मीरापुर में दो व्यापारियों के परिजनो को बंधक बनाकर लाखों की डकैती
मीरापुर में थाने से मात्र 200 मीटर दूर करीब 14-15 नकाबपोश हथियारबंद बदमाशों ने कपड़ा व्यापारी व सब्जी व्यापारी के घरों में परिवार के सदस्यों को हथियारों के बल पर बंधक बनाकर लाखों की नकदी व करीब 25 तोले सोने के व करीब एक किलो चांदी के जेवरात लूट लिए।।बदमाशों के जाने के बाद नमाज पढ़ने आये लोगों ने परिवार के सदस्यों को बंधनमुक्त किया। दो घरों में डकैती से पुलिस में हड़कम्प मच गया। सवेरे होने पर एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव, सीओ शकील अहमद भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। तथा पीड़ित परिवारों से घटना की जानकारी ली।
मीरापुर की खतौली रोड स्थित नई बस्ती भूड़ निवासी शाहनजर पुत्र जान मोहम्मद का घर थाने से मात्र 200 मीटर की दूरी पर है। शाहनजर कपड़े की पार्टी का कार्य करता है। रविवार की रात्रि शाहनजर उसका भाई शहजाद अपने परिवार के साथ घर सोए हुए थे। जबकि, इनका पिता जान मोहम्मद घर के बराबर में स्थित अपने घेर में सोया हुआ था शाहनजर के अनुसार देररात्रि एक बजे करीब 14-15 नकाबपोश हथियारबंद बदमाश उनके घेर में पहुंचे तथा यहां सो रहे शाहनजर के पिता जान मोहम्मद को जगाकर हथियारों के बल पर कब्जे में ले लिया तथा उसे साथ लेकर घर मे आवाज लगवाई। जिस पर शाहनजर ने घर का दरवाजा खोला तो बदमाशों में उसे भी कब्जे में ले लिया और सभी बदमाश घर के अंदर घुस गए। इसके बाद बदमाशों ने घर के दोनों कमरे में सो रहे। उसके भाई शहजाद मां रुखसाना व इनकी भांजी नविश(7 वर्ष) समेत घर की सभी महिलाओं व बच्चों को एक ही कमरे में इक्कठा कर बंधक बना लिया। बदमाशों ने हत्या का खौफ़ दिखाते हुए सेफ का ताला तोड़ दिया और उसमें से चाबी लेकर घर मे रखें करीब पांच लाख रुपये नकद तथा करीब 20 तोले के सोने के जेवरात, एक गले का हार, 8 सोने के कंगन,1 अंगूठी, 3 तोले के सोने के झाले व करीब आधा किलो चांदी के जेवरात तथा मोबाइल लूट लिए। बदमाश यहां से कुछ दूरी पर स्थित सब्जी व्यापारी युनुस पुत्र अब्दुल वहीद के घर की दीवार पर सीढ़ी लगाकर उसके घर उतर गए तथा घर के एक कमरे में सो रहे युनूस उसकी पत्नी रुखसाना, पुत्र शाहजेब (17) पुत्रियों शहजादी (22) अर्शी (20) व अर्जिया (5) वर्ष को हथियारों के बल पर बंधक बना लिया। सेफ आलमारी की चाबी लेकर उसमें रखे 40 हज़ार रुपये नकद तथा 3 तोले के सोने के जेवरात, कुंडल, कानों की बाली, कानों के बुन्दे, दो अंगूठी व करीब आधा किलो चांदी के जेवरात लूट लिए। सुबह करीब सवा पांच बजे जब आसपास के लोग नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद जाने लगे, तो पीड़ितों ने शोर मचाया तब जाकर लोगो ने दोनों परिवारों को बंधनमुक्त किया। दो घरों में लाखों की डकैती की सूचना पर पुलिस में हड़कम्प मच गया तथा सवेरा होंने पर एसपी देहात अतुल श्री वास्तव, सीओ शकील अहमद, मीरापुर इंस्पेक्टर दिनेश कुमार मौके पर पहुंचे तथा घटनास्थल का निरीक्षण किया और पीड़ित परिवार से घटना की जानकारी ली।
क्या है Chechen Force, जिसे यूक्रेन के अधिकारियों की हत्या का मिला है रूस से ऑर्डर
स्टोरी हाइलाइट्स
यूक्रेन में चेचेन फोर्स के 12,000 लड़ाके होने का अनुमान
लड़ाकों को यूक्रेनी अधिकारियों की हत्या करने का आदेश
Who are Chechen Forces: रूस और यूक्रेन में जंग के बीच चेचेन फोर्स की चर्चा भी हो रही है. चेचन फोर्स दक्षिणी रूस में स्थित छोटे से देश चेचन्या के लड़ाके हैं. चेचन्या इस वक्त रशियन फेडरेशन का हिस्सा है.
चेचन्या के राष्ट्रपति रमजान केदिरोव (Ramzan Kadyrov) ने यूक्रेन में चेचेन लड़ाके भेजने का ऐलान किया है. केदिरोव ने एक वीडियो मैसेज जारी कर दावा किया है यूक्रेन में ऑपरेशन के दौरान उसके अभी तक एक भी लड़ाके की न तो मौत हुई है और न ही कोई घायल हुआ है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन ने सही फैसला लिया है और हम उनके आदेश का पालन करेंगे.
यूक्रेन में चेचेन फोर्स के कितने लड़ाके मौजूद हैं, इसका सही आंकड़ा तो नहीं है. लेकिन रूसी न्यूज एजेंसी RT का दावा है कि यूक्रेन में करीब 12 हजार चेचेन लड़ाके मौजूद हैं और वो पुतिन के आदेश का इंतजार कर रहे हैं.
वहीं, ब्रिटिश न्यूज वेबसाइट Dailymail की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस ने चेचेन लड़ाकों को यूक्रेन के अधिकारियों की एक लिस्ट दी है. उन्हें इस लिस्ट में यूक्रेन के जिन अधिकारियों के नाम लिखे हैं, उन्हें पकड़ने का आदेश दिया है. साथ ही ये भी कहा गया है कि अगर कोई अधिकारी हिरासत में आने से मना करे तो उसे मार दिया जाए.
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चेचेन फोर्स को यूक्रेन के अधिकारियों की लिस्ट दी गई है. (फाइल फोटो-Getty Images)
ये चेचेन फोर्स कौन हैं? इन्हें जानने से पहले रूस और चेचन्या के रिश्तों को समझना जरूरी है.
- चेचन्या पूर्वी यूरोप के कॉकस क्षेत्र के उत्तरी भाग में स्थित है. चेचन्या आज भले ही रशियन फेडरेशन का हिस्सा है, लेकिन कभी चेचन्या के लड़ाके रूस के खिलाफ थे.
- चेचन्या मुस्लिम बहुल देश है. इसने 1919 में सोवियत संघ से अपनी आजादी की घोषणा कर दी थी. लेकिन सोवियत संघ ने चेचन्या पर हमला कर दिया. तत्कालीन सोवियत नेता जोसेफ स्टालिन (Joseph Stalin) ने चेचन्या के लोगों को सर्बिया जाने का आदेश दे दिया. कुछ सालों बाद जब निकिता ख्रुश्चेव (Nikita Khrushchev) सोवियत के नेता बने तो उन्होंने चेचन्या के लोगों को लौटने को कहा.
