मंगलवार, 31 मई 2022

'सलमान खान को मारेंगे...', जब पुलिस कस्टडी में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने दी थी धमकी, वीडियो हो रहा वायरल

स्टोरी हाइलाइट्स

  • सलमान को निशाना बनाने वाला था गैंगस्टर
  • लॉरेंस बिश्नोई का पुराना वीडियो वायरल
  • सलमान को मारने की कही थी बात

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई चर्चा में बना हुआ है. सालों पहले गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने सलमान खान को मारने की धमकी दी थी. जेल में रहते हुए लॉरेंस बिश्नोई ने दबंग खान के मर्डर की बात कही थी. लॉरेंस बिश्नोई का सलमान को जान से मारने की धमकी देने वाला वीडियो अब सामने आया है. ये वीडियो 2021 का है.

लॉरेंस बिश्नोई का वीडियो वायरल
ये Exclusive वीडियो साल 2021 का है. जब दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने लॉरेंस बिश्नोई और उसके गैंग के अलग अलग राज्यों के गैंगस्टर को मकोका के केस में रिमांड पर लिया था. वीडियो में लॉरेंस और उसके साथ संपत नेहरा है. संपत नेहरा, जो कि लॉरेंस का करीबी और राजस्थान का गैंगस्टर है, उसने सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट की रेकी की थी. लेकिन वारदात के पहले हरियाणा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था.

'सलमान को जोधपुर में मारेंगे'

वीडियो में लॉरेंस बिश्नोई कह रहा है- जब करेंगे तब पता लग जायेगा, सलमान खान को मारेंगे, इसी जोधपुर में मारेंगे, पता लग जाएगा इनको. अभी तो मैंने कुछ किया ही नहीं है, बिना मतलब के मुझे घसीटा जा रहा है. 

सलमान से किस बात पर खफा लॉरेंस बिश्नोई?

लॉरेंस बिश्नोई ने साल 2018 में सलमान खान को मारने की धमकी दी थी. इसी साल उनके दोस्त संपत नेहरा ने सलमान के घर की रेकी भी की थी. दबंग खान को निशाना बनाने की पूरी प्लानिंग हो चुकी थी. जबसे सलमान खान पर काले हिरण के शिकार का आरोप लगा. इसी दिन से लॉरेंस बिश्नोई सलमान खान के पीछे पड़ा है. क्योंकि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई समाज से है, वे लोग काले हिरण को पवित्र जानवर मानते हैं. इसलिए सलमान के काले हिरण का शिकार करने पर वो नाराज हुआ था. मूवी रेडी की शूटिंग के बाद गैंगस्टर ने सलमान खान पर अटैक का प्लान बनाया था. जो कि फेल रहा था. इसकी वजह थी लॉरेंस बिश्नोई को तब सलमान की हत्या के लिए मनपसंद हथियार नहीं मिला था.


जेल में बैठकर प्लान किया सिद्धू मूसेवाला का मर्डर

पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों की पुलिस के लिए ये कुख्यात गैंग सिरदर्द बन चुका है.  इसका नेटवर्क इतना तगड़ा है कि लॉरेंस बिश्नोई जेल में रहकर मर्डर को अंजाम देता है. जैसा कि सिंगर सिद्धू मूसेवाला के केस में हुआ. लॉरेंस बिश्नोई इस वक्त दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है. जेल में ही उसने अपने साथी गोल्डी बराड़ संग मिलकर पंजाबी सिंगर सिंद्धू मूसेवाला के कत्ल की साजिश रची. जिसमें वो कामयाब भी हुआ. सिंगर की मौत के बाद लॉरेंस बिश्नोई ने फेसबुक पोस्ट पर हमले की जिम्मेदारी ली. 


 

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24 गोलियां शरीर के पार-सिर की हड्डी में भी बुलेट, मूसेवाला की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डरावने खुलासे

स्टोरी हाइलाइट्स

  • 29 मई को हुई थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या
  • गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ
  • पुलिस ने उठाए संदिग्ध और शुरू किया एक्शन

पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला (Singer Sidhu Moose Wala) का पोस्टमॉर्टम पूरा हो गया है. सोमवार रात पांच डॉक्टरों के पैनल ने मूसेवाला के मृत शरीर का पीएम किया. हालांकि, रिपोर्ट को अब तक पुलिस के साथ शेयर नहीं किया गया है. लेकिन सूत्रों ने बताया कि अत्याधुनिक बंदूकों से निकली 24 गोलियां मूसेवाला के शरीर के आर-पार हो गई थीं, जबकि एक सिर की हड्डी में जा फंसी थी. हमलावरों ने करीब 30 राउंड फायर किए थे. 

मनासा जिला अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि पोस्टमार्टम के दौरान मूसेवाला के शरीर पर दो दर्जन गोलियों के घाव मिले. रिपोर्ट के मुातबिक अत्यधिक खून बहने से उनकी मौत हुई थी. वहीं, आंतरिक अंगों में चोटों की भी पुष्टि हुई है.  

बताया गया कि पोस्टमार्टम के बाद विसरा के नमूने सुरक्षित रख लिए गए हैं और आगे की जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. हालांकि, अस्पताल ने पोस्टमार्टम के नतीजों को पुलिस के साथ शेयर नहीं किया है.

मृतक सिद्धू मूसेवाला का परिवार पोस्टमार्टम न कराने की जिद पर अड़ा हुआ था. परिवार मांग कर रहा था कि हत्याकांड की जांच हाईकोर्ट के जज की अगुवाई में कराई जाए और इसके लिए एनआईए-सीबीआई की मदद ली जाए.

परिजनों ने सवाल उठाया कि जब खतरे की आशंका थी तो सुरक्षा हटाने की लिस्ट को क्यों सार्वजनिक किया गया था? इस मामले के आरोपियों पर कार्रवाई की जाए. हालांकि, बाद में समझाइश और आश्वासन के बाद परिवार मृतक के पोस्टमार्टम के लिए राजी हो गया था.

बता दें कि सूबे के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मूसेवाला की हत्या की जांच के लिए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के मौजूदा जज की निगरानी में न्यायिक आयोग के गठन का ऐलान कर दिया है. 

पुलिस का भी एक्शन तेज

दूसरी तरफ, राज्य सरकार के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सभी संदिग्धों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.   

पंजाब पुलिस ने सोमवार को ही पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के सिलसिले में उत्तराखंड से पांच संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया है. पांचों उत्तराखंड के चमोली जिले में हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे जा रहे थे. मुखबिर से इनपुट मिलने के बाद हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ कर पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इनकी मूसेवाला हत्याकांड में क्या भूमिका थी?

बता दें कि पंजाब के मानसा जिले में रविवार को अज्ञात हमलावरों ने 28 साल के मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला  की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. पंजाब की भगवंत मान  सरकार ने एक दिन पहले यानी शनिवार को मूसेवाला की सुरक्षा में कटौती की थी और दूसरे दिन ही यह घटना हो गई. 

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टूटे पेड़-गाड़ियां डैमेज... दिल्ली में खौफनाक आंधी से हर तरफ नुकसान, राजपथ से जामा मस्जिद तक असर

स्टोरी हाइलाइट्स

  • आंधी से सड़कों पर गिरे पेड़
  • बिजली के पोल भी हुए क्षतिग्रस्त

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में सोमवार की शाम मौसम ने अचानक करवट ले ली. तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हुई जिससे लोगों को गर्मी से राहत तो मिल गई लेकिन इस दौरान हवा के तेज झोंकों ने काफी नुकसान भी पहुंचाया. तेज आंधी के कारण कई जगह पेड़ गिर गए जिससे आवागमन बाधित हो गया तो वहीं कुछ वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है.

तेज आंधी के कारण जामा मस्जिद इलाके में काफी नुकसान की खबर है. इलाके में कई पेड़ गिर गए तो वहीं जामा मस्जिद का गुंबद भी क्षतिग्रस्त हो गया है. जामा मस्जिद का गुंबद तीन भाग में टूट गया. टूटे गुंबद के कुछ हिस्से गिरने से उसकी चपेट में आकर दो से तीन लोग घायल भी हुए हैं. दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा है कि तीन भाग में टूटे गुंबद के दो भाग गिर चुके हैं.

कई वाहनों को हुआ नुकसान (फोटोः पीटीआई)

उन्होंने कहा कि गुंबद का तीन में से एक भाग अभी भी अटका हुआ है जो कभी भी गिर सकता है. अगर ये गिरा तो सामने की दीवार को नुकसान पहुंचाएगा. सैयद अहमद बुखारी ने ये भी पुष्टि की है कि गुंबद का हिस्सा गिरने की वजह से इसकी चपेट में आकर दो से तीन लोग घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि गुंबद के अटके हिस्से को नीचे लाने के संबंध में ASI के DG को पत्र लिखेंगे.

तेज आंधी के कारण हुए हादसे में एक की मौत

जामा मस्जिद इलाके में ही तेज आंधी के कारण हुए हादसे में एक 50 साल के व्यक्ति की मौत हो गई. दिल्ली पुलिस के मुताबिक जब तेज आंधी चल रही थी और बारिश हो रही थी, वह व्यक्ति अपनी बालकनी में खड़ा था. इसी बीच तेज आंधी के कारण ऊपर से बालकनी का कुछ हिस्सा उस पर आ गिरा. इस घटना में उसकी मौत हो गई है.

सांसद की कार पर गिरा पेड़, उखड़े ट्रैफिक बूथ

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद प्रवेश वर्मा की कार पर एक पेड़ गिर पड़ा. इससे सांसद की कार क्षतिग्रस्त हो गई है. दिल्ली के कुछ अन्य इलाकों से भी वाहनों पर पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई हैं. वहीं, रायसीना रोड पर तेज आंधी के कारण ट्रैफिक पुलिस का बूथ भी सड़क पर गिर पड़ा. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कई जगह पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित हुआ.

सड़क पर पड़ा ट्रैफिक बूथ (फोटोः पीटीआई)

अंधेरे में डूबे उत्तरी दिल्ली के कई इलाके

दिल्ली में तेज आंधी और भारी बारिश के कारण बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है. उत्तरी दिल्ली के नरेला, बवाना, बुराड़ी, रोहिणी और सिविल लाइंस समेत कई इलाकों में पेड़ गिरने से बिजली के तार और पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं. इस वजह से बिजली आपूर्ति बाधित हुई. बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तेजी से बिजली आपूर्ति सामान्य करने की कोशिशें चल रही हैं.

क्षतिग्रस्त हुई बस (फोटोः पीटीआई)

सड़कों पर गिरे पेड़, हटाने में जुटा फायर ब्रिगेड

दिल्ली में तेज हवाओं के कारण कई पेड़ उखड़ गए. सबसे ज्यादा पेड़ सेंट्रल दिल्ली में गिरे हैं. सड़कों पर गिरे पेड़ हटाकर यातायात को जल्द सुचारू कराने के लिए फायर ब्रिगेड को लगाया गया है. फायर ब्रिगेड की टीमें सड़कों पर गिरे पेड़ हटाकर यातायात सुचारू बनाने की कोशिशों में जुटी हैं.

सड़क पर गिरा पेड़ (फोटोः पीटीआई)

थम गई वाहनों की रफ्तार

तेज आंधी और बारिश शुरू हुई तो ऐसा लगा जैसे दौड़ती-भागती दिल्ली थम सी गई हो. सड़कों पर ई-रिक्शा और ऑटो जहां-तहां खड़े हो गए. कुछ वाहन सड़कों पर चलते भी दिखे तो वे भी काफी धीमी गति से. आंधी-तूफान ने दिल्ली में वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया था.

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दिल्ली: केजरीवाल के मंत्री सत्येंद्र जैन को ED ने किया गिरफ्तार, मनी लॉन्ड्रिंग केस में शिकंजा

स्टोरी हाइलाइट्स

  • दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री को ईडी ने किया अरेस्ट
  • मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कार्रवाई

प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ा एक्शन लेते हुए दिल्ली में आप सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) को गिरफ्तार किया है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोलकाता की एक कंपनी से जुड़े हवाला लेनदेन के मामले में यह कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि फर्जी कंपनियों के जरिये आए पैसे का उपयोग भूमि की सीधी खरीद के लिए या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद के लिए लिए गए ऋण की अदायगी के लिए किया गया था. 

इसी बीच दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सत्येंद्र जैन पर लगे आरोपों को  फर्जी बताया है. उन्होंने कहा कि सत्येंद्र जैन के खिलाफ 8 साल से एक फर्जी केस चलाया जा रहा है. अभी तक कई बार ED बुला चुकी है. बीच में कई साल ED ने बुलाना भी बंद कर दिया था क्योंकि उन्हें कुछ मिला ही नहीं. अब फिर शुरू कर दिया क्योंकि सत्येंद्र जैन हिमाचल के इलेक्शन इंचार्ज हैं. 

सिसोदिया ने कहा फर्जी है केस

सिसोदिया ने कहा कि हिमाचल में बीजेपी बुरी तरह से हार रही है. इसीलिए सत्येंद्र जैन को आज गिरफ्तार किया गया है ताकि वो हिमाचल नहीं जा सकें. वे कुछ दिनों में छूट जाएंगे क्योंकि केस बिलकुल फर्जी है.

वहीं सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी ने आप सरकार पर हमला बोला है. बीजेपी ने 'ये हैं ईमानदार सरकार के ईमानदार मंत्री' कहते हुए दिल्ली की आम आदमी सरकार पर तंज किया है.  

क्या बोले आप नेता संजय सिंह 

वहीं सत्येंद्र जैन मामले में आप नेता और सांसद संजय सिंह ने कहा कि ईडी ने दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन को 8 साल पुराने एक फर्जी केस में गिरफ्तार किया है, जिस मामले में वे 7 बार ईडी के सामने पेश हो चुके हैं. लेकिन कभी उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई, CBI ने इसी केस में उन्हें क्लीनचिट दिया.  लेकिन जैसे ही सत्येंद्र जैन हिमाचल के इंचार्ज बनाए जाते हैं, BJP उन्हें गिरफ्तार कराती है.

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का एक बार फिर मामला सामने आया है, जल्द ही सत्येंद्र जैन छूटकर बाहर आएंगे क्योंकि यह फर्जी और निराधार केस है. BJP एक नहीं कितने भी कदम उठा ले, हिमाचल में AAP मजबूती से चुनाव लड़ेगी और जीतेगी.


