासकांठा, आणंद, जूनागढ़, वलसाड, छोटाउदयपुर जिले के विधायकों भी कैबिनेट में जगह मिल सकती है.
ये लोग शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहेंगे
यूपी की राज्यपाल और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस, गोवा के सीएम प्रमोद सावंत, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह समेत अन्य बीजेपी शासित 12 से ज्यादा राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को बुलाया गया है. इसके अलावा, 5 राज्यों के पूर्व मुख्यमंत्री, नितिन गडकरी, मनसुख मंडाविया, पुरुषोत्तम रुपाला समेत 7 से ज्यादा केंद्रीय मंत्री और बीजेपी संसदीय बोर्ड के सदस्यों को भी निमंत्रण भेजा गया है.
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