- जब तक सोवियत संघ रहा तब तक चेचन्या अपनी आजादी के लिए लड़ता रहा. दिसंबर 1991 में जब सोवियत संघ टूटा तो चेचन्या अलग देश बन गया. लेकिन इस छोटे से देश पर रूस की नजर हमेशा रही. 1994 में रूस ने चेचन्या पर हमला कर दिया, लेकिन इस लड़ाई में रूस की हार हुई.
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चेचेन के लड़ाके अपनी बर्बरता के लिए जाने जाते हैं. (फाइल फोटो-Getty Images)
ऐसे बिगड़े और फिर सुधरे रूस और चेचन्या के रिश्ते
- मार्च 1999 में चेचन्या में रूस के शीर्ष दूत रहे जनरल गेनादी श्पिगुन (Gennadiy Shpigun) का ग्रोजनी एयरपोर्ट से अपहरण कर लिया गया. एक साल बाद मार्च 2000 में उनकी लाश बरामद हुई.
- जुलाई-अगस्त 1999 में चेचन्या के लड़ाकों और रूसी सेना के बीच हिंसक झड़प शुरू हुई और इसी के साथ रूस और चेचन्या के बीच दूसरा युद्ध शुरू हुआ.
- इसी बीच रूस में व्लादिमीर पुतिन राष्ट्रपति बने. मई 2000 में उन्हें चेचन्या पर रूस के शासन का ऐलान किया. जून 2000 में रूस ने अखमत केदिरोव (Akhmat Kadyrov) को चेचन्या का नेता घोषित किया. अखमत केदिरोव पहले अलगाववादी थे, लेकिन बाद में रूस के साथ आ गए थे.
- मार्च 2003 में चेचन्या में जनमत संग्रह हुआ, जिसमें ज्यादातर लोगों ने चेचन्या को रशियन फेडरेशन का हिस्सा बनाने के पक्ष में वोट दिया. अक्टूबर 2003 में अखमत केदिरोव चेचन्या के राष्ट्रपति बने. मई 2004 में अखमत केदिरोव की हत्या हो गई. उनके बाद उनके बेटे रमजान केदिरोव चेचन्या के राष्ट्रपति बने.
चेचेन फोर्स क्या है?
- डेलीमेल के मुताबिक, चेचेन फोर्स चेचन्या की फेडरल गार्ड सर्विस की दक्षिणी बटालियन के लड़ाके हैं. इसमें हजारों लड़ाके मौजूद हैं. माना जाता है कि चेचेन के लड़ाके अक्सर जंगलों में ही रहते हैं. ये लड़ाके अपनी बर्बरता के लिए जाने जाते हैं.
- माना जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति ने इन लड़ाकों को यूक्रेन में मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए भेजा है. डेलीमेल का कहना है कि इन लड़ाकों को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) को पकड़ने या उनकी हत्या करने का आदेश दिया गया है.
वॉर के बीच वार्ता! दोपहर 3.30 बजे यूक्रेन और रूस के बीच बेलारूस में ऐतिहासिक बातचीत
स्टोरी हाइलाइट्स
रूस और यूक्रेन की जंग का पांचवा दिन
यूक्रेन का दावा- रूसी सेना को बहुत नुकसान पहुंचाया
Russia Ukraine Meeting in Belarus: रूस और यूक्रेन के बीच जंग थमेगी या नहीं, इसपर आज दोपहर तक फैसला हो सकता है. दरअसल, बेलारूस में रूस-यूक्रेन के बीच आज बातचीत होनी है. भारतीय समय के मुताबिक, यह मीटिंग 3.30 बजे होगी.
बेलारूस से विदेश मंत्रालय ने ही एक फोटो ट्वीट कर जानकारी दी है कि रूस-यूक्रेन की मीटिंग करवाने के लिए मंच को तैयार किया जा चुका है. अब सिर्फ दोनों देशों के डेलिगेशन का इंतजार है.
In Belarus, everything is ready to host Russia-Ukraine negotiations. Waiting for delegations to arrive: Ministry of Foreign Affairs of Belarus
(Pic Source: Ministry of Foreign Affairs of Belarus' Twitter account)#RussiaUkraineConflict pic.twitter.com/01bWOxFxFz
— ANI (@ANI) February 28, 2022
बेलारूस पर यकीन करना यूक्रेन के लिए आसान नहीं
हालांकि, बेलारूस पर यकीन करना यूक्रेन के लिए इतना आसान नहीं है. अबतक देखा जाए तो बेलारूस इस जंग में रूस की तरफ रहा है. सुबह यह भी जानकारी थी कि यूक्रेन पर हमले में बेलारूस रूस का साथ दे सकता है. अबतक लड़ाई में बेलारूस सीधे तौर पर सामने नहीं आया था. लेकिन रूस ने आज सुबह यूक्रेन के Zhytomyr एयरपोर्ट पर जो हमला किया था इसमें Iskander मिसाइल का इस्तेमाल हुआ था. यह एयर स्ट्राइक बेलारूस की तरफ से छोड़ी गई थी. बेलारूस ने कहा था कि वह अपने इलाके का इस्तेमाल रूस को एयर स्ट्राइक के लिए नहीं करने देगा, बावजूद इसके ऐसा हुआ. Zhytomyr में हुए हमले में पुरानी इमारत को भी नुकसान पहुंचा था. यहां एक सिनेमा भी हुआ करता था.
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अमेरिका के खुफिया अधिकारियों का मानना है कि बातचीत अगर पटरी पर नहीं जाती है तो बेलारूस इस लड़ाई में कूद सकता है. फिलहाल तक स्थिति यह है कि रूस से इस लड़ाई को जितना आसान समझा था, यह उतनी निकली नहीं. यूक्रेन की तरफ से रूस के जवानों को कड़ी टक्कर मिल रही है. यूक्रेन की राजधानी कीव पर रूस अबतक कंट्रोल नहीं कर पाया है.
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज पांचवा दिन है. अब यूक्रेन को दूसरे देशों से मदद मिलनी भी शुरू हो गई है. अमेरिका यूक्रेन के लिए 500 स्टिंगर मिसाइल, हथियार भेज रहा है. यूक्रेन का दावा है कि रूसी हमले में अबतक उसके 352 लोगों की मौत हो चुकी है, वही 1,684 लोग घायल हैं. दूसरी तरफ यूक्रेन का दावा है कि उसने युद्ध में अबतक रूस को काफी नुकसान पहुंचाया है. 27 फरवरी तक रूस के 4,500 सैनिकों को मारने के अलावा करीब 150 टैंक, 700 सैन्य वाहन, 60 फ्यूल टैंक, 26 हेलिकॉप्टर्स नष्ट करने का दावा किया जा रहा है.