संजय सिंह ने कहा कि AAP को एक नहीं एक हज़ार उत्पीड़न की घटनाएं बर्दाश्त करनी पड़ी हैं, लेकिन हमारे तमाम मामलों में जांच एजेंसियों ने कहा कि उनके खिलाफ कोई साक्ष्य ही नहीं है. ऐसी जांच एजेंसी को तो बंद कर देनी चाहिए जो 8 साल में एक मामले का निपटारा न कर सके. हर ऐसी घटना में हम पाक साफ निकल कर आये, 34-34 विधायकों को गिरफ्तार कर लिया, हम बरी होकर आए. जैन की 7 बार पेशी हुई तब कुछ नहीं हुआ, आज जब हिमाचल का इंचार्ज बनाया तब उत्पीड़न की करवाई, क्योंकि हिमाचल हार रहे हैं. उनके खुद के नेता आम आदमी पार्टी की तारीफ करने लगे तो अरेस्ट कर लिया. 

विवादों से रहा नाता

कपिल मिश्रा ने केजरीवाल के साथ ही साथ सत्येंद्र जैन पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. जैन पर अधिकारों के दुरुपयोग के भी कई आरोप लग चुके हैं. सत्येंद्र जैन की बेटी सौम्या जैन को मोहल्ला क्लिनिक के लिए सलाहकार नियुक्त किए जाने के मामले ने भी काफी तूल पकड़ा था. इस मामले की जांच सीबीआई तक को दी गई थी.

केजरीवाल के करीबी माने जाते हैं सत्येंद्र जैन

दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन पेशे से आर्किटेक्ट हैं. सत्येंद्र को केजरीवाल का काफी करीबी नेता माना जाता है. यही वजह है कि केजरीवाल की छोटी कैबिनेट में उन्हें बड़ी जिम्मेदारियां मिली हुई थीं. सत्येंद्र जैन ने अन्ना आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई थी. जिसके बाद जैन आम आदमी पार्टी से जुड़ गए थे.

(इनपुट- मुनीश)

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हुलिया बदलने में माहिर है मूसेवाला मर्डर केस का मास्टरमाइंड, A+ कैटेगरी का है गैंगस्टर

स्टोरी हाइलाइट्स

  • गोल्डी पर पंजाब में कुल 16 अपराधिक मामले दर्ज हैं
  • कोर्ट ने गोल्डी बरार को भगोड़ा घोषित किया हुआ है

कनाडा में बैठकर पंजाब में सिद्धू मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने वाला गोल्डी बरार आखिर है कौन? कैसा दिखता है गोल्डी बरार? गोल्डी बरार का असली नाम आखिर है क्या? इन सभी सवालों के जवाब आपको आजतक देगा. दरअसल, पंजाब पुलिस ने गोल्डी बरार का दस्तावेज (डोजियर) तैयार किया है जो आजतक के पास है. 

पंजाब के मानसा में ताबड़तोड़ 30 से ज्यादा गोलियां बरसा कर पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या को अंजाम दिलवाने वाले गोल्डी बरार का पूरा नाम सतविंदरजीत सिंह है. 

गोल्डी बरार. -फाइल फोटो

सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बरार 1994 में पैदा हुआ और BA की डिग्री हासिल कर चुका है. सतविंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार की 5 अलग अलग तस्वीरें पंजाब पुलिस के डोजियर में है. तस्वीरें देखने से पता चलता है कि वक्त के साथ गोल्डी बरार अपना हुलिया बदलता रहा है.

गोल्डी A+ कैटेगरी का गैंगस्टर है और कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित किया हुआ है. डोजियर में गोल्डी बरार के 12 सहयोगियों का पूरा खुलासा किया गया है जो अपराधिक गतिविधियों में उसके साथ हैं और उन सहयोगियों में पहले नंबर पर पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई का नाम है. 

गोल्डी बरार. -फाइल फोटो

गोल्डी के सहयोगियों में राजस्थान के गैंगस्टर संपत नेहरा का नाम भी है. वही नेहरा जिसने साल 2018 में मुबई जाकर सलमान खान के घर की रेकी की थी. गोल्डी बरार पर हत्या, हत्या की कोशिश, रंगदारी जैसे संगीन मामले दर्ज हैं. गोल्डी पर पंजाब में कुल 16 अपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि 4 मामले ऐसे हैं जिनमें वो बरी हो चुका है.

गोल्डी बरार. -फाइल फोटो

कनाडा भागने से पहले गोल्डी की पंजाब के फिरोजपुर और श्री मुक्तसर साहिब में क्रिमिनल एक्टिविटी ज्यादा थी. सूत्रों के मुताबिक, लॉरेंस के जेल जाने के बाद अब गैंग की कमान कनाडा में बैठकर सतविंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार संभालता है. जेल में बैठा लॉरेंस जेल से बस इशारा करता है जो कनाडा में बैठे गोल्डी तक पहुंचती है. उसके बाद गोल्डी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और हिमाचल में बैठे शूटर से कॉन्टेक्ट करता है, उनको तैयार करता है, उसके बाद टास्क देता है और वारदातों को अंजाम दिलवाता है. 

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टिकैत पर स्याही हमलाः आज देशभर में भाकियू का प्रदर्शन, नरेश टिकैत ने चेताया

कर्नाटक के बेंगलुरु में सोमवार को भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और महासचिव युद्घवीर सिंह पर स्याही फेंके जाने के मामले में सिसौली में आपात पंचायत हुई। पंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि अगर यह घटना उत्तर प्रदेश में होती तो बड़ी अनहोनी होती। आपात पंचायत में निर्णय लिया गया कि 31 मई को प्रत्येक जिला मुख्यालय पर भाकियू कार्यकर्ता प्रदर्शन कर ज्ञापन देंगे। इसमें किसानों की समस्याओं के साथ ही भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय प्रवक्ता की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की जाएगी।

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पर कर्नाटक में काली स्याही फेंके जाने और उन पर माइक से हमला करने की वीडियो वायरल होने के बाद भाकियू कार्यकर्ताओं में आक्रोश दिखाई दिया। सायं पांच बजे सिसौली में आपात पंचायत बुलाने का ऐलान कर दिया गया। करीब छह बजे चौधरी नरेश टिकैत इस आपात पंचायत में पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यूपी को नक्सलवाद की ओर धकेल रही है। प्रदेश सरकार रास्ते से भटक गई है। हम मुख्यमंत्री का सम्मान करते हैं, वह प्रदेश के मुखिया हैं लेकिन उन्हें गलत सलाह देने वालों से सावधान रहने की जरूरत है। बातचीत करें उससे ही समाधान होगा। 
 
बोले, हमें देश-प्रदेश की फिक्र
नरेश टिकैत ने कहा कि हमें देश और प्रदेश की फिक्र है। हो सकता है कि अभी तो काली स्याही गिरी है, आगे गोली भी लग सकती है लेकिन हमें कोई परेशानी नहीं है। चौधरी नरेश टिकैत ने फौज में भर्ती नहीं होने पर भी असंतोष जताया। चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि पिछले वर्ष जब किसान आंदोलन में राकेश टिकैत की आंख में आंसू आए थे तो उस दिन इतनी बड़ी घटना हो जाती, लेकिन हमने हामी नहीं भरी। हमें अपने प्रदेश और देश की फिक्र है। 

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सिसौली की महापंचायत में निर्देश दिया गया कि भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पर हमले के विरोध में मंगलवार को सभी जिला मुख्यालयों पर ज्ञापन दिया जाएगा और उनकी सुरक्षा बढ़ाने ने के साथ ही किसानों की समस्याओं को उजागर किया जाएगा। वक्ताओं ने राकेश टिकैत को जेड श्रेणी की सुरक्षा दिए जाने की मांग पंचायत में की।   

हम भी भाजपाई हैं केंद्र सरकार को वोट दे रखी है
चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि भाजपाई तो हम भी हैं, हमने केंद्र सरकार को वोट दे रखी है। दो वर्ष इस सरकार के रह रहे हैं। केंद्र सरकार को हमने बनवाया लेकिन हमे नही पता था कि सरकार में इतनी बदले की भावना है।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा 
मुजफ्फरनगर। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पर हुए हमले के विरोध में भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर भाकियू प्रवक्ता पर हुए हमले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। उन्होंने इसके लिए कर्नाटक सरकार को भी दोषी ठहराया। साथ ही राकेश टिकैत की सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने की मांग पत्र में उठाई।  

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सोमवार, 30 मई 2022

तिहाड़ में प्लानिंग, कनाडा से सुपारी, 30 गोलियां... मूसेवाला मर्डर केस में अब तक हुए ये खुलासे

Sidhu Moose Wala Murder: पंजाब के मनसा जिले में रविवार शाम तक सब सामान्य था. लेकिन अचानक ही एक सड़क गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठी. एक काली महिंद्रा थार पर तीन गाड़ियों में मौजूद बदमाश ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे. कोई कुछ समझ पाता इससे पहले बदमाश वहां से भाग गए. बाद में जब लोगों ने पास जाकर देखा तो सबकी आंखे सन्न रह गई.

गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर मूसा पिंड की जान सिद्धू मूसेवाला मौजूद थे, जिन्हें बदमाशों ने गोलियों से भून डाला था. गाड़ी के शीशे गोलियों की वजह से चकनाचूर हो चुके थे. गाड़ी की हालत ऐसी थी मानों परखच्चे उड़ गए हों. ड्राइविंग सीट पर सिद्धू बिल्कुल बेसुध पड़े थे, शरीर के कई अंगों से खून निकल रहा था.

सिंगर के साथ में दो और लोग मौजूद थे जो घायल थे. मूसा मनसा जिले में पड़ने वाला गांव है, इसी के नाम पर शुभदीप सिंह ने अपना नाम बदलकर सिद्धू मूसेवाला रख लिया था.

सीसीटीवी में कैद हुईं संदिग्ध कारें

सिद्धू मूसेवाला पर हमला किसने किया यह अबतक साफ नहीं था. इस बीच कुछ सीसीटीवी फुटेज सामने आईं. इसमें पता चला कि एक बोलेरो गाड़ी समेत तीन कार सिद्धू की कार के आगे पीछे थीं. उनमें से दो गाड़ियों ने आगे से सिद्धू मूसेवाला की गाड़ी को रोका. फिर तीनों कारों से उतरे लोगों ने उनपर गोलियों की बारिश कर दी.

हमले के वक्त कोई कुछ नहीं कर पाया. यहां तक कि सिद्धू के पिता बलकौर सिंह दूसरी गाड़ी में पीछे ही आ रहे थे लेकिन जबतक वह बेटे के पास पहुंचे तो बहुत देर हो चुकी थी. सिद्धू के पिताजी ने बताया कि उनका बेटा दो दोस्तों के साथ थार गाड़ी में बिना सिक्योरिटी के, बुलेट प्रूफ कार के बिना निकला था.

पिता को बेटे की चिंता हुई. वह सिक्योरिटी गार्ड्स को लेकर दूसरी गाड़ी में सिद्धू के पीछे गए. उन्होंने सिद्धू का पीछा करती कारें देखीं. हमलावरों को भागते भी देखा था. उन्होंने ही हमले के बाद चीख-पुकार करके लोगों को इकट्ठा किया जो सिद्धू समेत तीनों को हॉस्पिटल लेकर गए. यहीं सिद्धू को मृत घोषित किया गया.

लॉरेंस बिश्नोई का आया नाम

सिद्धू पर हमला किसने और क्यों किया इसपर अभी कयास ही लगाये जा रहे थे. इसी बीच पंजाब बेस्ड गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक फेसबुक पेज ने हमले की जिम्मेदारी ली. कहा गया कि सिद्धू की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस और उनका भाई गोल्डी बराड़ लेते हैं. बता दें कि लॉरेंस कुख्यात गैंगस्टर है जो फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है. उसके नीचे करीब 700 गुर्गे काम करते हैं. वहीं गोल्डी कनाडा बेस्ट गैंगस्टर है.

AN-94, 8-10 हमलावर, 30 से ज्यादा गोली

सिद्धू मूसेवाला पर हुआ हमला कितना घातक था इसको फोटोज के जरिये आसानी से समझा जा सकता है. बाद में पुलिस ने बताया कि हमले में कुल तीन हथियारों का इस्तेमाल किया गया था. ये हथियार कौन-कौन से थे इनकी जांच अभी जारी है.

वहीं सूत्रों ने बताया कि हमले में इस्तेमाल एक हथियार AN-94 असॉल्ट राइफल थी. पुलिस की मानें तो ये पहली मर्तबा है, जब पंजाब के किसी गैंगवार में AN-94 रायफल का इस्तेमाल किया गया है. 8 से 10 हमलावरों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था. उन्होंने 30 से 35 गोलियां चलाई थीं, जिसमें से 8 गोली सिद्धू को लगी थीं.

पिता ने लगाये क्या आरोप

मानसा पुलिस ने इस सिलसिले में सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह के बयान पर क़त्ल की एफआईआर दर्ज की है. बलकोर सिंह ने बताया है कि उनके बेटे को अक्सर गैंगस्टर रंगदारी टैक्स वसूलने के लिए धमकियां दिया करते थे. गैंगस्टर लॉरेंस के गैंग से भी फोन आते थे.

गैंग्स के बीच दुश्मनी ने ली सिद्धू की जान?

सिद्धू मूसेवाला के कत्ल में नॉर्थ इंडिया के अलग-अलग गैंग्स के बीच दुश्मनी की पेचीदा कहानी छुपी है. उसके कत्ल की साज़िश तिहाड़ जेल से रची गई. साजिश को अंजाम तक पहुंचाने के लिए तिहाड़ में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की कनाडा में बैठे दूसरे गैंगस्टर गोल्डी बरार से फोन पर बात हुई. फिर रेकी की गई और शार्प शूटर्स का इंतज़ाम किया गया.और फिर घात लगा कर सिद्धू मूसेवाला का क़त्ल कर दिया गया.

अब तक की छानबीन में पता चला है कि तिहाड़ में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने ही इस कत्ल की साज़िश रची और इसके लिए उसने कनाडा में मौजूद अपने साथी गोल्डी बराड़ के साथ जेल से ही चोरी छिपे वर्चुअल नंबरों के जरिए कई बार बात की.

यही वजह है कि अब पंजाब पुलिस तिहाड़ जेल में बंद पंजाब के गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है, ताकि इस मर्डर केस के बारे में और गहरी जानकारी मिल सके और क़त्ल का मोटिव और साफ़ हो सके. पुलिस ने मानसा से ही छह संदिग्ध लोगों को गिरफ़्तार किया है, जिनसे मूसेवाला मर्डर केस में पूछताछ की जा रही है.

अब सवाल यह भी उठता है कि लॉरेंस बिश्नोई ने सिद्धू की हत्या करवाई क्यों? इसके पीछे 7 अगस्त 2021 को हुए विक्की मिद्दुखेड़ा मर्डर को वजह बताया जा रहा है, जिसका बिश्नोई गैंग बदला लेना चाहता था. विक्की लॉरेंस का करीबी था. दविंदर बंबीहा गैंग ने उसका मर्डर करवा दिया था. आरोप है कि मिड्डूखेड़ा हत्याकांड में शामिल शूटरों को मूसेवाला ने पनाह दी थी, जिसका बदला बिश्नोई गैंग ने लिया.

शाहरुख को दी गई थी सुपारी लेकिन फेल हुआ

लॉरेंस और गोल्डी बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की सुपारी शाहरुख नाम के अपराधी को दी थी. लेकिन उसे स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है. उसने माना कि पहले भी सिद्धू को मारने की कोशिश की थी लेकिन तब सुरक्षाकर्मियों को देखकर ये गैंगस्टर लौट गए थे.

पूछताछ में शाहरुख ने कुल 8 नाम बताये हैं, जिनपर उसने हत्यारों की मदद करने का आरोप लगाया है. इसमें पंजाबी सिंगर मनकीरत औलख के मैनेजर का नाम भी शामिल है. शाहरुख ने कहा कि वह भोला (हिसार का रहने वाला) और सोनू काजल (नारनौंद, हरियाणा) के साथ मूसेवाला के गांव गया था. लेकिन जब उसने वहां 4 पीएसओ AK-47 के साथ तैनात देखे तो उन्होंने हत्या का प्लान ड्रॉप कर दिया.

तब गोल्डी ने उनको सिद्धू की हत्या के लिए UZI हथियार दिये थे. फिर शाहरुख ने हत्या के काम को अंजाम देने के लिए AK-47 और बियर स्प्रे की मांग की.

फिर शाहरुख इस काम से अलग हो गया. अब दावा किया जा रहा है कि सिद्धू के मर्डर में अब वही बोलेरो कार इस्तेमाल हुई है जिसे भोला और सोनू रेकी के दौरान इस्तेमाल करते थे. पूछताछ में कुल 8 नाम सामने आए हैं, जिन्होंने सिद्धू मूसेवाला के हत्यारों की मदद की

1. गोल्डी बराड़
2. लॉरेंस बिश्नोई
3. सचिन (मनकीरत औलख)
4. जग्मू भगवानपुरिया
5. अमित काजला
6. सोनू काजल और बिट्टू (दोनों हरियाणा के)
7. सतेंदर काला (फरीदाबाद सेक्टर 8)
8. अजय गिल

शाहरुख ने किया था साजिश का खुलासा

हासिम बाबा और लारेंस तिहाड़ में हैं. तिहाड़ से ही हासिम ने शाहरुख की बात लॉरेंस बिश्नोई से करवाई. फिर लॉरेंस ने गोल्डी बराड़ से शाहरुख का सम्पर्क करवाया. फिर कनाडा से गोल्डी ने शाहरुख को हत्या की साजिश में शामिल किया.

इससे पहले शाहरुख कुछ करता स्पेशल सेल ने उसको दिल्ली के एक मुकद्दमे में दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया. इसके ऊपर 2 लाख का ईनाम था लेकिन गिरफ्तारी से पहले वह मूसेवाला के घर-गांव की रेकी में शामिल रहा था. गिराफ्तारी के बाद शाहरुख ने दिल्ली पुलिस को पंजाब के रची जा रही बड़ी साजिश के बारे में बताया था.

एक गाड़ी, दो नंबर प्लेट

इस बीच जांच तेज हो चुकी थी. एक कार को हमलावर मौके पर ही छोड़कर फरार हो गए थे. इस बोलेरो गाड़ी पर दिल्ली नंबर की प्लेट लगी थी. जो कि फर्जी पाई गई. गाड़ी के अंदर पंजाब रजिस्ट्रेशन की नंबर प्लेट भी पाई गई. अभी गाड़ी की जांच जारी है.

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UPSC सिविल सर्विस रिजल्ट घोषित, टॉप- 3 में सिर्फ लड़कियां, श्रुति शर्मा नंबर वन

स्टोरी हाइलाइट्स

  • श्रुति शर्मा ने USPC के नतीजों में किया टॉप
  • अंकिता अग्रवाल ने हासिल की दूसरी रैंक

UPSC Civil Services Final Result 2021: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सोमवार को सिविल सेवा फाइनल परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए हैं. जिन उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी, वे अपने नतीजे यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर चेक कर सकते हैं. नतीजों में श्रुति शर्मा ने टॉप किया है.

UPSC CSE 2021 Final Result: Direct Link to Download

यूपीएससी के रिजल्ट में लड़कियों का दबदबा रहा है. पहले स्थान पर श्रुति शर्मा के बाद दूसरे नंबर पर अंकिता अग्रवाल आई हैं. इसके बाद, गामिनी सिंगला को तीसरी रैंक मिली है. चौथे नंबर पर ऐश्वर्या वर्मा रहीं. पांचवीं रैंक उत्कर्ष द्विवेदी को मिली है. यक्ष चौधरी छठे नंबर पर रहे. आठवीं रैंक इशिता राठी, नौवीं रैंक प्रीतम कुमार और दसवीं रैंक हरकीरत सिंह रंधावा को हासिल हुई है.

यूपीएससी की परीक्षा में हर साल लाखों स्टूडेंट्स हिस्सा लेते हैं, जिनमें से कुछ ही उम्मीदवारों को सफलता हासिल होती है. यह सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. आयोग ने पांच अप्रैल से 26 मई के बीच में इंटरव्यू लिया था.

UPSC CIVIL SERVICES FINAL RESULT 2021 ऐसे करें चेक

-सबसे पहले UPSC की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाएं.
-अब आपको होमपेज पर यूपीएससी सिविल सर्विसेज रिजल्ट 2021- फाइनल रिजल्ट का लिंक दिखाई देगा.
- यहां आपको सेलेक्ट किए गए कैंडिडेट्स के नाम के साथ पीडीएफ फाइल दिखाई देगी.
- अब आप अपने नतीजे चेक कर सकते हैं और भविष्य के लिए प्रिंट आउट रख सकते हैं.

यूपीएससी द्वारा नियुक्ति के लिए कुल 685 उम्मीदवारों की सिफारिश की गई है. इनमें 244 सामान्य, 73 ईडब्ल्यूएस, 203 ओबीसी, 105 एससी और 60 एसटी वर्ग के उम्मीदवार शामिल हैं. बता दें कि सिविल सेवा की परीक्षाओं का आयोजन हर साल UPSC द्वारा करवाया जाता है. तीन स्टेज- प्री, मेन और इंटरव्यू के बाद नतीजों का ऐलान किया जाता है. जो नतीजों में सफल होते हैं वे आईएएस, आईएफएस आदि जैसे अधिकारी बनते हैं.

 

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कर्नाटक में किसान नेता राकेश टिकैत पर फेंकी स्याही, कार्यक्रम में जमकर चलीं कुर्सियां

कर्नाटक में किसान नेता राकेश टिकैत पर अज्ञात शख्स ने स्याही फेंक दी. यह घटना बेंगलुरु प्रेस क्लब की बताई जा रही है. यहां राकेश टिकैत पीसी कर रहे थे, उसी वक्त शख्स ने स्याही फेंक दी. इसके बाद राकेश टिकैत के समर्थकों ने स्याही फेंकने वाले शख्स को पकड़ लिया. कार्यक्रम में जमकर कुर्सियां भी चलीं.

बताया जा रहा है कि ये स्याही स्थानीय किसान नेता के चंद्रशेखर के समर्थकों ने फेंकी. 

(रिपोर्ट- कार्तिक)

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धूमधाम से मनाई शनि जयंती, शनि शिला पर अभिषेक किया

नगर में शनि देव जयंती धूमधाम से मनाई गई। चरथावल रोड स्थित सिद्ध पीठ शनिधाम मंदिर में सनी शिला का अभिषेक करने के लिए सैकड़ों श्रद्धालु उमड़े। पंचामृत नील और तेल से शनिदेव का अभिषेक किया गया।

नगर के सिद्ध पीठ शनिधाम मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा हो गई थी। इस अवसर पर शनि शिला का विशेष अभिषेक किया गया। नगर के माता वैष्णो देवी मंदिर में भी शनि देव का पूजन करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। सुभाष नगर स्थित शनि धाम मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शनिदेव का सरसों के तेल से अभिषेक किया।

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IPL: फाइनल हारने के बाद भी मालामाल RR, चैम्पियन गुजरात को मिले 20 करोड़, देखें लिस्ट

स्टोरी हाइलाइट्स

  • गुजरात टाइटन्स बनी आईपीएल 2022 चैम्पियन
  • चैम्पियन टीम को मिला 20 करोड़ का चेक

इंडियन प्रीमियर लीग-2022 (IPL 2022) खत्म हो गया है और गुजरात टाइटन्स (GT) की टीम नई चैम्पियन बनकर सामने आई है. अपने डेब्यू सीजन में ही गुजरात टाइटन्स ने इतिहास रचा और आईपीएल के पहले सीजन की चैम्पियन राजस्थान रॉयल्स (RR) को मात दी. हार्दिक पंड्या की अगुवाई में गुजरात ने अपने होम ग्राउंड में ही खिताब अपने नाम किया. 

फाइनल मैच के बाद अवॉर्ड्स का वितरण हुआ, जहां विजेता टीम-उपविजेता टीम समेत टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों पर ईनाम की बारिश हुई. विजेता टीम होने के नाते गुजरात टाइटन्स को 20 करोड़ रुपये मिले जबकि राजस्थान रॉयल्स को 12.50 करोड़ रुपये मिले. 

आईपीएल 2022 में कमाल करने के लिए किसको क्या ईनाम मिला, देखें पूरी लिस्ट

•    विजेता टीम (गुजरात टाइटन्स) : 20 करोड़ रुपये
•    उप-विजेता (राजस्थान रॉयल्स) : 12.50  करोड़ रुपये
•    तीसरे नंबर वाली टीम (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु) - 7 करोड़ रुपये
•    चौथे नंबर वाली टीम (लखनऊ सुपर जायंट्स) - 6.5 करोड़ रुपये

खिलाड़ियों पर भी बरसा पैसा

•    इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर- उमरान मलिक (10 लाख रुपये)
•    सीजन में सबसे ज्यादा छक्के- जोस बटलर (10 लाख रुपये) 
•    सुपर स्ट्राइकर ऑफ द सीजन- दिनेश कार्तिक (टाटा पंच कार)
•    गेम चेंजर ऑफ द सीजन- जोस बटलर (10 लाख रुपये)
•    पेटीएम फेयरप्ले अवॉर्ड- राजस्थान रॉयल्स-गुजरात टाइटन्स 
•    पावरप्लेयर ऑफ द सीजन- जोस बटलर (10 लाख रुपये)
•    सीजन की सबसे तेज़ बॉल- लॉकी फर्ग्युसन (10 लाख रुपये)
•    सीजन में सबसे ज्यादा चौके- जोस बटलर (10 लाख रुपये)
•    सीजन में सबसे ज्यादा विकेट (पर्पल कैप)- युजवेंद्र चहल 27 विकेट (10 लाख रुपये)
•    सीजन में सबसे ज्यादा रन (ऑरेन्ज कैप)- जोस बटलर 863 रन (10 लाख रुपये)
•    कैच ऑफ द सीजन- इवन लुईस (लखनऊ सुपर जायंट्स)- (10 लाख रुपये)
•    मोस्ट वैल्यूबल प्लेयर- जोस बटलर (10 लाख रुपये) 


आईपीएल 2022 फाइनल में इनको मिले अवॉर्ड
•    सुपर स्ट्राइकर ऑफ द मैच: डेविड मिलर
•    गेम चेंजर ऑफ द मैच: हार्दिक पंड्या
•    क्रैकिंग सिक्स अवॉर्ड: यशस्वी जायसवाल
•    पावरप्लेयर ऑफ द मैच: ट्रेंट बोल्ट
•    रूपे ऑफ द मैच: जोस बटलर
•    प्लेयर ऑफ द मैच: हार्दिक पंड्या 

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धोखा देने वालों को माफ नहीं करेंगे: नरेश टिकैत

भाकियू अराजनैतिक बनाने वाले नेताओं को भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने नसीहत देते हुए कहा कि किसान आंदोलन के दौरान कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। बावजूद उन्होंने फिर भी किसान हित में सही निर्णय लिए। उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति में संगठन का नमक खाने वाले जो लोग किसानों का साथ देने के बजाए छोड़कर चले गए हैं उन्हें किसान और संगठन कभी माफ नहीं करेगा। वहीं राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर चला किसान आंदोलन केवल स्थगित हुआ था, जरूरत पर दोबारा शुरू किया जा सकता है।

रविवार को गांव काकड़ा में कन्या इंटर कॉलेज के मैदान पर बालियान खाप के मंत्री सुभाष बालियान व थांबेदारों द्वारा आयोजित महापंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने ग्रामीण इलाकों में नलकूपों पर मीटर लगाने के बिजली विभाग के अभियान का विरोध करते हुए चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि सरकार सही फैसला ले नहीं तो शहर में भी बिजली नहीं चलने देंगे। तेज गर्मी के बावजूद पंचायत में सैकड़ों लोगों के पहुंचने पर चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि भीड़ को देखते हुए उनको अहसास हो गया है कि उनका संगठन और अधिक मजबूत हुआ है।

चौधरी नरेश टिकैत ने कटाक्ष करते हुए कहा कि पंचायत में गठवाला खाप के सात थांबेदार यहां मौजूद हैं। इससे ज्यादा और क्या हो सकता है। उन्होंने कहा कि देश में सबसे महंगी बिजली यूपी में ही है। सरकार नलकूपों पर मीटर लगवा रही है। चौधरी नरेश टिकैत ने अनुरोध कर राठी खाप के चौधरी ब्रह्म सिंह राठी से अध्यक्षता कराई गई। पंचायत का संचालन पहले ओमपाल बंजी ने फिर विकास बालियान ने किया।

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सरकार फर्जी मुकदमे दर्ज कराकर किसानों का दमन कर रही: राकेश टिकैत

शाहपुर। काकड़ा की बालियान खाप की पंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा प्रशासन द्वारा किसानों पर फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं, लेकिन वह किसानों के हित में आंदोलन करते रहेंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर चला किसान आंदोलन सरकार द्वारा संयुक्त किसान मोर्चा को लिखित में आश्वासन दिए जाने पर स्थगित हुआ था किसान आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि आंदोलन की तैयारी करो और सरकार द्वारा किए जा रहे किसान विरोधी कार्यों का विरोध करो क्योंकि सरकार झुकाने का काम करती है।

राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार से संघर्ष नहीं होगा जब तक सरकार रुकने वाली नहीं है। उन्होंने भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक का गठन होने पर कहा कि सरकार तोड़फोड़ की राजनीति करती है। चौधरी राकेश टिकैत ने पंचायत में पहुंचे सभी बिरादरी के थांबेदारों का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भाकियू पूरी तरह से अराजनीतिक है और किसानों की समस्या उठाती रहेगी। राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली में भी 13 महीने के चले आंदोलन में उनको हरियाणा-पंजाब के किसानों द्वारा बहुत शक्ति और समर्थन मिला है जिसे भुलाया नहीं जा सकता।

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रविवार, 29 मई 2022

Live: नेपाल में लापता विमान का मलबा मिला, 4 भारतीयों समेत 22 लोग थे सवार

स्टोरी हाइलाइट्स

  • पोखरा से 19 यात्रियों को लेकर विमान उड़ा था
  • विमान से अंतिम संपर्क Lete Pass में हुआ था

नेपाल में पोखरा से जोमसोम जा रहा यात्री विमान दुर्घटना का शिकार हो गया है. इस विमान में क्रू मेंबर समेत 22 लोग सवार थे, जिसमें चार भारतीय भी शामिल थे. एयरपोर्ट अथॉरिटी का कहना था कि सुबह 10.07 बजे से विमान से कोई संपर्क नहीं हो पाया था. शाम करीब चार बजे विमान का मलबा मिल गया. त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट के चीफ ने कहा कि घटनास्थल पर जांच पड़ताल की जा रही है. वहीं सेना के प्रवक्ता नारायण सिलवाल ने बताया कि नेपाली सेना जमीन और हवाई मार्ग से घटनास्थल की ओर रवाना हो गई है.