जंग के बीच सुलह का रास्ता अपनाएंगे रूस-यूक्रेन? बेलरूस में बातचीत का मंच तैयार
Russia Ukraine War LIVE Updates: रूस और यूक्रेन की जंग का आज सोमवार को पांचवा दिन है. यूक्रेन की राजधानी कीव और खारकीव शहर पर रूसी सेना के हमले जारी है. वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दावा किया है कि रूस ने उनकी हत्या कराने के लिए कीव में 400 से ज्यादा भाड़े के हत्यारे भेजे हैं. इधर भारतीयों को यूक्रेन से निकालने के लिए मोदी सरकार ने नया प्लान बनाया है. इसमें चार मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा जाएगा.
12:10 PM(26 सेकंड पहले)
यूक्रेन से वीकेंड कर्फ्यू हटा
Posted by :- Vishnu Rawal
यूक्रेन की राजधानी कीव से वीकेंड कर्फ्यू हटने की जानकारी आई है. वहां सभी छात्रों को कहा गया है कि वे रेल पकड़कर अपने आगे के सफर के लिए जाएं. सभी से पश्चिमी हिस्से की तरफ जाने को कहा गया है. यूक्रेनी रेलवे फंसे छात्रों को निकालने के लिए स्पेशल ट्रेन चला रही है.
11:51 AM(18 मिनट पहले)
रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत का मंच तैयार
Posted by :- Vishnu Rawal
रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत का मंच तैयार हो चुका है. यह बातचीत बेलारूस में होनी है. बेलारूस के विदेश मंत्रालय ने एक फोटो ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.
11:04 AM(एक घंटा पहले)
बातचीत के लिए बेलारूस पहुंचा यूक्रेन का डेलिगेशन
Posted by :- Vishnu Rawal
जंग के बीच यूक्रेन और रूस में बातचीत की पहल हुई है. न्यूज वेबसाइट Sputnik के मुताबिक, यूक्रेन का जो डेलिगेशन बातचीत के लिए निकला था, वह बेलारूस पहुंच चुका है. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने पहले ही कहा था कि बेलारूस की सीमा पर रूस-यूक्रेन की बातचीत हो सकती है.
10:57 AM(एक घंटा पहले)
यूक्रेन के पड़ोसी देश जाएंगे चार मंत्री
Posted by :- Vishnu Rawal
यूक्रेन संकट पर पीएम मोदी की हाई लेवल मीटिंग में बड़ा फैसला हुआ है. इसमें तय किया गया है कि चार मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा जाएगा, जो भारतीय लोगों और छात्रों को निकालने में मदद करेंगे. जिन मंत्रियों को भेजा जा रहा है उनमें हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल वीके सिंह का नाम शामिल है.
10:50 AM(एक घंटा पहले)
91 फीसदी लोग कर रहे राष्ट्रपति जेलेंस्की को सपोर्ट
Posted by :- Vishnu Rawal
यूक्रेन में 26-27 फरवरी को एक सर्वे हुआ है. इसके मुताबिक, 70 फीसदी लोगों को लगता है कि जंग में यूक्रेन की जीत होगी. वहीं 91 फीसदी राष्ट्रपति जेलेंस्की को सपोर्ट कर रहे हैं. सर्वे के मुताबिक, यूक्रेन के लोगों में निराशावादी विचारों की कमी और सैन्य दल के प्रति भरोसा चरम पर है.
10:48 AM(एक घंटा पहले)
यूक्रेन संकट पर PM मोदी ने बुलाई हाई लेवल मीटिंग
Posted by :- Vishnu Rawal
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट पर हाईलेवल मीटिंग बुलाई है. सूत्रों के मुताबिक, कुछ केंद्रीय मंत्री निकासी के समन्वय के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जा सकते हैं.
10:46 AM(एक घंटा पहले)
रूस ने विदेशी क्लाइंट्स पर लगाई ये पाबंदी
Posted by :- Vishnu Rawal
न्यूज एजेंसी TASS के मुताबिक, यूक्रेन से लड़ाई के बीच रूस ने बड़ा ऐलान किया है. उसने विदेशी क्लांट्स पर रोक लगाई है, कहा गया है कि अब वह उनके (रूस से मुहैया) उपकरणों को नहीं बेच सकेगा.
10:19 AM(एक घंटा पहले)
जेलेंस्की को मारने आए भाड़े के हत्यारे- पत्रिका का दावा
Posted by :- Panna Lal
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की हत्या करने के लिए 400 हथियारबंद लड़ाके कीव में प्रवेश कर चुके हैं. ये भाड़े के लड़ाके क्रेमलिन के आदेश पर कीव में घुसे हैं और किसी भी कीमत पर राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की हत्या करना चाहते हैं, ताकि कीव में रूस समर्थित सरकार बैठाई जा सके. ये सनसनीखेज दावा द टाइम्स पत्रिका ने किया है. खबरों के अनुसार वैगनर ग्रुप, राष्ट्रपति पुतिन के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक द्वारा संचालित एक निजी मिलिशिया है. पांच सप्ताह पहले अफ्रीका से भाड़े के इन सैनिकों ने रुपये पैसे के लालच में ज़ेलेंस्की की सरकार को नष्ट करने के मिशन पर उड़ान भरी थी. इनके मिशन की जानकारी यूक्रेन की सरकार को शनिवार की सुबह मिली है. इसके बाद यूक्रेन सरकार ने राष्ट्रपति की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है. इस मिशन की जानकारी मिलते ही यूक्रेन की सरकार ने राजधानी 36 घंटे का हार्ड कर्फ्यू लगा दिया गया है और नागरिकों से कहा गया है कि अगर कोई भी इस दौरान बाहर दिखा तो उसे गोली मारी जा सकती है.
9:34 AM(2 घंटे पहले)
यूक्रेन की राजधानी कीव में एयर रेड अलर्ट जारी
Posted by :- Vishnu Rawal
यूक्रेन की राजधानी कीव में एयर रेड अलर्ट जारी हो गया है. इस अलर्ट के बाद आम लोगों को जल्द से जल्द किसी सुरक्षित स्थान पर जाने के निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि आज सुबह भी कीव और खारकीव में धमाके सुनाई दिए थे.
9:27 AM(2 घंटे पहले)
कनाडा का आरोप- रूस ने किया हवाई क्षेत्र पाबंदी का उल्लंघन
Posted by :- Vishnu Rawal
जंग के बीच कनाडा ने रूस पर एयरस्पेस नियमों को तोड़ने का आरोप लगाया है. कनाडा ने रूसी फ्लाइट्स पर पाबंदी लगाई हुई है, इसमें रूस कनाडा के एयरस्पेस का इस्तेमाल नहीं कर सकता. लेकिन अब कहा गया है कि Aeroflot Flight 111 ने इस पाबंदी को तोड़कर एयरस्पेस का इस्तेमाल किया है.
9:21 AM(2 घंटे पहले)
रूस ने कैसे नष्ट किया यूक्रेन के पास मौजूद दुनिया का सबसे बड़ा कार्गो प्लेन
Posted by :- Vishnu Rawal
यूक्रेन के पास जो दुनिया का सबसे बड़ा कार्गो विमान An-225 था उसको रूस ने नष्ट कर दिया है. फोटोज में दिखाई दिया है कि जिस hangar (एयरक्राफ्ट को पार्क करने की जगह) में An-225 को रखा गया था वह 26 फरवरी तक ठीक था. फिर 27 फरवरी को एक मिसाइल हमले में hangar को तोड़ते हुए छत को पार कर गया था, जिसमें An-225 को नुकसान हुआ.