इससे पहले जोमसोम एयरपोर्ट के ट्रैफिक कंट्रोलर ने कहा था कि घासा में एक तेज धमाके की रिपोर्ट सामने आई है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती है. धमाके वाले इलाके में तलाशी के लिए हेलिकॉप्टर भेजा गया था. ये भी बताया गया कि धमाके वाले जगह ही आखिरी बार विमान से संपर्क हुआ था.

उधर, विमान के लापता होने के बाद उसकी तलाशी में खराब मौसम के चलते काफी दिक्कतें आईं. विमान का मलबा मिल जाने के बाद अब आगे की कार्रवाई की जा रही है. इस यात्री विमान में 13 नेपाली, चार भारतीय, दो जर्मन और चालक दल के तीन सदस्य सवार थे.


ऐसे पूरी हुई विमान की तलाश

जानकारी के मुताबिक, खराब मौसम के बीच नेपाली सेना के एक हेलिकॉप्टर ने लापता विमान के दुर्घटनास्थल का पता ढूंढ निकाला. माई रिपब्लिका अखबार के अनुसार, नेपाल सेना का एक हेलीकॉप्टर 10 सैनिकों और दो कर्मचारियों को लेकर नरशंग मठ के पास एक नदी के किनारे उतरा जो जो दुर्घटना की संभावित जगह थी. 

त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के महाप्रबंधक प्रेम नाथ ठाकुर ने समाचार पत्र के हवाले से कहा कि नेपाल टेलीकॉम ने ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) नेटवर्क के माध्यम से हवाई जहाज के कैप्टन प्रभाकर घिमिरे के सेलफोन को ट्रैक किया जिससे लापता विमान का पता लगाया गया. 

ठाकुर ने कहा बताया कि लापता विमान के कैप्टन घिमिरे का सेल फोन बज रहा था. फोन को ट्रैक करने के बाद नेपाल सेना का हेलीकॉप्टर दुर्घटना स्थल पर पहुंचा. 

एयरलाइन वेबसाइट के अनुसार, तारा एयर नेपाली पहाड़ों में सबसे नई और सबसे बड़ी एयरलाइन सेवा देने वाली कंपनी है. इसने 2009 में ग्रामीण नेपाल को विकसित करने में मदद करने के मिशन के साथ कारोबार शुरू किया था.

तारा एयर के मुताबिक, विमान में जो चार भारतीय सवार थे, उनका नाम कुमार त्रिपाठी, धनुष त्रिपाठी,  रितिका त्रिपाठी और वैभवी बांदेकर है. इसके अलावा यात्रियों में इंद्र बहादुर गोले, पुरुषोत्तम गोले, राजन कुमार गोले, बसंत लामा, गणेश नारायण श्रेष्ठ, रवीना श्रेष्ठ, रश्मि श्रेष्ठ, रोजिना श्रेष्ठ, प्रकाश सुनुवर, मकर बहादुर तमांग, राममाया तमांग, सुकुमाया तमांग, तुलसी देवी तमांग, अशोक, माइक ग्रीट, उवे विल्नर शामिल थे.

तारा एयर के प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला ने भी पुष्टि की थी कि विमान लापता हो गया है और तलाशी अभियान जारी है. विमान के पायलट कैप्टन प्रभाकर प्रसाद घिमिरे, को-पाइलट इतासा पोखरेल और एयर होस्टेस कास्मी थापा हैं. 

इधर, नेपाल पुलिस के प्रवक्ता ने आजतक से बातचीत में बताया कि तारा एयरलाइंस का प्लेन मुस्टांग जा रहा था. नेपाली सेना हेलिकॉप्टर की मदद से लापता प्लेन की तलाश में जुटी थी. मुस्टांग इलाके की पुलिस, नेपाल प्रहरी के जवान तलाशी अभियान में जुटे थे. 

इनपुट- राजेश छाबड़ा

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महिलाओं में सुरक्षा की भावना लाने को सड़क पर उतरी पुलिस, हेल्पलाइन से अवगत कराया

रविवार को महिलाओं एवं बालिकाओं में सुरक्षा, सम्मान, स्वावलमंबन, सशक्तिकरण व विश्वास का वातावरण बनाने के उद्देश्य से जनपद के समस्त थानों की एण्टी रोमियो टीम सड़क पर उतरी।

पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रों में पड़ने वाले गांवों, बाजारों, सार्वजनिक स्थानों, कोचिंग सेन्टरो के आस-पास मिशन शक्ति फेज-4 अभियान के अन्तर्गत महिलाओं/बालिकाओं को महिला हेल्पलाइन संबंधी विभिन्न सेवाओं/हेल्पलाईन नम्बरों (ट्वीटर सेवा, डॉयल-112, हेल्प लाइन-181, वुमेन पावर लाइन-1090 आदि) के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए जागरूक किया गया। बाजार में घूम रही महिलाओं व युवतियों को रोककर सुरक्षा सम्बन्धी सुझावो का आदान प्रदान किया गया। पुलिस के अनुसार जिले भर में 30 से अधिक टीमें इस अभियान में शामिल रही।

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मुजफ्फरनगर : मुठभेड़ में मेरठ का शातिर वाहन चोर गोली लगने से घायल

मुजफ्फरनगर। जानसठ पुलिस की शनिवार देर रात बसाइच रोड पर बाइक सवार बदमाश से मुठभेड़ हो गई। इसमें गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया। घायल बदमाश से पुलिस ने एक तमंचा और बाइक बरामद की है। घायल बदमाश एक शातिर वाहन चोर बताया गया है।

शनिवार रात लगभग 2 बजे के आसपास जानसठ पुलिस जानसठ से खतौली जाने वाले बसाइच रोड पर चेकिंग कर रही थी। बाइक पर आए एक बदमाश को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो उसने पुलिस पर फायर कर दिया। कार्रवाई के दौरान पुलिस की गोली लगने से वह घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि घायल बदमाश रवि निवासी शास्त्री कोठी थाना ब्रह्मपुरी जनपद मेरठ से एक तमंचा व बाइक बरामद हुई है। बदमाश पर मेरठ मुजफ्फरनगर और अन्य जनपदों में एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने घायल को अस्पताल भिजवा दिया है।

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अदावत भुलाकर एक मंच पर आया मदनी परिवार, चाचा-भतीजे के गुटों में बंटा है जमीयत

स्टोरी हाइलाइट्स

  • देवबंद में चल रहा है जमीयत उलमा-ए-हिंद का राष्ट्रीय अधिवेशन
  • 5000 मौलाना और मुस्लिम बुद्धिजीवी शामिल हो रहे हैं

यूपी के देवबंद में जमीयत उलेमा-ए हिंद (jamiat ulama i hind) का राष्ट्रीय अधिवेशन चल रहा है. दो दिवसीय सम्मेलन के महामंच पर जहां मुस्लिम समुदाय से जुड़ीं राजनीतिक-सामाजिक और धार्मिक चुनौतियों को लेकर मंथन चल रहा है, वहीं 100 साल पुराने इस संगठन में आपसी तालमेल भी फिर से फिट बैठता दिखाई दे रहा है.

जमीयत उलेमा-ए हिंद दो गुटों में बंटा हुआ है. एक गुट मौलाना अरशद मदनी का है और दूसरा मौलाना महमूद मदनी की. दोनों ही अपने-अपने गुटों के अध्यक्ष हैं. मौलाना अरशद, मौलाना महमूद मदनी के चाचा हैं. फिलहाल, जो सम्मेलन देवबंद में चल रहा है वो मौलाना महमूद मदनी की अध्यक्षता में हो रहा है. लेकिन शनिवार को सम्मेलन के पहले दिन मौलाना अरशद मदनी भी यहां पहुंचे.

मौलाना अरशद मदनी ने यहां जमीयत के एक होने के संकेत दिए. उन्होंने कहा कि वो दिन दूर नहीं जब इत्तेहाद हो जाएगा. अरशद मदनी ने अपने बयान में दोनों धड़ों के एक होने की तरफ इशारा किया.

मौलाना असद मदनी की मौत के बाद छिड़ी जंग

अरशद मदनी का ये बयान काफी अहम है, क्योंकि मुस्लिम समाज से जुड़े देश के सबसे बड़े संगठन जमीयत को परिवार की लड़ाई ने बांट दिया है. 2006 में जब महमूद मदनी के पिता मौलाना असद मदनी का इंतकाल हुआ तो उसके बाद से ही संगठन में चाचा-भतीजे में वर्चस्व की लड़ाई छिड़ गई. असद मदनी लंबे वक्त तक संगठन के चीफ रहे थे, लेकिन उनके निधन के बाद जमीयत में दो फाड़ हो गए.

मौलाना महमूद मदनी अपनी दावेदारी पेश करते रहे हैं, जबकि अरशद मदनी भी खुद को चीफ मानते हैं. दोनों ही लोग खुद को जमीयत का राष्ट्रीय अध्यक्ष लिखते हैं.

महमूद मदनी ने किया अरशद मदनी का स्वागत

हालांकि देवबंद में चल रहे इस अधिवेशन से जिस तरह की नरमी दिखाई दे रही है उससे लग रहा है कि चाचा-भतीजे के बीच वर्चस्व की लड़ाई लगभग खत्म हो गई. शनिवार को देवबंद में अधिवेशन के दूसरे सत्र में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के दूसरे गुट के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी शामिल हुए. मंच पर भतीजे महमूद मदनी ने चाचा अरशद मदनी का तहे दिल से स्वागत दिया. इसी दौरान अरशद मदनी ने कहा कि वो दिन दूर नहीं है जब जमीयत के दोनों गुट एक हो जाएंगे. 

मौलाना मदनी ने कहा कि हमारे उलेमा ने देश की आजादी से लेकर बाबरी मस्जिद जैसे मुद्दों तक के लिए बड़ी कुर्बानियां दी हैं. उन्होंने कहा कि हमारे बुजुर्ग कभी सड़कों पर नहीं उतरे, लेकिन उन्होंने देश के संवैधानिक तरीकों से लड़ाई लड़ी है. ऐसे में मैं आपके सामने इस बात को रखना जरूरी समझता हूं. हमें भी उसी तरीके पर हालात का मुकाबला करना है.

भारत अभी न्यायप्रिय लोगों से खाली नहीं हुआ 

मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि हमारा मुकाबला किसी हिंदू से नहीं है बल्कि उस सरकार से है जो धर्म के नाम पर लोगों को बांटकर देश को बर्बाद कर रही है. मैं मानता हूं कि तकदीर के फैसले में देरी हो सकती है, लेकिन भारत अभी न्यायप्रिय लोगों से खाली नहीं हुआ है. जो लोग मस्जिदों में आग लगा रहे हैं वो जलील होंगे. वो देश को श्रीलंका की तरह करना चाह रहे हैं.

बहुसंख्यकों के खिलाफ सड़कों पर ना उतरें

उन्होंने कहा कि देश के अल्पसंख्यक, बहुसंख्यकों के खिलाफ सड़कों पर ना उतरें. हम उन्हें समझाएंगे कि इसे रोकिए नहीं तो मुल्क बर्बाद और तबाह हो जाएगा. जो लोग बाबरी को सड़कों पर लाए उन्होंने इस मामले को खराब किया है. जब भी हमारी लड़ाई होगी तो सरकार से होगी. सरकार हमारी है. सरकार हमें हक देगी तो ताली बजाएंगे, नहीं देंगे तो लड़ेंगे.

बता दें कि 28 मई को यूपी के देवबंद में जमीयत का सम्मेलन शुरू हुआ था, जो 29 को भी चलना है. पहले दिन कई तरह के प्रस्ताव पास किए गए. जमीयत के इस सम्मेलन के एजेंडे में देश के मौजूदा हालात और मुसलमानों से जुड़े मुद्दे हैं. 

जमीयत का इतिहास

जमीयत उलेमा-ए हिंद मुसलमानों का 100 साल पुराना संगठन है. जमीयत मुसलमानों का सबसे बड़ा संगठन होने का दावा करता है. इसके एजेंडे में मुसलमानों के राजनीतिक-सामाजिक और धार्मिक मुद्दे रहते हैं. जमीयत उलेमा-ए हिंद इस्लाम से जुड़ी देवबंदी विचारधारा को मानता है. इसकी स्थापना वर्ष 1919 में तत्कालीन इस्लामिक विद्धानों ने की थी. इनमें अब्दुल बारी फिरंगी महली, किफायुतल्लाह देहलवी, मुहम्मद इब्राहिम मीर सियालकोटी और सनाउल्लाह अमृतसरी थे. मदनी परिवार का इस संगठन पर पुराने वक्त से वर्चस्व रहा है और अभी तक मदनी परिवार ही इसे संभाल रहा है.

इनपुट- तनसीम हैदर

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IPL: दो पड़ोसियों की जंग, राजस्थान था पहला चैम्पियन, गुजरात पहली बार फाइनल में

स्टोरी हाइलाइट्स

  • राजस्थान vs गुजरात के बीच IPL फाइनल आज
  • मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होगा

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 सीजन में चैम्पियन का इंतजार आज (29 मई) को खत्म हो जाएगा. खिताब के लिए आज दो पड़ोसी राज्यों की टीमों गुजरात टाइटन्स (GT) और राजस्थान रॉयल्स (RR) के बीच टक्कर होगी. 

यह मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में रात 8 बजे से खेला जाएगा. मैच में खास बात ये रहेगी कि गुजरात अपने पहले ही सीजन में फाइनल खेलने उतरेगी, जबकि राजस्थान टीम दूसरी बार फाइनल खेलेगी. राजस्थान टीम आईपीएल के पहले यानी 2008 सीजन में चैम्पियन रही थी.

गुजरात की टीम में मैच विनर प्लेयर?

हार्दिक पंड्या की कप्तानी में उतरने वाली गुजरात टीम में लगभग सभी मैच विनर हैं. सभी ने यह साबित भी किया है. कप्तान हार्दिक खुद भी शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. डेविड मिलर और राहुल तेवतिया मिडिल ऑर्डर में आकर मोर्चा संभालते हैं. जबकि ओपनिंग में ऋद्धिमान साहा और शुभमन गिल ने मोर्चा संभाला हुआ है. गेंदबाजी में राशिद खान, मोहम्मद शमी, लॉकी फर्ग्यूसन जैसे धुरंधर शामिल हैं.

राजस्थान के लिए एक्स-फैक्टर?

वैसे राजस्थान टीम इस सीजन में वन-मैन आर्मी जोस बटलर के कंधों पर सवार होकर ही चल रही है. बटलर ऑरेंज कैप की रेस में सबसे आगे हैं और वह 800 से ज्यादा रन बनाने वाले आईपीएल इतिहास के तीसरे प्लेयर भी बन गए हैं. बटलर ने अब तक सीजन में 4 शतक जमाए हैं. इनके अलावा कप्तान संजू सैमसन, यशस्वी जायसवाल, शिमरॉन हेटमायर और रविचंद्रन अश्विन भी बल्ले से धमाल मचा सकने की ताकत रखते हैं. 

गेंदबाजी में राजस्थान टीम की बागडोर ट्रेंट बोल्ट, प्रसिद्ध कृष्णा, युजवेंद्र चहल, ओबेद मैककॉय के कंधों पर रहेगी. चहल अब तक 26 विकेट लेकर पर्पल कैप की रेस में भी संयुक्त रूप से पहले नंबर पर बने हुए हैं. 

राजस्थान रॉयल्स स्क्वॉड

बल्लेबाज/विकेटकीपर- संजू सैमसन (कप्तान), जोस बटलर, यशस्वी जायसवाल, शिमरॉन हेटमायर, देवदत्त पडिक्कल, करुण नायर, ध्रुव जुरेल, आर. वेन डेर डुसेन
ऑलराउंडर- रविचंद्रन अश्विन, रियान पराग, अनुनय सिंह, शुभम गढ़वाल, जिमी नीशाम
गेंदबाज- ट्रेंट बोल्ट, प्रसिद्ध कृष्णा, युजवेंद्र चहल, केसी करियप्पा, नवदीप सैनी, ओबेद मैककॉय, कुलदीप सेन, तेजस बरोका, कुलदीप यादव, नाथन कूल्टर-नाइल, डेरिल मिचेल

गुजरात  टाइटन्स स्क्वॉड -

बल्लेबाज/विकेटकीपर- शुभमन गिल, रहमानुल्लाह गुरबाज, अभिनव सदरंगानी, डेविड मिलर, ऋद्धिमान साहा, मैथ्यू वेड
ऑलराउंडर- हार्दिक पंड्या (कप्तान), राशिद खान, राहुल तेवतिया, डोमिनिक ड्रेक्स, जयंत यादव, विजय शंकर, दर्शन नालकंडे, गुरकीरत सिंह मान, साई सुदर्शन
गेंदबाज- मोहम्मद शमी, लॉकी फर्ग्यूसन, नूर अहमद, आर साई किशोर, यश दयाल, अल्जारी जोसेफ, प्रदीप सांगवान, वरुण आरोन.

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पुतिन के 'Plan C' ने बदले युद्ध के समीकरण! पूर्वी यूक्रेन में रूस के हमले तेज, क्या करेंगे जेलेंस्की?

स्टोरी हाइलाइट्स

  • 100 दिन से ज्यादा लंबा युद्ध, रूस ने बदली रणनीति
  • डोनबास क्षेत्र पर कब्जे की तैयारी, मुश्किल में जेलेंस्की

रूस और यूक्रेन का युद्ध तीन महीने पुराना हो चुका है. जिस जंग को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 72 घंटे में खत्म करने के दावे कर रहे थे, वो लड़ाई अब 100 दिन से ज्यादा लंबी खिच चुकी है. ऐसा इसलिए हो पाया है क्योंकि पुतिन के तमाम शुरुआती आकलन गलत साबित हुए और उनकी सेना को इसका हरजाना भी भुगतना पड़ा. 72 घंटे वाले दावे के बाद पुतिन कीव पर कब्जा करना चाहते थे, लेकिन वहां यूक्रेनी सैनिकों ने खदेड़ दिया. लेकिन उन झटकों से उबरने के लिए पुतिन के दिमाग में एक प्लान सी भी था. इसी प्लान ने अब जमीन पर इस युद्ध की तस्वीर को फिर बदलकर रख दिया है. एक बार फिर समीकरण बदले हैं, रूस ज्यादा आक्रमक दिखाई पड़ रहा है. उसने पूर्वी और दक्षिण यूक्रेन पर अपने हमले तेज कर दिए हैं.

इस समय रूसी सेना की नजर दोनेत्स्क और लुहांस्क शहरों पर टिकी हुई है. ये दोनों ही प्रांत डोनबास क्षेत्र में पड़ते हैं जहां पर पिछले कई दिनों से रूस का आक्रमण जारी है. इसी कड़ी में दावा हो गया है कि रूस ने पूर्वी यूक्रेन में एक प्रमुख रेलवे जंक्शन पर अपना कब्जा जमा लिया है. ये भी दावा हुआ है कि लिमान शहर को पूरी तरह मुक्त करा लिया गया है. ये वहीं इलाका है जहां पर पिछले आठ सालों से अलगाववादियों द्वारा युद्ध छेड़ा हुआ है. रूस उन अलगाववादियों का समर्थन करता है, लिहाजा इन इलाकों पर कब्जा होना एक बड़ी कामयाबी मानी जाएगी. वैसे भी रूस को अपने ही देश में इस युद्ध की वजह से काफी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. कई ऐसे सर्वे सामने आए हैं जहां पर रूसी लोग ही अपनी सेना का समर्थन नहीं कर रहे हैं.

ऐसे में अगर डोनबास क्षेत्र में रूसी सेना को बड़ी कामयाबी मिल जाती है, पुतिन इसे अपनी जीत की तरह दिखाएंगे और इस युद्ध को न्यायोचित बताने में भी देर नहीं करेंगे. ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने भी ये आशंका जाहिर कर दी है कि रूस इस समय इन्हीं इलाकों पर कब्जा करने में लगा हुआ है. अगर वो ऐसा कर जाता है तो जमीन पर युद्ध के समीकरण रूस के पक्ष में जा सकते हैं. वैसे यूक्रेन की चुनौती इसलिए भी ज्यादा बढ़ गई है क्योंकि अब रूसी सेना के हमले सिविरोदोनेत्स्क और नजदीकी लिसिचांस्क शहरों तक पहुंच चुके हैं. ये दोनों ही इलाके लुहांस्क प्रांत में पड़ते हैं. जितने घातक वहां पर हवाई हमले किए जा रहे हैं, जमीन पर वो तबाही साफ देखने को मिल रही है. ज्यादातर इमारतें बर्बाद हो चुकी हैं. 

उस इलाके में यूक्रेनी सैनिकों को अपनी घेराबंदी का डर भी सताने लगा है. जिस तेजी से रूसी सैनिक आगे बढ़ रहे हैं,  लुहांस्क के गवर्नर मान रहे हैं कि कुछ समय के लिए यूक्रेनी सैनिक सिविरोदोनेत्स्क छोड़कर जा सकते हैं. वहां के स्थानीय लोगों में भी इस बात का डर है कि रूसी सैनिक सिविरोदोनेत्स्क में भी मारियूपोल जैसी तबाही कर सकते हैं. अब लोगों के मन में मारियूपोल जैसी स्थिति का डर इसलिए है क्योंकि सिर्फ मारियूपोल और खेर्सोन में ही रूस को बड़े स्तर पर कामयाबी हाथ लगी है. बाकी जगहों पर यूक्रेन ने ना सिर्फ मुकाबला किया है, बल्कि कई इलाकों से रूसी लड़ाकों को पीछे भी खदेड़ा है.

वैसे सिविरोदोनेत्स्क में जारी रूसी हमलों को लेकर एक्सपर्ट एक और बात की ओर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं. उनके मुताबिक रूस अपने हमलों से सिविरोदोनेत्स्क की इमारतों को तो ध्वस्त कर सकता है, लेकिन जमीन पर आगे बढ़कर पूरे इलाके पर कब्जा करना उसके लिए चुनौती साबित होगा. तर्क दिया जा रहा है कि अर्बन वॉरफेयर में रूस हमेशा से कमजोर रहा है. इस युद्ध में भी रूसी सेना की ये कमजोरी कई मौकों पर उभरकर सामने आई है. ऐसे में यूक्रेन भी उसी कमजोरी पर वार करना चाहता है. राष्ट्रपति जेलेंस्की का कहना है कि अगर आक्रमणकारियों को ऐसा लगने लगा है कि लिमान या सिविरोदोनेत्स्क उनके हो जाएंगे, तो वे गलत हैं. डोनबास हमेशा यूक्रेन का ही अभिन्न अंग रहने वाला है. 


 

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शनिवार, 28 मई 2022

UP: चोरी का आरोप लगाकर ग्रामीणों ने युवक को दी तालिबानी सजा, हाथ-पैर बांधकर बेरहमी से पीटा

स्टोरी हाइलाइट्स

  • वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने 6 ग्रामीणों पर दर्ज की FIR
  • आरोपियों ने पीड़ित पर दर्ज कराया था छेड़छाड़ का केस

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले (UP Sultanpur) में एक युवक को चोरी के आरोप में पकड़कर ग्रामीणों ने लाठी से बांधकर बेरहमी से पीटा. इस मामले का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई. दरअसल, पीड़ित युवक पर पहले ही पिटाई करने वाले लोगों ने छेड़छ़ाड़ का केस दर्ज करा दिया था. अब पुलिस के पास जब वायरल वीडियो पहुंचा तो आनन-फानन में पीड़ित के पिता की तहरीर पर युवक की पिटाई करने वाले 6 ग्रामीणों पर केस दर्ज किया गया.

दरअसल, जिले के मोतिगरपुर थाना क्षेत्र के लमौली गांव निवासी हर्ष धुरिया 23 मई को कादीपुर कोतवाली क्षेत्र के राईबीगो गांव में में अपने नाना रामसुख के घर गया था. वहां वह अपने दोस्त सचिन पांडेय पुत्र ओम प्रकाश पांडेय के साथ गांव में रह रहा था. 26 मई को कादीपुर के निवासी व्यक्ति ने पुलिस से शिकायत की कि हर्ष धुरिया और उसका दोस्त सचिन पांडे ने घर में घुसकर लड़की के साथ छेड़छाड़ की. इस दौरान घर वाले जाग गए. इसके बाद सचिन ने उन पर तमंचा तान दिया. जब पिता पहुंचे तो उन्हें भी असलहा दिखाकर जान से मारने की धमकी दी. इस शिकायत पर पुलिस ने हर्ष और सचिन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया.

27 मई को एक वीडियो वायरल हुआ तो मामला पुलिस तक पहुंचा. इस वीडियो में आरोपी युवक हर्ष को लाठी से बांधकर ग्रामीण तालिबानी सजा दे रहे थे और चोरी का आरोप लगा रहे थे. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हर्ष धुरिया के पिता दयाशंकर ने पुलिस को लिखित तहरीर दी. इसमें आरोप लगाया कि हर्ष को राईबीगो निवासी प्रशांत वर्मा 25 मई को सुबह 4 बजे घर से बुलाकर बाग में ले गए.

हर्ष के पिता का आरोप है कि बाग में पहले से मौजूद राम तीर्थ वर्मा, इंद्रभान वर्मा, राम बक्श सिंह, सुभाष निषाद व राम प्यारे और अन्य लोगों ने बेटे के साथ बुरी तरह मारपीट की. आरोप है कि हर्ष पर झूठा आरोप लगाते हुए हाथ-पैर बांधकर उसे पीटा और जमीन पर पटक दिया गया. पुलिस ने तत्काल इस वीडियो को संज्ञान में लेते हुए युवक के पिता की तहरीर पर 6 ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. ग्रामीण ने युवकों के खिलाफ छेड़छाड़ का आरोप लगाकर केस दर्ज कराया था. वहीं वीडियो में लोग कहते सुनाई दे रहे हैं कि हर्ष चोरी करता है.

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IPL: कप्तान बदला, किस्मत नहीं…बड़े प्लेयर्स ने रन भी बनाए, फिर कहां मात खा गई RCB?

स्टोरी हाइलाइट्स

  • रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का सपना फिर टूट गया
  • क्वालिफायर-2 में राजस्थान रॉयल्स ने हराया

एक-दो नहीं बल्कि पूरे पंद्रह साल... रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की टीम शुरुआत से लेकर अभी तक सितारों से सजी रही लेकिन एक भी खिताब नहीं जीत पाई. इंडियन प्रीमियर लीग-2022 (IPL 2022) के शुरुआत से ही आरसीबी के फैन्स ‘ई साला कप नामडे’ का कैंपेन चला रहे थे, यानी इस साल कप हमारा ही है. लेकिन ये कैंपेन सिर्फ कैंपेन ही रहा और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम और उनके फैन्स का सपना एक बार फिर टूट गया. 

बेंगलुरु ने इस बार अपना कप्तान भी बदला, ऐसा लगा कि किस्मत भी बदलेगी. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम कहां पर मात खा गई, एक बार नज़र डालते हैं...

बल्लेबाजों ने रन बनाए, लेकिन मैच विनर की कमी

बेंगलुरु की टीम का बैटिंग लाइनअप देखें, तो कोई भी विरोधी टीम मात खा सकती है. विराट कोहली, फाफ डु प्लेसिस और ग्लेन मैक्सवेल जिस टॉप ऑर्डर में हों वहां रनों का अंबार होगा. लेकिन ऐसा हो नहीं पाया, कप्तान फाफ डु प्लेसिस शुरुआत में बेहतरीन फॉर्म में दिखे. उन्होंने इस सीजन में 468 रन बनाए और टीम के लिए वही ऐसे इकलौते प्लेयर रहे जो 400 का आंकड़ा पार कर पाए. 

टीम को सबसे बड़ा झटका विराट कोहली से लगा, दुनिया के सबसे बेहतरीन क्रिकेटर्स में से एक लंबे वक्त से बुरी फॉर्म से जूझ रहे हैं. इस आईपीएल में भी उनका यही हाल रहा, विराट कोहली 341 रन ही बना पाए. किसी औसत बल्लेबाज के लिए यही सही स्कोर हो सकता है, लेकिन विराट कोहली के लिए नहीं. विराट इस सीजन में 2 फिफ्टी जमा पाए, जबकि तीन बार गोल्डन डक पर आउट हुए. 