8:37 AM(3 घंटे पहले)
Chernihiv शहर की बिल्डिंग में फंसी मिसाइल, दो फ्लोर जलकर खाक
Posted by :- Vishnu Rawal
रूसी हमले के बीच एक मिसाइल आज Chernihiv शहर में स्थित रिहायशी बिल्डिंग में फंस गई. इससे उसके दो फ्लोर में आग लग गई. आगजनी में कितना नुकसान हुआ है, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है. Chernihiv कीव से 150 किलोमीटर दूर है.
8:31 AM(3 घंटे पहले)
युक्रेन में लड़ रहा पिता, पत्नी और बच्चे को भेजा देश से बाहर, देखें क्या बोला परिवार
Posted by :- Vishnu Rawal
8:29 AM(3 घंटे पहले)
यूरोपियन संघ के इलाके में रूसी प्लेन पर बैन
Posted by :- Vishnu Rawal
यूरोपियन संघ (European Union) ने जंग के बीच बड़ा फैसला लिया है. उसने अपने क्षेत्र से रूसी प्लेन के टेक-ऑफ और लैंडिंग पर रोक लगा दी है. इसके साथ-साथ रूस अब उसके फ्लाइिंग जोन का भी इस्तेमाल नहीं कर पाएगा.
8:16 AM(3 घंटे पहले)
ऑपरेशन गंगा: यूक्रेन से फंसे 249 और भारतीय वापस लौटे
Posted by :- Vishnu Rawal
यूक्रेन में फंसे 249 भारतीय नागरिकों को लेकर बुखारेस्ट (रोमानिया) से रवाना हुई पांचवीं ऑपरेशन गंगा फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गई है. एक छात्रा ने बताया, 'हम वापस आ गए हैं तो हमें बहुत खुशी है। यूक्रेन में हमारे लिए स्थिति बहुत कठिन थी, हम उम्मीद छोड़ चुके थे.'
"Government has helped us a lot. All possible support was provided by the Indian Embassy. The main problem is crossing the border. I hope all Indians are brought back. There are several more Indians still stranded in Ukraine," said the students who arrived to Delhi from Ukraine pic.twitter.com/UU5zRseUcx
— ANI (@ANI) February 28, 2022
8:15 AM(3 घंटे पहले)
कीव-खारकीव में फिर धमाके
Posted by :- Vishnu Rawal
यूक्रेन की राजधानी कीव और अहम शहर खारकीव में सोमवार सुबह फिर धमाके सुनाई दिए हैं. यहां रूसी सेना कब्जे की पूरी कोशिशों में लगी है.
8:10 AM(3 घंटे पहले)
'रूस के 4500 जवान मार गिराए', यूक्रेन की सेना का दावा
Posted by :- Vishnu Rawal
यूक्रेन का दावा है कि उसने युद्ध में अबतक रूस को काफी नुकसान पहुंचाया है. 27 फरवरी तक रूस के 4,500 सैनिकों को मारने के अलावा करीब 150 टैंक, 700 सैन्य वाहन, 60 फ्यूल टैंक, 26 हेलिकॉप्टर्स नष्ट करने का दावा किया जा रहा है.
7:47 AM(4 घंटे पहले)
यूक्रेन के राष्ट्रपति को बड़े खतरे का डर?
Posted by :- Vishnu Rawal
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन को कहा है कि यूक्रेन के लिए अगले 24 घंटे बेहद अहम हैं.
7:07 AM(5 घंटे पहले)
बेलारूस ने खत्म किया गैर परमाणु स्टेटस
Posted by :- Vishnu Rawal
बेलारूस ने संवैधानिक जनमत संग्रह पास किया. इसमें गैर परमाणु स्टेटस को खत्म किया गया है, जिससे रूसी परमाणु हथियारों को वहां तैनात करने का रास्ता साफ हो गया है.
6:47 AM(5 घंटे पहले)
बेलारूस में रूस के खिलाफ प्रदर्शन, 530 हिरासत में
Posted by :- Vishnu Rawal
बेलारूस में 530 लोगों को हिरासत में लिया गया है. ये लोग रूस के यूक्रेन में एक्शन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. पकड़े गए लोग Viasna human rights centre से जुड़े हुए हैं. बेलारूस में रविवार को करीब 12 शहरों में प्रदर्शन हुए थे, जिनके बाद इनको गिरफ्तार किया गया.
Ground Report: यूक्रेन के ये 5 शहर बने जंग का मैदान, जानिए कहां कैसे मचा है घमासान
स्टोरी हाइलाइट्स
कीव में रूस ने अतिरिक्त सेना भेजी
खारकीव में लगातार हो रहे धमाके
ओडेसा और मारियूपोल में भी जंग
Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जंग का आज पांचवा दिन है. यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे को लेकर जंग जारी है. यूक्रेन के शहरों पर रूसी सेना के मिसाइल हमले जारी हैं. इतना ही नहीं, यूक्रेन की सड़कों पर रूस के टैंक और बख्तरबंद वाहर दौड़ रहे हैं. हालांकि, 4 दिन बीत जाने के बाद भी युद्ध अभी तक किसी अंजाम पर नहीं पहुंचा है.
रूस का दावा है कि उसने अब तक यूक्रेन के 254 टैंक और बख्तरबंद गाड़ियों के अलावा 31 एयरक्राफ्ट, 46 रॉकेट आर्टिलरी सिस्टम, 103 आर्टिलरी गन और मॉर्टन को तबाह किया जा चुका है. वहीं, यूक्रेन ने अब तक रूस के 4,500 सैनिकों को मारने का दावा किया है. साथ ही ये भी दावा किया है कि उसने रूस के करीब 150 टैंक, 700 सैन्य वाहन, 60 फ्यूल टैंक और 26 हेलीकॉप्टर्स को भी नष्ट कर दिया है.
रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी से जंग शुरू हो गई थी. अब तक दोनों ओर से कई दावे किए गए हैं. कीव और खारकीव में आज सुबह धमाकों की आवाज सुनाई दी है. संयुक्त राष्ट्र ने कीव स्थित रेडियोएक्टिव वेस्ट डिस्पोजल साइट पर मिसाइल अटैक होने की जानकारी भी दी है. युद्ध के 5वें दिन भी यूक्रेन के कई बड़े शहरों में दोनों देशों की सेनाओं में संघर्ष जारी है.
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1. कीव
कीव पर कब्जे को लेकर रूस और यूक्रेन की सेनाएं आमने-सामने हैं. आज फिर कीव में एयर रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसका मतलब है कि कीव पर मिसाइल अटैक या हवाई हमला हो सकता है. नागरिकों से शेल्टर में जाने की अपील की है.
रूस की सेना ने कीव को चारों ओर से घेर लिया है. कीव के मेयर विताली क्लित्शको ने न्यूज एजेंसी को बताया कि कीव से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा है, रूस ने चारों ओर से घेर कर रखा है. उन्होंने बताया कि अब यहां से नागरिकों को बाहर निकालने का कोई रास्ता नहीं है.
इसी बीच कीव पर कब्जे के लिए रूस ने अतिरिक्त सेना भी भेजनी शुरू कर दी है. सैटेलाइट तस्वीरों में सैकड़ों सैन्य वाहन इवानकीव शहर से कीव की ओर बढ़ते दिख रहे हैं. पश्चिमी देशों के इंटेलिजेंस के मुताबिक, यूक्रेन की कार्रवाई के चलते कीव पर कब्जे की रूस की रणनीति अब तक नाकाम रही है. इतना ही नहीं, रोड ब्लॉक और पुलों के टूटने से रूसी सैनिकों की सप्लाई पर भी असर पड़ा है.
दावा है कि रूस ने यूक्रेन में कई रिहायशी इमारतों को भी निशाना बनाया है. (फाइल फोटो-AP/PTI)
2. खारकीव
कीव के बाद खारकीव यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. यहां भी कब्जे को लेकर रूस और यूक्रेन की सेना में संघर्ष जारी है. खारकीव में आज सुबह से ही धमाकों की आवाज सुनाई दे रही है.
यूक्रेन के सरकारी न्यूज एजेंसी ने बताया कि रूसी सैनिकों ने खारकीव में स्थित नेचुरल गैस पाइपलाइन को उड़ा दिया, जिससे धुआं-धुआं हो गया.
इसके अलावा ये लगातार बमबारी और गोलीबारी का दावा भी किया जा रहा है. हालांकि, खारकीव के गवर्नर ने शहर में यूक्रेन का पूरा नियंत्रण होने का दावा किया है.
3. लीव
यूक्रेन का लीव (Lviv) शहर पोलैंड की सीमा से सटा हुआ है. यहां पर भी रूस और यूक्रेन की सेना में संघर्ष जारी है. लीव के नागरिक भी रूसी सेना का जवाब देने की तैयारी में हैं. फ्रांस की मीडिया ने बताया है कि लीव की एक बीयर फैक्ट्री में पेट्रोल बम बनाए जा रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Pravda brewery फैक्ट्री में बीयर की बोतलों में पेट्रोल और ऑयल भरा जा रहा है, ताकि उसका इस्तेमाल रूसी सेना के खिलाफ किया जा सके. हालांकि, अभी तक यहां बहुत ज्यादा नुकसान होने की खबर नहीं है, लेकिन लीव से लौटे लोगों का कहना है कि बाकी शहरों की तरह ही यहां भी हालात बिगड़ रहे हैं.
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रूस की सेना को जवाब देने के लिए आम लोगों ने भी हथियार उठा लिए हैं. (फाइल फोटो-AP/PTI)
4. चेरनीहिव
राजधानी कीव से 150 किमी दूर चेरनीहिव (Chernihiv) में भी लोग सहमे हुए हैं. यहां लगातार धमाकों और गोलीबारी की आवाज आ रही है. आज सुबह ही चेरनीहिव की एक रिहायशी इमारत पर रूस ने मिसाइल अटैक किया है, जिसमें एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई हैं.
चेरनीहिव के लोगों को घरों की लाइटें बंद ही रखने का आदेश दिया गया है, ताकि रूस के सैनिकों को ये न पता चल सके कि यहां कोई रह रहा है. दूसरे विश्व युद्ध देख चुकीं 87 साल की फायना बिस्त्रित्सका ने न्यूज एजेंसी को बताया कि यहां लगातार सायरन बज रहा है. उन्होंने बताया कि घरों की शीशे से बनी खिड़कियां लगातार हिल रही हैं और धमाकों की आवाज आ रही है.
5. ओडेसा और मारियूपोल
कीव और खारकीव जैसे शहरों के अलावा रूस के सैनिक तटीय इलाकों में स्थित शहरों पर भी फोकस कर रहे हैं. पश्चिम में ओडेसा और पूरब में मारियूपोल शहर में भी रूस और यूक्रेन के बीच भारी जंग हो रही है. यहां से लोगों को निकाला जा चुका है.
मारियूपोल की निवासी रुजाना जुबेन्को का परिवार उन लोगों में से है, जो रूसी सेना की गोलीबारी से बचने के लिए अपना घर छोड़ने को मजबूर हैं. उन्होंने बताया कि पूरा इलाका गोलीबारी से क्षतिग्रस्त हो गया है. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि इस जंग में कौन जीतता है और कौन नहीं, उनके लिए बस ये जरूरी है कि उनके बच्चे मुस्कुराते हुए बड़े हों.
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों से मारपीट, राहुल गांधी ने शेयर किया वीडियो, कहा- निकाले सरकार
स्टोरी हाइलाइट्स
भारतीय छात्रों के साथ मारपीट
यूक्रेन का साथ न देने का गुस्सा
'छात्रों को रेस्क्यू करे सरकार'
यूक्रेन में फंसे भारतीय मेडिकल छात्रों के साथ मारपीट और हिंसा की चिंताजनक खबरें सामने आई है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इससे जुड़ा एक वीडियो शेयर किया है और केंद्र सरकार को फटकार लगाई है. राहुल गांधी ने कहा है कि हम अपने नागरिकों को ऐसे नहीं छोड़ सकते हैं. राहुल ने कहा है कि मेरी संवेदना उन मेडिकल छात्राओं और छात्रों के साथ है जो इस हिंसा से गुजर रहे हैं. किसी माता-पिता को इस पीड़ा से नहीं गुजरना चाहिए. राहुल गांधी ने कहा है कि भारत सरकार को इन्हें वहां से निकालने का प्लान तत्काल शेयर करना चाहिए. सरकार को ये प्लान उन स्टूडेंट को भी बताना चाहिए, साथ ही उनके माता पिता के साथ भी शेयर करनी चाहिए.
राहुल गांधी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, "इस तरह की हिंसा झेल रहे भारतीय छात्रों और इन वीडियो को देखने वाले उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना है. किसी भी अभिभावक को इससे नहीं गुजरना चाहिए. भारत सरकार को तत्काल इन्हें वहां से निकालने का विस्तृत प्लान फंसे हुए लोगों के साथ-साथ उनके परिवारों के साथ साझा करनी चाहिए. हम अपनों को नहीं छोड़ सकते हैं.
My heart goes out to the Indian students suffering such violence and their family watching these videos. No parent should go through this.
GOI must urgently share the detailed evacuation plan with those stranded as well as their families.
We can’t abandon our own people. pic.twitter.com/MVzOPWIm8D
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 28, 2022
बता दें कि यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्राएं और छात्र किसी भी तरह से वहां से बाहर निकलना चाहते हैं. लेकिन उन्हें कई परेशानियां झेलनी पड़ रही है. कई स्टूडेंट बॉर्डर पर अटके पड़े हैं. सरकार उनतक पहुंचने की कोशिश कर रही है लेकिन बमबारी, रूसी गोलों की वजह से उनतक नहीं पहुंच पा रही है.
फतेहाबाद के छात्रों पर हमला
पोलैंड जा रहे भारतीय स्टूडेंट के दल पर हमला की खबर है. ये छात्र फतेहाबाद के रहने वाले हैं. खबरों के अनुसार मारपीट में एक छात्र का हाथ टूट गया है. पीएम मोदी से मदद की अपील करते हुए फतेहाबाद की छात्रा ने वीडियो जारी किया है. हमले का शिकार हुए भारतीय स्टूडेंट्स का कहना है कि हमला करने वाले यूक्रेनी सैनिक थे, भारत द्वारा यूक्रेन का युद्ध मे साथ नहीं देने पर ये सैनिक गुस्सा जाहिर कर रहे थे.