यही हाल ग्लेन मैक्सवेल का भी रहा, जो 13 मैच खेलने के बाद 301 रन ही बना पाए. टीम की रीढ़ इन तीन खिलाड़ियों ने रन ज़रूर बनाए, लेकिन वक्त पर टीम के लिए मैच विनर नहीं बन सके. यही कारण रहा कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु अहम मौकों पर मात खाती दिखी, खासकर प्लेऑफ के मुकाबलों में.


RCB IPL 2022

दिनेश कार्तिक की वापसी 

आरसीबी के इस सीजन को अगर किसी एक बात के लिए याद किया जाएगा, तो वह दिनेश कार्तिक की वापसी है. कार्तिक पिछले साल तक कमेंट्री कर रहे थे, इस साल वह आईपीएल में आए और ऐसे छाए कि हर जगह सिर्फ उनकी ही चर्चा रही. दिनेश कार्तिक ने इस सीजन में 16 मैच में 330 रन बनाए, वह 10 बार आउट ही नहीं हुए. दिनेश कार्तिक ने कई मौकों पर आखिरी में आकर अपनी टीम की लाज बचाई, मैच जिताए. तभी उन्हें इस सीजन का बेस्ट फिनिशर माना गया. इस प्रदर्शन की ही बदौलत दिनेश कार्तिक की टीम इंडिया की टी-20 टीम में वापसी हुई और उन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली सीरीज़ के लिए चुना गया. वैसे दिनेश कार्तिक की नज़र टी-20 वर्ल्डकप पर है. 

बॉलिंग ने दिखाया दम लेकिन... 

अगर बेंगलुरु की टीम की बात करें तो उनके साथ इस सीजन में वानिंदु हसारंगा थे, जिन्होंने पिछले कुछ वक्त में इंटरनेशनल क्रिकेट में तहलका मचाया. अपने नाम के मुताबिक वह यहां भी छाए रहे और पूरे सीजन में 26 विकेट लिए. उनके अलावा ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ जोश हेज़लवुड ने 20 और हर्षल पटेल ने 19 विकेट लिए. 

हर्षल पटेल कई मौकों पर राजस्थान के लिए मैच विनिंग या मैच सेविंग स्पेल डालते नज़र आए. लेकिन इन तीनों के अलावा बेंगलुरु किसी बेहतर बॉलर के लिए तरसती रही. मोहम्मद सिराज के लिए यह सीजन काफी बुरा साबित हुआ, उन्होंने 15 मैच खेले जिसमें 9 ही विकेट लिए. इतना ही नहीं मोहम्मद सिराज ने 10 से ज्यादा की औसत से रन पिटवाए और इकॉनोमी के हिसाब से टीम के तीसरे सबसे महंगे प्लेयर साबित हुए. 

कप्तान बदला किस्मत नहीं... 

बेंगलुरु के लिए इस बार का आईपीएल आसान नहीं था. विराट कोहली पिछले सीजन में ही कप्तानी छोड़ने की बात कह चुके थे, ऑक्शन में जब टीम ने फाफ डु प्लेसिस को खरीदा तभी कप्तान का चेहरा साफ हो गया था. फाफ डु प्लेसिस सीजन में बेहतर कप्तानी करते नज़र आए, कई मौकों पर उनका अनुभव का आया. लीडरशिप ग्रुप का हिस्सा होने के नाते विराट कोहली ने भी कई फैसलों में अपनी भूमिका निभाई. लेकिन सिर्फ कप्तान बदलने से ही टीम की किस्मत नहीं बदल पाई. 

अब आगे क्या? 

पंद्रह साल से खिताब का इंतज़ार कर रही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की नज़र अब अगले साल के आईपीएल पर होगी. इस बीच मिनी ऑक्शन भी होना है, ऐसे में टीम की कोशिश होगी जहां पर वह मिस होती दिख रही है उस कमी को पूरा कर सके. फिर चाहे वह सपोर्टिंग फास्ट बॉलर की तलाश हो या फिर बल्लेबाजी में ‘केजीएफ’ जैसे खिलाड़ियों पर निर्भरता को खत्म करना हो. 

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उप जिलाधिकारी के नेतृत्व में तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराया


खतौली एसडीएम के नेतृत्व में राजस्व टीम ने तहसील खतौली क्षेत्र के ग्राम बुआडा कलां स्थित तालाब पर हुए अतिक्रमण को जेसीबी की सहायता से हटाकर तालाब की खुदाई प्रारंभ कराई गई।

बुआडा कला गांव में खसरा संख्या 265 में 0.5780 हेक्टेअर तालाब है। इस पर आंशिक रूप से पास के खेत वालों ने अपना कब्जा किया हुआ था। इस समय तालाबों को अमृत सरोवर में तब्दील करने का अभियान चलाया जा रहा है जिस पर जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने सभी तालाबो को अतिक्रमण मुक्त कराकर उनकी खुदाई कराने के आदेश दिए हुए हैं। उपजिलाधिकारी खतौली जीत सिंह राय के निर्देश पर नायब तहसीलदार खतौली के नेतृत्व में राजस्व टीम द्वारा तहसील खतौली के ग्राम बुआडा कला स्थित तालाब के आंशिक अस्थाई अवैध अतिक्रमण मुक्त कराया दिया एवं तालाब की पटरी बांधने व खुदाई का कार्य आरंभ किया गया।

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IndiGo पर 5 लाख का जुर्माना, दिव्यांग को फ्लाइट में चढ़ने से किया था मना

स्टोरी हाइलाइट्स

  • कार्रवाई करते हुए डीजीसीए ने लगाई कड़ी फटकार
  • विशेष परिस्थितियों में करना होता है असाधारण काम

एविएशन रेग्युलेटर नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एक दिव्यांग को फ्लाइट में चढ़ने से मना करने के चलते IndiGo एयरलाइंस पर बड़ी कार्रवाई की है. इंडिगो ने 7 मई को रांची एयरपोर्ट पर एक दिव्यांग बच्चे को फ्लाइट में चढ़ने से रोक दिया था. इस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए डीजीसीए ने कंपनी पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.

डीजीसीए ने लगाई फटकार
घटना को लेकर डीजीसीए ने कंपनी को कड़ी फटकार भी लगाई है. रेग्युलेटर ने कहा- कंपनी का ग्राउंड स्टाफ एक दिव्यांग बच्चे का ठीक से संभाल नहीं सका, उल्टा उसने परिस्थिति को और खराब किया. इस मामले में उन्हें ज्यादा संवेदनशीलता से काम लेना था, बच्चे के साथ सहृदयता के साथ पेश आना था ताकि वो शांत होता. ऐसा करने से कंपनी के कर्मचारियों को यात्री को विमान में चढ़ने से मना करने जैसा एक्स्ट्रीम कदम उठाने की जरूरत नहीं पड़ती.

डीजीसीए ने कहा- विशेष परिस्थितियों में असाधारण कदम उठाने होते हैं, लेकिन कंपनी के कर्मचारी सिविल एविएशन रिक्वायमेंट (रेग्युलेशंस) की भावना और प्रतिबद्धता को नहीं निभा सके और ऐसा करने में विफल रहे. इसे देखते हुए डीजीसीए ने कंपनी पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाने का फैसला किया है. ये जुर्माना संबंधित एयरक्राफ्ट नियमों के प्रावधानों के तहत लगाया गया है.

क्या था पूरा मामला
इंडिगो ने रांची में एक दिव्यांग बच्चे को बोर्डिंग से रोक दिया. इस मामले में DGCA ने एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. इसे प्रथम दृष्टया 'यात्रियों के साथ खराब हैंडलिंग' का मामला पाया गया. एयरलाइन को 26 मई 2022 तक जवाब देना था. DGCA ने घटना की जांच करने और एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था.

एयरपोर्ट अथॉरिटी और एयरलाइन ने क्या कहा
रांची एयरपोर्ट पर दिव्यांग बच्चे को इंडिगो की फ्लाइट में सवार होने से रोक दिया गया था. इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी और एयरलाइन कंपनी दोनों की तरफ से सफाई आई थी. एयरपोर्ट अथॉरिटी ने दूसरे यात्रियों की सुरक्षा का हवाला देते हुए कहा कि बच्चा काफी पैनिक और अग्रेसिव था. वह दूसरे यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता था.

एयरलाइन ने बाद में बयान जारी कर कहा कि बच्चे ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया. वह पैनिक स्थिति में था. ग्राउंड स्टाफ ने अंतिम समय तक उसके शांत होने का इंतजार किया. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.

IndiGo सबसे बड़ी एयरलांइस
इंडिगो, भारत की सबसे बड़ी एयरलाइंस है. कंपनी की पहचान सस्ती फ्लाइट सेवा और समयबद्धता को लेकर है. घरेलू एविएशन मार्केट में कंपनी की हिस्सेदारी 50% से ज्यादा है. उसके बेड़े में 200 से ज्यादा एयरक्राफ्ट हैं. कंपनी डोमेस्टिक और इंटरनेशनल दोनों रूट्स पर अपर्नी सर्विसेस देती है.

29 मई तक चलेगा Bharat Drone Mahotsav
इस बीच नागर विमानन मंत्रालय ने ट्वीट कर जानकारी दी कि दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहा भारत ड्रोन महोत्सव-2022 का समय 29 मई तक बढ़ा दिया गया है. अभी तक जो लोग इसे नहीं देख पाए हैं वो कल दोपहर 2 बजे तक प्रगति मैदान जा सकते हैं.

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IPL: बटलर के धमाल से फाइनल में राजस्थान, गुजरात से होगी भिड़ंत, टूटा RCB का दिल

स्टोरी हाइलाइट्स

  • राजस्थान रॉयल्स आईपीएल के फाइनल में पहुंची
  • 29 मई को गुजरात टाइटन्स से फाइनल में होगी भिड़ंत

राजस्थान रॉयल्स (RR) ने क्वालिफायर-2 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को हराकर इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (IPL 2022) के फाइनल में जगह बना ली है. अब 29 मई को राजस्थान रॉयल्स और गुजरात टाइटन्स (IPL Final: GT Vs RR) के बीच खिताब के लिए जंग होगी. राजस्थान रॉयल्स की टीम 14 साल के बाद आईपीएल फाइनल में पहुंची है.

क्वालिफायर-2 गंवाने के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का सफर यहां खत्म हुआ और टीम का सपना फिर से टूट गया है. राजस्थान रॉयल्स ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को 7 विकेट से मात दी है. क्वालिफायर-2 में बेंगलुरु ने पहले बैटिंग करते हुए 157 का स्कोर बनाया था, जवाब में राजस्थान ने 19वें ओवर में सिर्फ 3 विकेट खोकर इस स्कोर को पा लिया. 

राजस्थान रॉयल्स ने पहला आईपीएल यानी 2008 में खिताब जीता था, उसके बाद टीम पहली बार फाइनल में पहुंची है. तब राजस्थान रॉयल्स ने शेन वॉर्न की अगुवाई में खिताब जीता था. आईपीएल-2022 शुरू होने से पहले ही शेन वॉर्न का निधन हुआ था, राजस्थान रॉयल्स सीजन की शुरुआत से ही शेन वॉर्न के सम्मान में गेम खेल रही है. ऐसे में अब टीम के पास शेन वॉर्न को श्रद्धांजलि देने का सबसे बेहतरीन मौका है.   


जोस बटलर फिर बने जीत के हीरो

जोस बटलर (Jos Buttler) एक बार फिर राजस्थान रॉयल्स के लिए मैच विनर साबित हुए. पूरे टूर्नामेंट में रनों की बरसात करने वाले जोस बटलर एक बार फिर बड़े मौके पर अपनी टीम के लिए सबसे बड़े सितारे बनकर उभरे. जोस बटलर ने क्वालिफायर-2 में शानदार शतक जड़ा और अपनी टीम को फाइनल में पहुंचा दिया. 

जोस बटलर ने अपनी इस पारी में 60 बॉल खेलीं, जिसमें 106 रन बनाए. बटलर ने ही छक्का जड़कर अपनी टीम को जीत दर्ज कराई. अपनी इस पारी में जोस बटलर 10 चौके और 6 छक्के जमाए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 176 का रहा. 

जोस बटलर ने इस पारी के साथ ही इस सीजन में अपने 800 रन भी पूरे कर लिए हैं. जोस बटलर ने इस सीजन में 4 शतक पूरे कर लिए हैं, वह ऑरेन्ज कैप की रेस में काफी आगे चल रहे हैं और अब फाइनल में भी उनसे टीम को बड़ी उम्मीदें होंगी. अभी तक इस सीजन में जोस बटलर 16 मैच में 824 रन बना चुके हैं. जोस बटलर इस सीजन में 4 शतक, 4 अर्धशतक जमा चुके हैं. उनके नाम 45 छक्के, 78 चौके जमाए हैं. 

फिर टूट गया रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का सपना

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु अभी तक आईपीएल का एक भी खिताब नहीं जीत पाई है और उसे फिर से इंतज़ार करना होगा. लगातार 15 साल से आरसीबी के फैन्स का सपना टूट रहा है, इस बार नया कप्तान और नई टीम थी लेकिन फिर भी टीम खिताब से दूर ही रही. विराट कोहली ने आरसीबी की लंबे वक्त तक कप्तानी की थी, पिछले साल ही उन्होंने कप्तानी छोड़ी थी. इस बार जब फाफ डु प्लेसिस कप्तान बने, तब फैन्स को उम्मीद थी कि नए कप्तान के साथ टीम की किस्मत पलटेगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका. 

दिग्गज हुए फेल रजत पाटीदार ने बचाई लाज

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए दिग्गज एक बार फिर फेल हुए. विराट कोहली, फाफ डु प्लेसिस और ग्लेन मैक्सवेल बड़ा स्कोर नहीं बना पाए. टीम के लिए रजत पाटीदार संकटमोचक बनकर उभरे और उन्होंने 58 रनों की पारी खेली. इस पारी में रजत ने 4 चौके और 3 छक्के जमाए. रजत के अलावा फाफ (25) और मैक्सवेल (24) ही टीम के हाई-स्कोरर रहे, बाकी बल्लेबाज पूरी तरह फेल साबित हुए. रजत पाटीदार ने ही एलिमिनेटर में शतक जड़कर टीम की लाज बचाई थी. 

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ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आकर बालक की मौत

सिविल लाइन थाना क्षेत्र के मोहल्ला कच्ची सड़क निवासी 12 वर्षीय समद सुजडू में अपने ननिहाल में आया था। शाम के समय वह घर के बाहर खेलते समय ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आकर गंभीर रूप से घयल हो गया। घायल अवस्था में समद को जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी। बताया गया कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया है। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने कार्रवाई करने से इनकार कर दिया था।


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शुक्रवार, 27 मई 2022

कश्मीरी TV एक्ट्रेस की हत्या करने वाले दोनों आतंकी मारे गए, तलाशी अभियान जारी

स्टोरी हाइलाइट्स

  • अवंतीपोरा में सुरक्षा बलों और आतंकियों की मुठभेड़
  • TV एक्ट्रेस की हत्या करने वाले आतंकी मारे गए

जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा में सुरक्षा बल और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में दोनों आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है. इन दोनों आतंकियों ने ही टीवी एक्ट्रेस अमरीन भट्ट की हत्या की थी. फिलहाल तलाशी अभियान जारी है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दोनों आतंकियों को घेरकर मार गिराया.