रायसेन की छात्रा ने भी बताई आपबीती
एमपी के रायसेन की एक छात्रा ने भी यूक्रेनी सैनिकों की बदसलूकी का वीडियो जारी किया है. बॉर्डर पर बौखलाए सैनिक सिर्फ यूक्रेन के लोगों को ही जाने दे रहे हैं. बॉर्डर पर भारतीय छात्र छात्राओं को बेहरहमी से पीटा जा रहा है. यूक्रेन के खीरकीव में फंसी रायसेन जिले की छात्रा ने आजतक को वीडियो भेजकर वहां के इन ताजा हालात के बारे में बताया है. मध्य प्रदेश के के सीएम से उन्होंने अपील की है कि उन्हें जल्द वापस लाया जाए.
यूक्रेन की 'युद्ध नीति' के वो 7 कदम जिनसे दुनिया है हैरान और पुतिन हुए परेशान!
स्टोरी हाइलाइट्स
यूक्रेन के कई शहरों में रूस-यूक्रेन की सेना में सीधी जंग जारी
युद्ध के मैदान में उतरे राष्ट्रपति जेलेंस्की हीरो के रूप में उभरे
परमाणु हथियार संपन्न रूस को कड़ी टक्कर दे रहा यूक्रेन
पूरी दुनिया की निगाह इस वक्त रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग पर है. यूक्रेन पर तीन गुना ज्यादा आबादी वाले और परमाणु हथियारों से संपन्न विश्वशक्ति रूस के हमले जारी हैं. यूक्रेन की सीमा में घुसी रूस की सेना लगातार हवाई हमले, मिसाइल हमले और टैंक के साथ-साथ अत्याधुनिक हथियारों से यूक्रेन के शहरों में तबाही मचा रही है. गुरुवार को जब रूस ने हमले की शुरुआत की थी तब यूक्रेन की सेना और एयरफोर्स के ठिकानों को बड़े पैमाने पर निशाना बनाया था और चेरनोबिल जैसे शहरों को जीतती हुई रूसी सेना तेजी से राजधानी कीव की ओर बढ़ रही थी. तब दुनियाभर के डिफेंस एक्सपर्ट मानने लगे थे कि बस कुछ घंटों में रूसी सेना राजधानी कीव को अपने कब्जे में ले लेगी. राष्ट्रपति जेलेंस्की देश छोड़कर भाग जाएंगे, और जल्द ही तख्तापलट करके रूस यूक्रेन में अपनी पसंद की सरकार बनवाएगा.
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भी युद्ध का ऐलान करते हुए कहा था कि यूक्रेन को डिमिलिटराइज करेंगे और सेना के जिन लोगों को बचना हो वो हथियार डालकर घर चले जाएं. लेकिन तीन दिन की लड़ाई के बाद अब हालात ऐसे दिखने लगे हैं कि रूस के सपने पूरी तरह पूरे होते नहीं दिख रहे. भले ही बाद में रूस जंग जीत ले लेकिन अभी तो यूक्रेन के सभी बड़े शहरों में यूक्रेन की सेना रूसी सैनिकों के साथ आमने-सामने की जंग लड़ रही है. रूसी सेना को बड़े नुकसान की रिपोर्टें आ रही हैं. कई शहरों को वापस यूक्रेन की सेना ने कब्जे में ले लिया है और अब बेलारूस में रूस को वार्ता की टेबल पर भी आना पड़ा है. आखिर कैसे 3 तीन दिन की जंग में यूक्रेन ने युद्ध का यू-टर्न कर दिया? इस हालात में पूरी दुनिया में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की तारीफ हो रही है. आमने-सामने के युद्ध के साथ-साथ मनोवैज्ञानिक युद्ध की रणनीति से जेलेंस्की ने ऐसे हालात बना दिए हैं जिससे पुतिन हमला करके फंसे हुए दिख रहे हैं.
रूसी हमलों के बाद यूक्रेन में चारों तरफ सिर्फ तबाही नजर आ रही है.
1. गोरिल्ला युद्ध की रणनीति
रूस बड़ी सेना लेकर और बड़े हथियारों के साथ यूक्रेन में दाखिल तो हो गया और शहरों पर लगातार बमबारी की तस्वीरें भी आ रही हैं लेकिन यूक्रेन ने रूस से निपटने के लिए गोरिल्ला युद्ध की रणनीति अपनाकर सबको हैरान कर दिया है. राजधानी कीव समेत तमाम शहरों में रूसी सेना से जंग के लिए सेना के साथ-साथ आम लोगों को भी ऑटोमेटिक राइफलें दी जा रही हैं. लोगों को जंग की ट्रेनिंग दी जा रही है. ट्रेनिंग के बाद लोग शहरों की सीमाओं पर सैनिकों के साथ मोर्चे पर तैनात किए जा रहे हैं. जबकि दूसरी ओर हमले से तबाही की तस्वीरें देखकर रूसी हमले की दुनियाभर में आलोचना हो रही है.
हमलावर रूस से लड़ने के लिए यूक्रेन में राष्ट्रभक्ति की लहर सी चल पड़ी है. राष्ट्रपति जेलेंस्की खुद सेना की वर्दी में हथियार लेकर मैदान में उतर गए हैं. यूक्रेन के उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्री, सांसद, शहरों के मेयर, यूक्रेन के सेलेब्रिटी, मॉड्ल्स, खिलाड़ी सब हथियार लेकर रूसी सैनिकों से लोहा लेने उतर आए हैं. हमलावर के खिलाफ जंग की ऐसी रणनीति और तस्वीर शायद ही कभी दुनिया ने देखी हो. पूरी दुनिया यूक्रेनियंस के इस जज्बे और देशभक्ति को सलाम कर रही है. पिछले साल अफगानिस्तान में तालिबान के हमले के वक्त राष्ट्रपति अशरफ गनी के भागने के फैसले ने तुरंत ही राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे का रास्ता साफ कर दिया था लेकिन जेलेंस्की ने साहस का परिचय दिया. अब यूक्रेन पर हमले के लिए पुतिन की लगातार आलोचना हो रही है. दुनिया के बाकी शहरों के अलावा रूस के कई शहरों में भी पुतिन के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं.
2. अपने मजबूत इलाकों में रूसी सेना को ट्रैप किया
यूक्रेन को घेरने के लिए रूस ने तीन तरफ से हमला किया था. रूस की सीमा के साथ-साथ डोनबास्क इलाके से भी रूसी सेना घुसी थी तो रूस के सहयोगी देश बेलारूस से भी रूस की सेना ने यूक्रेन पर धावा बोला था. शुरू में सुमी और चेरनोबिल जैसे शहरों पर रूसी सेना ने दबदबा भी कायम किया लेकिन यूक्रेन ने अपने मजबूत गढ़ माने जाने वाले खारकीव, कीव जैसे शहरों में मजबूत मोर्चाबंदी करके अपनी पसंद का युद्धक्षेत्र तैयार किया. यहां सेना-एयरफोर्स की मोर्चाबंदी की.
इन इलाकों से जहां रूसी सैनिक अनजान हैं वहीं पूरे इलाके से यूक्रेन की सेना परिचित है और इसीलिए यहां रूसी टैंक और लड़ाकू विमानों के लगातार ध्वस्त होने की तस्वीरें देखने को मिल रही है. इसके अलावा इन इलाकों में घुस रहे रूसी मिसाइलों और फाइटर जेट को भी यूक्रेन अपने एयर डिफेंस से मार गिराने में कामयाब हो रहा है. जंग के हालात बाद में जो भी हों लेकिन अभी तो यूक्रेन रूस के दांत खट्टे करता दिख ही रहा है.
3. पश्चिमी देशों से लगातार हथियार की सप्लाई
अमेरिका समेत नाटो देशों ने भले ही यूक्रेन की मदद के लिए सेना भेजने से इनकार कर दिया हो लेकिन यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की खुद युद्ध के मैदान में उतरकर भी लगातार दुनियाभर के नेताओं से बात कर रहे हैं. उनकी इस रणनीति का फायदा भी होता दिख रहा है. अमेरिका जहां यूक्रेन को 350 मिलियन डॉलर की मदद देने को राजी हुआ है वहीं कई देश हथियारों की सप्लाई तेजी से कर रहे हैं. इससे रूस को टक्कर देने में यूक्रेन को काफी मदद मिल रही है.
कई देश यूक्रेन की मदद के लिए आगे आए हैं.
जर्मनी यूक्रेन को 1,000 टैंक रोधी हथियार और 500 'स्टिंगर' मिसाइलें भेज रहा है. बेल्जियम यूक्रेन को मशीनगन भेज रहा है. चेक गणराज्य ने यूक्रेन को 85 लाख डॉलर के हथियार और गोला-बारूद भेजने का ऐलान किया है. इसमें मशीन गन, असॉल्ट राइफलें और अन्य हल्के हथियार शामिल हैं. फ्रांस ने यूक्रेन को 300 मिलियन यूरो और सैन्य उपकरण देने की बात कही है तो नीदरलैंड 200 एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलें यूक्रेन को भेजेगा. पड़ोसी देश पोलैंड ने भी यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई का वादा किया है. दुनिया के करीब 28 ऐसे देश हैं जिन्होंने हमलों से निपटने के लिए यूक्रेन को तुरंत मदद पहुंचाने का ऐलान किया है.
4. वार्ता की पेशकश ठुकराना
पूरी दुनिया रूस के हमलों की आलोचना कर रही है. तीन दिन की जंग के बाद बेलारूस में रूस वार्ता की टेबल पर आने को तैयार हुआ तो यूक्रेन ने ये कहते हुए बेलारूस में पहले वार्ता से इनकार कर दिया कि किसी ऐसे देश की जमीन पर वह वार्ता नहीं करेगा जिसने अपनी सीमा से रूस के सैनिकों को यूक्रेन पर हमला करने दिया. इसके बाद कोशिशों को फेल होते हुए देखकर बेलारूस के राष्ट्रपति को यूक्रेन से बात करनी पड़ी और अपनी मंशा साफ करनी पड़ी. तब जाकर यूक्रेन वार्ता की दिशा में आगे बढ़ने को तैयार हुआ. बेलारूस के गोमेल में वार्ता का मंच तैयार हुआ है और अब देखना है कि ये युद्ध को रोकने में यह किस हद तक सफल होता है.
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5. राष्ट्रपति जेलेंस्की का कीव छोड़कर जाने से इनकार करना
यूक्रेन से जंग की जो तस्वीरें आ रही हैं उसमें दुनियाभर में सबसे ज्यादा चर्चा राष्ट्रपति जेलेंस्की की हो रही है. राष्ट्रपति Volodymyr Zelensky की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए रूस ने हमलों की शुरुआत की थी. चर्चा थी कि जेलेंस्की हमलों के बीच देश छोड़कर जल्द निकल सकते हैं. ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने जेलेंस्की को राजनीतिक शरण देने का ऐलान भी किया. अमेरिका ने पोलैंड बॉर्डर पर तीन सैन्य विमान भी भेजे कि रूसी हमले के दौरान बचाने के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की को निकाल लाया जाए.
लेकिन कभी मशहूर कॉमेडियन और एक्टर रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के रुख ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया. जेलेंस्की ने अमेरिकी विमानों को लौटाते हुए कहा- 'मैं युद्ध में उतरा हूं, मुझे राइड नहीं, हथियार चाहिए ताकि मैं हमलावरों से अपने देश की रक्षा कर सकूं. मैं और मेरा परिवार यहीं राजधानी कीव में हैं और मैं युद्ध के मैदान में मोर्चा संभाले हुए हूं.' शायद ही किसी युद्ध में दुनिया के किसी नेता ने अपने देश को इस तरह से लीड किया हो. इसके बाद देश के हर तबके के लोग, सेलिब्रिटी सेना में शामिल होने लगे और रूस से टक्कर लेने के लिए क्या आम क्या खास सबमें होड़ सी दिखने लगी.
6. साइबर युद्ध
रूस और यूक्रेन के बीच सैन्य लड़ाई के साथ-साथ साइबर वॉर भी छिड़ी हुई है. यूक्रेन के कई वेबसाइट्स हैक हुए तो रूस पर यूक्रेन के साइबर हमलों ने भी पूरी दुनिया में रूस को साइबर अटैक का निशाना बनाया. रूस के कई वेबसाइट्स हैक हो गए. दुनिया भर के कई हैकर समूह रूस के खिलाफ यूक्रेन के समर्थन में आ गए हैं और लगातार रूसी वेबसाइट्स और टेलीकम्युनिकेशन माध्यमों को निशाना बना रहे हैं. यहां तक कि रूसी टेलीविजन को हैक करके हैकर्स ने यूक्रेन का नेशनल एंथम चला दिया. हैकर लगातार रूस और बेलारूस के डिफेंस और सरकार से जुड़े ईमेल्स को निशाना बना रहे हैं. दोनों ओर से साइबर हमले जारी है.
7. ICJ और UN जैसी वैश्विक संस्थाओं में रूस की घेराबंदी
हमले के लिए रूस को घेरने के लिए यूक्रेन और तमाम पश्चिमी देश लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी आक्रामक रणनीति अपना रहे हैं. यूएन के मंच पर जहां अमेरिका-ब्रिटेन-फ्रांस ने तुरंत युद्ध रोकने के लिए रूस के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया वहीं यूक्रेन ने रूस के खिलाफ ICJ यानी अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय में शिकायत दर्ज कराने की बात कही है. यूक्रेन ने ऐलान किया कि हमारे शहरों में लोगों पर रूस नरसंहार कर रहा है और उसे अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में इन सब अपराधों का जवाब देना पड़ेगा. अमेरिका-ब्रिटेन-जर्मनी-फ्रांस समेत कई देशों ने रूस के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है. रूसी बैंकों के खिलाफ कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए हैं तो रूस की आर्थिक गतिविधियों को भी बैन करने के कई प्रस्ताव लागू किए गए हैं ताकि रूस युद्ध रोकने के लिए बाध्य हो सके.