जम्मू कश्मीर के आईजी ने बताया कि अवंतीपोरा में जिन आतंकियों को सुरक्षा बलों ने घेरा, उन्होंने ही कश्मीरी टीवी एक्ट्रेस की हत्या की थी. आगे की जानकारी मिलने के बाद बताई जाएगी.

आतंकियों ने बड़गाम जिले के चदूरा में घर के बाहर अपने भतीजे के साथ खड़ीं कश्मीरी टीवी एक्ट्रेस की गोली मारकर हत्या कर दी थी. आतंकियों ने इस वारदात को बुधवार को अंजाम दिया था. हमलावरों को पकड़ने के लिए पुलिस ने आसपास के इलाके की घेराबंदी कर दी थी. इससे पहले मंगलवार को श्रीनगर में J&K पुलिस के कॉन्स्टेबल सैफुल्ला कादरी पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी, जिसमें उनकी मौत हो गई. दूसरी घटना को घाटी के कुलगाम में अंजाम दिया था. जिले के यारीपोरा इलाके में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड फेंककर फायरिंग की थी. इस घटना में 15 आम नागरिक घायल हो गए थे.

कुपवाड़ा में 3  आतंकी ढेर

वहीं गुरुवार सुबह सुरक्षाबलों ने कुपवाड़ा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे 3 आतंकियों को ढेर कर दिया. तीनों आतंकी लश्कर ए तैयबा के बताए जा रहे हैं. इससे पहले बुधवार को सुरक्षाबलों ने बारामूला में 3 आतंकियों को मार गिराया था. 
इससे पहले बुधवार को जम्मू कश्मीर के बारामूला में एक एनकाउंटर हुआ था.

बारामूला में 3 आतंकी मार गिराए

इसमें सुरक्षाबलों ने बारामूला में पाकिस्तान से आए तीन आतंकियों को मार गिराया गया था. ये आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद से जुड़े थे. हालांकि, इस ऑपरेशन में जम्मू कश्मीर पुलिस के एक जवान भी शहीद हो गया था. IGP कश्मीर ने बताया कि ये आतंकी उस इलाके में 3-4 महीने से एक्टिव थे जिन्हें हम ढूंढ रहे थे. इस साल अभी तक 25 पाकिस्तानी आतंकी मारे गए थे.

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स्टेडियम में कुत्ता घुमाने वाले IAS संजीव का लद्दाख ट्रांसफर, पत्नी का अरुणाचल तबादला

स्टोरी हाइलाइट्स

  • कोच ने कहा था- प्रैक्टिस करने में होती है परेशानी
  • त्यागराज स्टेडियम पर दिल्ली सरकार का है नियंत्रण

दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम (Thyagraj Stadium) में कुत्ता घुमाने वाले आईएएस पति-पत्नी का गुरुवार शाम ट्रांसफर कर दिया गया है. IAS संजीव खिरवार का ट्रांसफर लद्दाख तो उनकी पत्नी रिंकू धुग्गा का तबादला अरुणाचल प्रदेश कर दिया गया है. इस मामले पर गुरुवार शाम मुख्य सचिव ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी थी. सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. 

दरअसल, एक कोच ने दावा किया था कि पहले वे रात 8 या 8.30 बजे तक ट्रेनिंग करते थे. लेकिन अब उनको 7 बजे ग्राउंड खाली करने को कह दिया जाता है, ताकि IAS अफसर वहां अपने कुत्ते संग टहल सकें. कोच ने कहा कि इससे उनकी ट्रेनिंग और प्रैक्टिस रूटीन में दिक्कत पैदा हो रही है.

किरण बेदी ने उठाए सवाल

किरण बेदी ने संजीव खिरवार के ट्रांसफर पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि अगर आईएएस के स्टेडियम में कुत्ता घुमाने की घटना को सही पाया गया तो उन्हें दूसरे केंद्र शासित प्रदेश क्यों भेजा जा रहा है? उन्हें फैसला आने तक छुट्टी पर क्यों नहीं भेजा जा रहा. उन्होंने आगे कहा कि भारतीय सिविल सेवा के पद गंभीर लोगों के लिए हैं.

बता दें कि 1994 बैच के आईएएस अफसर संजीव खिरवार ने अपने उपर लगे आरोपों को गलत बताया था. उन्होंने ये तो कबूला था कि वह कभी-कभी कुत्ते को वहां टहलाने लेकर जाते हैं, लेकिन इस बात से इनकार किया था कि इससे एथलीट्स की प्रैक्टिस में रुकावट आती है.

दिल्ली सरकार के नियंत्रण वाला त्यागराज स्टेडियम 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए तैयार हुआ था. आजतक ने स्टेडियम प्रशासक अजीत चौधरी से भी इसपर बात की थी. उन्होंने कहा था कि स्टेडियम की टाइमिंग पहले 4-6 बजे तक थी. फिर गर्मी को देखते हुए इसे 7 बजे तक किया गया.

अजीत चौधरी ने यह भी कहा था कि सात बजे के बाद स्टेडियम में कोई IAS आते हैं, इसकी जानकारी उनको नहीं है क्योंकि वह 7 बजे वहां से चले जाते हैं. खबर के मुताबिक, खिरवार मंगलवार को करीब 7.30 बजे स्टेडियम में अपने कुत्ते के साथ देखे भी गए थे. वह कुत्ता रेसिंग ट्रैक, फुटबॉल फील्ड पर घूमता देखा गया, जिसको सिक्योरिटी गार्ड भी नहीं रोक रहे थे.

खिलाड़ी और कोच ने जताया था दुख

त्यागराज स्टेडियम से जुड़े कोच और एथलीट्स ने परेशान का इजहार किया था. उन्होंने कहा था कि पहले वे 8.30 या कभी-कभी 9 बजे तक भी प्रैक्टिस कर लेते थे. तब वे हर आधे घंटे में ब्रैक लेते थे. लेकिन अब ऐसा नहीं कर पाते. वहीं कुछ ऐसे भी हैं, जो 3 किलोमीटर दूर जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में जाने लगे हैं.

कौन हैं IAS संजीव खिरवार?

IAS अधिकारी संजीव खिरवार 1994 बैच के अधिकारी हैं, जो दिल्ली में रेवेन्यू कमिश्नर के पद पर तैनात थे. उनके अंतर्गत ही दिल्ली के सारे डीएम काम करते थे. साथ ही, वह दिल्ली के पर्यावरण विभाग के सचिव भी थे. खिरवार ने बी-टेक कंप्यूटर इंजीनियरिंग किया हुआ है. इकोनॉमिक्स में मास्टर्स की डिग्री भी हासिल है. उन्होंने अपना करियर चंडीगढ़ में बतौर एसडीएम शुरू किया था.

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गुरुवार, 26 मई 2022

पुलिस ने सुरक्षा के दृष्टिगत कचहरी में चलाया चैकिंग अभियान

कचहरी में सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस ने डॉग स्क्वायड, एएस चैक टीम के द्वारा कचहरी परिसर में सघन चैकिंग अभियान चलाया गया। पुलिस अनावश्यक घूम रहे लोगों की चैकिंग भी की है। पुलिस ने कुछ वाहनों की तलाशी भी कराई।

गुरुवार को डॉग स्क्वायड व एएस चैक टीम के साथ पुलिस ने कचहरी परिसर में खड़े वाहनों एवं संदिग्ध वस्तुओं की जांच की। पुलिस ने कचहरी परिसर के आसपास घूम रहे संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की। पुलिस ने वहां मौजूद व्यक्तियों से अपील की कि अगर कोई भी संदग्धि व्यक्ति या वस्तु दिखे तो तत्काल पुलिस को सूचना दे। पुलिस टीम प्रत्येक सप्ताह कचहरी परिसर में चैकिंग कर रही है।

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हॉकी: एशिया कप में भारत की जबरदस्त जीत, इंडोनेशिया को 16-0 से रौंदा, PAK बाहर

स्टोरी हाइलाइट्स

  • एशिया कप में टीम इंडिया की बड़ी जीत
  • इंडोनेशिया को 16-0 से हराकर क्वालिफाई किया

हॉकी एशिया कप-2022 में भारत ने इंडोनेशिया (India Vs Indonesia) को 16-0 से हराकर ज़बरदस्त जीत हासिल की है. इसी के साथ टीम इंडिया ने सुपर-4 में क्वालिफाई कर लिया है. खास बात ये है कि भारत की इस जीत के साथ पाकिस्तान को बड़ा नुकसान हुआ है और वह वर्ल्डकप-2023 से बाहर हो गया है. 

एशिया कप 2022 के नॉकआउट स्टेज में जगह बनाने के लिए टीम इंडिया को इस मैच में बड़ी जीत की जरूरत थी. टीम इंडिया ने ऐसा ही किया और 16-0 के स्कोर से जीत दर्ज की. भारत ने इस मैच में शुरुआत से ही दबाव बनाए रखा और पहले क्वार्टर में ही गोल दागा. 

इसके बाद टीम इंडिया ने स्कोर की रफ्तार को बढ़ाया, पहले क्वार्टर में भारत का स्कोर 3-0 था, जो दूसरे क्वार्टर में 6-0 हुआ. तीसरे क्वार्टर में ये स्कोर 10-0 और अंत में स्कोर 16-0 तक गया. इसी के साथ टीम इंडिया की इंडोनेशिया पर दमदार जीत दर्ज हुई. 


इस मैच का असर 2023 में होने वाले हॉकी वर्ल्डकप पर भी पड़ा है. क्योंकि यहां बड़े अंतर से मैच जीतने वाली टीम वर्ल्डकप के लिए क्वालिफाई कर जाती. अब भारत ने जीत दर्ज कर ली है, तो वह वर्ल्डकप के लिए क्वालिफाई कर गया है और पाकिस्तान बाहर हो गया है. 

भारत के क्वालिफाई करने के अलावा जापान, कोरिया और मलेशिया भी वर्ल्डकप के लिए क्वालिफाई कर गई हैं. जबकि पाकिस्तान का पत्ता वर्ल्डकप से कट गया है. वहीं अगर इस एशिया कप की बात करें तो जापान और भारत नॉकआउट मैच के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं. 

एशिया कप की टैली में जापान के 9 प्वाइंट हैं, जबकि भारत के 4 प्वाइंट हैं. भारत ने अभी तक इस एशिया कप में 19 गोल किए हैं, जबकि 6 गोल खाए हैं. ऐसे में उसका स्कोर +13 का है, जिसकी वजह से उसे आगे बढ़ने में मदद मिली है. 


 

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जयंत की उम्मीदवारी, डिंपल की कुर्बानी, 24 घंटे में कैसे बदल गया अखिलेश का गेम प्लान?

स्टोरी हाइलाइट्स

  • सपा चाहती थी पार्टी के सिंबल पर जयंत जाएं राज्यसभा
  • जयंत चौधरी सपा के सिंबल पर जाने को तैयार नहीं थे
  • सिब्बल के सपा सिंबल पर नहीं जाने से जयंत की राह हुई आसान

राज्यसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने तीन नाम फाइनल कर दिए हैं. कई दिनों से चल रही सियासी अटकलों के बाद ये तीनों चेहरों पर मुहर लगी है. इसमें देश के माने-जाने वकील कपिल सिब्बल, RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी और पार्टी के मुस्लिम फेस जावेद अली शामिल हैं. वहीं, अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के राज्यसभा जाने की अटकलों पर विराम लग चुका है. हालांकि ये तीन नाम तय होने के पीछे का गणित भी समझना जरूरी है क्योंकि डिंपल यादव का नाम आखिरी वक्त कटा है. 

क्या बीजेपी कर सकती थी खेल?

समाजवादी पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, डिंपल यादव और कपिल सिब्बल का नामांकन एक साथ ही होना था. दोनों के दस्तावेज भी तैयार कर लिए गए थे, लेकिन आखिरी वक्त में डिंपल यादव का नाम लिस्ट से हट गया. बुधवार को पार्टी ने कपिल सिब्बल, डिंपल यादव और जावेद अली को एक साथ पर्चा दाखिल कराने की तैयारी में थी. सभी के दस्तावेज भी तैयार कर लिए गए थे. सिर्फ तीनों नेताओं को एक साथ विधानसभा जाना था, लेकिन तभी जयंत चौधरी को लेकर पार्टी के भीतर एक चर्चा चली कि अगर इस वक्त जयंत चौधरी को नहीं भेजा गया तो बीजेपी कोई खेल कर सकती है.

ये बिगाड़ सकते थे खेल!

फिर बुधवार दोपहर को अचानक ही डिंपल यादव के पर्चा भरने की चर्चाओं पर विराम लग गया और तय हुआ कि जब अखिलेश यादव विधानसभा से लौटेंगे तब इस पर फैसला लेंगे. चर्चा ये थी कि गुरुवार को भी डिंपल पर्चा भर सकती हैं. वहीं, देर शाम जयंत चौधरी की इच्छा भी जानी गई. जयंत के चुनिंदा लोगों से पूछा गया तो उनकी तरफ से ग्रीन सिग्नल था. कहा गया कि अगर डेढ़ साल बाद ही राज्यसभा जाना है तो अभी क्यों नहीं. इससे एक ओर गठबंधन का नुकसान होने से बच सकता है. दूसरी ओर बीजेपी के खेल का डर भी सता रहा था कि कहीं ओमप्रकाश राजभर और शिवपाल यादव सपा का खेल न बिगाड़ दें. 

ऐसे में देर रात को अखिलेश यादव ने जयंत को भेजने का फैसला किया. आरएलडी के सभी विधायकों को पार्टी के एक नेता के घर बुलाया गया और उनके दस्तावेज तैयार करने को कहा गया. सुबह अखिलेश यादव ने आरएलडी के विधायकों से मुलाकात की और तय हो गया कि जयंत ही राज्यसभा जाएंगे. 

क्या अखिलेश ने बड़ा सियासी दांव चला है?

ये भी कहा जा रहा है कि अखिलेश यादव ने जयंत चौधरी को राज्यसभा भेजने का कदम उठाकर बड़ा सियासी दांव चला है. इससे एक तरफ जयंत और अखिलेश यादव की दोस्ती को 2024 के लोकसभा चुनाव में मजबूती देगा. वहीं, जयंत चौधरी आठ साल के बाद संसद पहुंचेंगे. 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद से जयंत चौधरी संसद से बाहर हैं और अब जाकर सपा के समर्थन से राज्यसभा पहुंचेंगे. इसका सियासी संदेश भी पश्चिमी यूपी में जाएगा, जिसका राजनीतिक लाभ 2024 में मिल सकता है. 

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SC ने वेश्यावृत्ति को माना पेशा, अब परेशान नहीं कर सकेगी पुलिस, जारी हुए सख्त निर्देश

स्टोरी हाइलाइट्स

  • सुप्रीम कोर्ट ने कहा- पुलिस सेक्स वर्कर्स के साथ इज्जत से व्यवहार करे
  • यौन उत्पीड़न होने पर सेक्स वर्कर्स को सभी मदद मुहैया कराई जाए- SC

सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की पुलिस को आदेश दिया है कि उन्हें सेक्स वर्कर्स के काम में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. कोर्ट ने सेक्स वर्क को प्रोफेशन मानते हुए कहा कि पुलिस को वयस्क और सहमति से सेक्स वर्क करने वाले महिलाओं पर आपराधिक कार्रवाई नहीं करनी चाहिए. 

सुप्रीम कोर्ट ने कहा, सेक्स वर्कर्स भी कानून के तहत गरिमा और समान सुरक्षा के हकदार हैं. सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस एल नागेश्वर राव, बीआर गवई और एएस बोपन्ना की बेंच ने सेक्स वर्कर्स के अधिकारों को सुरक्षित करने की दिशा में 6 निर्देश जारी करते हुए कहा कि सेक्स वर्कर्स भी कानून के समान संरक्षण के हकदार हैं. 

तो पुलिस को कार्रवाई से बचना चाहिए...

बेंच ने कहा, जब यह साफ हो जाता है कि सेक्स वर्कर वयस्क है और अपनी मर्जी से यह काम कर रही है, तो पुलिस को उसमें हस्तक्षेप करने और आपराधिक कार्रवाई करने से बचना चाहिए. कोर्ट ने कहा, इस देश के प्रत्येक व्यक्ति को संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत सम्मानजनक जीवन का अधिकार है. कोर्ट ने यह भी आदेश दिया कि जब भी पुलिस छापा मारे तो सेक्स वर्कर्स को गिरफ्तार या परेशान न करे, क्योंकि इच्छा से सेक्स वर्क में शामिल होना अवैध नहीं है, सिर्फ वेश्यालय चलाना गैरकानूनी है. 

कोर्ट ने कहा, एक महिला सेक्स वर्कर है, सिर्फ इसलिए उसके बच्चे को उसकी मां से अलग नहीं किया जाना चाहिए. मौलिक सुरक्षा और सम्मानपूर्ण जीवन का अधिकार सेक्स वर्कर और उनके बच्चों को भी है. अगर नाबालिग को वेश्यालय में रहते हुए पाया जाता है, या सेक्स वर्कर के साथ रहते हुए पाया जाता है तो ऐसा नहीं माना जाना चाहिए कि बच्चा तस्करी करके लाया गया है. 

सेक्स वर्कर्स को यौन उत्पीड़न पर तुरंत मदद दिलाई जाए

कोर्ट ने कहा, अगर किसी सेक्स वर्कर के साथ यौन उत्पीड़न होता है, तो उसे कानून के तहत तुरंत मेडिकल सहायता समेत यौन हमले की पीड़िता को उपलब्ध होने वाली सभी सुविधाएं मुहैया कराई जानी चाहिए. कोर्ट ने कहा, यह देखा गया है कि सेक्स वर्कर्स के प्रति पुलिस क्रूर और हिंसक रवैया अपनाती है. यह इस तरह है कि एक ऐसा वर्ग भी है, जिनके अधिकारों को मान्यता नहीं मिली है. पुलिस और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सेक्स वर्कर के अधिकारों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए. 

कोर्ट ने कहा, सेक्स वर्कर्स को भी नागरिकों के लिए संविधान में तय सभी बुनियादी मानवाधिकारों और अन्य अधिकारों का हक है. बेंच ने कहा, पुलिस को सभी सेक्स वर्कर्स से सम्मान के साथ व्यवहार करना चाहिए और उन्हें मौखिक या शारीरिक रूप से दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए. न ही उन्हें किसी भी यौन गतिविधि के लिए मजबूर करना चाहिए. 

मीडिया के लिए भी जारी किए निर्देश

इतना ही नहीं कोर्ट ने कहा कि प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया से उचित दिशा-निर्देश जारी करने की अपील की जानी चाहिए, ताकि गिरफ्तारी, छापे या किसी अन्य अभियान के दौरान सेक्स वर्कर्स की पहचान उजागर न हो, चाहे वह पीड़ित हो या आरोपी. साथ ही ऐसी किसी भी तस्वीर का प्रसारण न किया जाए, जिससे उसकी पहचान सामने आए. 

सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों को शेल्टर होम के सर्वे कराने का निर्देश दिया है, ताकि जिन वयस्क महिलाओं को उनकी इच्छा के विरुद्ध हिरासत में लिया गया है, उनकी समीक्षा की जाए और समयबद्ध तरीके से रिहाई के लिए कार्रवाई हो सके. कोर्ट ने कहा, सेक्स वर्कर्स अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर जिन चीजों का इस्तेमाल करती हैं, उन्हें आपराधिक साम्रगी न माना जाए और न ही उन्हें सबूत के तौर पर पेश किया जाए. 
 
सेक्स वर्कर्स की परेशानियों को लेकर दायर याचिका पर हुई सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट ने ये आदेश सेक्स वर्कर्स के पुनर्वास को लेकर बनाए गए पैनल की सिफारिश पर दिए. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट कोरोना के दौरान सेक्स वर्कर्स को आई परेशानियों को लेकर दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रहा था. 

इस दौरान कोर्ट ने सरकारों और लीगल सर्विस अथॉरिटी से सेक्स वर्कर्स के लिए वर्कशॉप का आयोजन कराने के लिए कहा, ताकि उन्हें उनके अधिकारों के बारे में पता चल सके कि उन्हें कानून के तहत क्या अनुमति है और क्या नहीं. सेक्स वर्कर्स को यह भी बताया जा सकता है कि कैसे वे अपने अधिकारों के लिए न्यायिक प्रणाली तक पहुंचकर तस्करों और पुलिस के हाथों उत्पीड़न को रोक सकती हैं.  बेंच ने कहा कि इस देश में प्रत्येक व्यक्ति को संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत सम्मानजनक जीवन का अधिकार है. 

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IPL: रोमाचंक एलिमिनेटर में 14 रन से जीती RCB, लखनऊ सुपर जायंट्स टूर्नामेंट से बाहर

स्टोरी हाइलाइट्स

  • आईपीएल 2022 से बाहर हुई लखनऊ सुपर जायंट्स
  • एलिमिनेटर मुकाबले में बेंगलुरु ने 14 रन से हराया
  • क्वालिफायर-2 में अब बेंगलुरु-राजस्थान की भिड़ंत

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने आईपीएल 2022 के एलिमिनेटर मुकाबले में लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) को 14 रनों से मात दे दी है. इसी के साथ आरसीबी क्वालिफायर-2 में पहुंच गई है, जहां उसका मुकाबला राजस्थान रॉयल्स से होगा. पहली बार आईपीएल खेल रही लखनऊ सुपर जायंट्स का चैम्पियन बनने का सपना टूट गया है और वह चौथे नंबर पर रही. 

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 207 रनों का स्कोर बनाया, जवाब में लखनऊ सुपर जायंट्स 193 रन ही बना पाई. एक वक्त पर लग रहा था कि लखनऊ इस लक्ष्य को पा सकती है, लेकिन लगातार विकेट गिरने के बाद लखनऊ वापस नहीं आ पाई और मैच को गंवा दिया. 

क्वालिफायर-2: राजस्थान रॉयल्स बनाम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, 27 मई. 7.30 बजे
फाइनल: गुजरात टाइटन्स बनाम क्वालिफायर-2 की विजेता टीम, 29 मई. 08.00 बजे
 

आखिरी तीन ओवर का ऐसा रहा रोमांच

लखनऊ सुपर जायंट्स को आखिरी तीन ओवर में 41 रनों की ज़रूरत थी. 18वें ओवर में हर्षल पटेल ने बॉलिंग की और इस ओवर में एक विकेट लिया, सिर्फ 8 रन दिए. 19वें ओवर में आरसीबी के जोश हेज़लवुड बॉलिंग करने आए, यहां लखनऊ को 33 रनों की ज़रूरत थी. जोश हेज़लवुड ने यहां सिर्फ 9 रन दिए और दो विकेट झटक लिए. 

आखिरी ओवर की जब बारी आई, लखनऊ की ओर से इवन लुईस और चमीरा क्रीज़ पर थे. जबकि बेंगलुरु की ओर से हर्षल पटेल ने बॉलिंग का जिम्मा संभाला, लखनऊ को आखिरी ओवर में 24 रन बनाने थे. लेकिन वह सिर्फ 9 ही रन बना पाई और इसी के साथ बेंगलुरु की 14 रनों से जीत हुई.

लखनऊ सुपर जायंट्स की पूरी पारी की बात करें तो टीम को खराब शुरुआत मिली थी, क्योंकि क्विंटन डि कॉक सिर्फ 6 रन बनाकर आउट हुए. हालांकि इसके बाद कप्तान केएल राहुल, मनन वोहरा ने पारी को संभालना शुरू किया. लेकिन मनन 19 रन बनाकर आउट हुए. जब केएल राहुल के साथ दीपक हुड्डा की जोड़ी जमी तब उम्मीद लगी कि लखनऊ इस मैच को जीत सकती है, दोनों के बीच 96 रनों की साझेदारी हुई. 

लेकिन इसके बाद ही रनों की तेज रफ्तार कम होती चली गई. कप्तान केएल राहुल 58 बॉल में 79 रन बना पाए, जिसमें 3 चौके, 5 छक्के शामिल रहे. दीपक हुड्डा ने 26 बॉल में 45 रनों की पारी खेली. उनके बाद मार्कस स्टोइनिस, इवन लुईस कोई कमाल नहीं कर पाए. क्योंकि आखिर में रनों का प्रेशर काफी ज्यादा हो गया था. 

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की पारी 
बेंगलुरु की पारी के हीरो रजत पाटीदार रहे, जिन्होंने शानदार शतक जड़ा. आरसीबी की शुरुआत खराब हुई थी, कप्तान फाफ डु प्लेसिस, विराट कोहली और ग्लेन मैक्सवेल सस्ते में पवेलियन लौटे थे. लेकिन युवा रजत पाटीदार ने अकेले दम पर मैच को संभाले रखा और अंत में 54 बॉल में 112 का स्कोर बनाया. जिसमें 12 चौके, 7 छक्के शामिल रहे. बाद में उनका साथ दिनेश कार्तिक ने निभाया, जो पूरे आईपीएल में ज़बरदस्त फॉर्म में रहे हैं. दिनेश कार्तिक ने 23 बॉल में 47 रनों की पारी खेली. 

 

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बुधवार, 25 मई 2022

फांसी से बचा यासीन, NIA कोर्ट ने मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई

स्टोरी हाइलाइट्स

  • यासीन मलिक की सजा का एलान
  • दिल्ली की NIA कोर्ट ने सुनाई सजा

प्रतिबंधित संगठन जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चीफ यासीन मलिक को टेरर फंडिंग के केस में सजा का एलान हो चुका है. दिल्ली की NIA कोर्ट ने यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुना दी है. इसके साथ ही कोर्ट ने 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. बता दें कि NIA ने यासीन मलिक को सजा ए मौत देने की मांग की थी. गुरुवार को कोर्ट ने टेरर फंडिंग मामले में यासीन को दोषी ठहराया था. यासीन मलिक ने सुनवाई के दौरान कबूल कर लिया था कि वह कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल था.

यासीन को 9 मामलों में मिली है सजा 

यासीन मलिक को NIA कोर्ट ने कुल नौ मामलों में सजा सुनाई है. साथ ही अलग-अलग धाराओं में जुर्माना भी लगाया गया है. इनमें 120B में 10 साल की सज़ा और 10 हज़ार जुर्माना, 121 में उम्रकैद की सज़ा और 10 हज़ार जुर्माना, 121A में 10 साल की सज़ा 10 हज़ार जुर्माना, UAPA की धारा 13 में 5 साल और 5 हज़ार जुर्माना, UAPA की धारा 15 में 10 साल की सज़ा और 10 हज़ार जुर्माना, UAPA की धारा 17 में उम्रकैद सज़ा और 10 लाख का जुर्माना, UAPA की धारा 18 में 10 साल 10 हज़ार  जुर्माना, UAPA की धारा 38 और 39 में 5 साल की सज़ा और 5 हज़ार का जुर्माना लगाया गया है.

टेरर फंडिंग के दोषी यासीन मलिक को दिल्ली की पटियाला कोर्ट लाया गया था. कोर्ट में सजा पर बहस होने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था. सजा सुनाने से पहले पटियाला कोर्ट परिसर की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया. कोर्ट रूम के बाहर CAPF, स्पेशल सेल के जवानों की तैनाती की गई है.  


कोर्ट द्वारा सजा सुनाने से पहले अदालत के बाहर कई लोग तिरंगा लेकर पहुंच गए थे. इसके अलावा श्रीनगर के पास मैसुमा में यासीन मलिक के घर के पास उसके समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प होने की खबर आई है. यहां पत्थरबाजी के बाद हालात काबू में करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े. श्रीनगर के पास मैसुमा में यासीन मलिक का घर है. मलिक के घर के आसपास सुरक्षाबल के जवानों को तैनात किया गया है. ड्रोन से इलाके की निगरानी की जा रही है. 


यासीन ने नहीं दी थी चुनौती 

यासीन मलिक ने कोर्ट में कहा था कि वह यूएपीए की धारा 16 (आतंकवादी गतिविधि), 17 (आतंकवादी गतिवधि के लिए धन जुटाने), 18 (आतंकवादी कृत्य की साजिश रचने), व 20 (आतंकवादी समूह या संगठन का सदस्य होने) और भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) व 124-ए (देशद्रोह) के तहत खुद पर लगे आरोपों को चुनौती नहीं देना चाहता.


कोर्ट ने ठहराया दोषी 

कोर्ट ने माना है कि मलिक ने 'आजादी' के नाम जम्मू कश्मीर में आतंकवादी और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने के मकसद से दुनिया भर में एक नेटवर्क स्थापित कर लिया था. NIA ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इस मामले में 30 मई 2017 को केस दर्ज किया था. इस मामले में एक दर्जन के अधिक लोगों के खिलाफ 18 जनवरी 2018 को चार्जशीट फाइल की गई थी.


 

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कोर्ट में कहा था, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन, जेकेएलएफ, जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों ने पाकिस्तान की आईएसआई के समर्थन से नागरिकों और सुरक्षाबलों पर हमला करके घाटी में बड़े पैमाने पर हिंसा को अंजाम दिया. 


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