कितने हथियार हैं किस देश के पास?
आबादी और इलाके में रूस यूक्रेन पर काफी हद तक भारी पड़ता है तो हथियारों के मामले में तो दोनों देशों में कोई मुकाबला ही नहीं है. रूस परमाणु संपन्न देश है और दुनिया के सबसे बड़े मिलिटरी पावर्स में गिना जाता है. रूस के पास 8.50 लाख एक्टिव सैनिक हैं जबकि यूक्रेन के पास 2 लाख. लेकिन दोनों ही देशों के पास बराबर 2.50 लाख रिजर्व सैन्य बल हैं. रूस के पास 2.50 लाख पैरामिलिट्री फोर्स है, जबकि यूक्रेन के पास सिर्फ 50 हजार. रूस की एयरफोर्स दुनिया में दूसरे स्थान पर है जबकि यूक्रेन की रैंकिंग 31वीं. रूस के पास कुल फाइटर जेट 772 हैं, जबकि यूक्रेन के पास सिर्फ 69. जमीनी ताकत की बात करें तो रूस के पास 12,420 टैंक हैं, जबकि यूक्रेन के पास 2596 टैंक. रूस के पास 30,122 बख्तरबंद वाहन हैं जबकि यूक्रेन के पास 12,303 बख्तरबंद वाहन.
कीव से खारकीव तक रूस का दबदबा, यूक्रेन के नागरिकों ने भी उठाए हथियार, 10 बड़े अपडेट
स्टोरी हाइलाइट्स
रविवार सुबह से जारी हैं रूसी हमले
यूक्रेन की सड़कों पर उतरी रूसी सेना
कीव की घेराबंदी की तैयारी में है रूस
Russia-Ukraine war: यूक्रेन में रविवार की सुबह तबाही के साथ शुरू हुई. सूरज उगने के साथ ही साइरनों की आवाज सुनाई देने लगी. लोगों की नींद भी नहीं खुली थी कि धमाकों की आवाज ने दिल दहलाना शुरू कर दिया. लोग भागने लगे, जान बचाने के लिए बंकरों में छिपने लगे. लेकिन तभी आसमान में गूंजती लड़ाकू विमानों की गड़गड़ाहट ने चेहरों पर चिंता की लकीरें खींच दीं.
1. खारकीव में बड़ा हमला, सांसों पर संकट
रूस के हवाई हमलों से अब यूक्रेन धधकने लगा है. जंग का चौथा दिन यानी रविवार की सुबह यूक्रेन के लिए फिर एक मुसीबत लेकर आई. दरअसल रूसी सैनिकों ने यूक्रेन पर बहुत बड़ा हमला किया है. रूस ने दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में गैस पाइप लाइन उड़ा दी. इससे चारों तरफ धुआं फैल गया और कहा जा रहा है कि आस-पास के वातावरण में जहरीली हवा फैल गई. इस वजह से खारकीव में धुएं के कारण अब सांस लेना भी दूभर होता जा रहा है. सरकार ने लोगों से कहा कि खिड़कियां बंद रखें. नाक पर गीला कपड़ा रखें. ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं.
2. ग्रीस के 10 लोगों की मौत, राजदूत तलब
यूक्रेन-रूस के बीच छिड़ी जंग में रविवार को ग्रीस के नागरिक भी इसका शिकार हुए हैं. यूक्रेनी शहर मारियुपोल के पास रूसी बमबारी से ग्रीस के 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 6 लोग घायल हो गए. एजेंसी के मुताबिक ग्रीस ने रूस के राजदूत को तलब कर लिया है. ग्रीस के प्रधान मंत्री क्यारीकोस मित्सोटाकिस ने एक ट्वीट में कहा कि हमारे 10 निर्दोष लोग नागरिक मारियुपोल के पास हुए रूसी हवाई हमलों में मारे गए हैं. अब इस बमबारी के बंद कर देना चाहिए.
3. संपत्ति फ्रीज करने पर रूस ने किया पलटवार
यूक्रेन पर हमले के बाद रूस पर कई देशों ने पाबंदियां लगाना शुरू कर दिया है. लिहाजा अमेरिका ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन की संपत्ति फ्रीज करने का ऐलान कर दिया था, लेकिन अब पुतिन ने भी इसका पलटवार करते हुए कहा है कि वह भी विदेशियों और विदेशी कंपनियों की संपत्ति फ्रीज करके अपने लोगों और कंपनियों की संपत्ति की इंटरनेशनल जब्ती का जवाब देगा.
4. हमले में यूक्रेन के 6 लोगों की मौत
यूक्रेन में जिंदगी मौत के साथ कदम ताल कर रही है. यहां हालात ऐसे हैं कि कब कौन सा बम जान ले ले, इस बारे में कहा नहीं जा सकता. रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के पूर्वी इलाके में बड़ा हमला किया है. यहां सूमी में रॉकेट से हमला किया गया है. इसमें यूक्रेन के 6 लोगों की मौत हो गई. सूमी में हुए धमाके में एक 7 साल की बच्ची की भी जान गई है.
5.फ्लाइट से लोगों का लाया जा रहा
यूक्रेन में फंसे लोगों को निकालने के लिए भारत सरकार का अभियान जारी है. लिहाजा रविवार को यूक्रेन से उड़ा Air India का विमान भारत पहुंच चुका है. जानकारी के मुताबिक फ्लाइट दिल्ली में लैंड कर चुकी है. इस फ्लाइट में 240 लोगों को लाया गया है. बता दें कि अब तक यूक्रेन से कुल 709 लोगों को यहां लाया गया है. ये फ्लाइट हंगरी के रास्ते से आई है.
6. मिसाइल से कीव पर बमबारी की
यूक्रेन ने कहा कि दुश्मन रूस ने न्यूक्लियर कचरे पर हमला कर दिया है. हालांकि इससे कोई बड़ा खतरा नहीं है. बता दें कि कीव की सड़कों पर लड़ाई जारी है. रूस ने मिसाइल से कीव पर बमबारी की है. वर्तमान में विनाश की सीमा का आकलन करना संभव नहीं है.
7. रूस के खिलाफ फिर गोलबंदी की कोशिश
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र (UN) लगातार शांति बहाली की कोशिश कर रहा है. इसी सिलसिले में आज एक बार फिर सुरक्षा परिषद (UNSC) की एक बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में संयुक्त राष्ट्र महासभा की आपात बैठक बुलाये जाने के प्रस्ताव पर वोटिंग होगी. अगर ये प्रस्ताव पास हो जाता है तो सोमवार को 193 सदस्य देशों वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक होगी.
8. खारकीव में फायरिंग करते घुसे रूसी सैनिक
यूक्रेन में रूस की सेना दाखिल हो चुकी है. यूक्रेन के खारकीव में रूसी सैनिक घुस गए हैं. जानकारी के मुताबिक रूस की सेना ने खारकीव में घुसने के दौरान दौरान जबर्दस्त फायरिंग की है. हालांकि यूक्रेनी फौजों के साथ रूसी फौज की झड़प भी हुई है. वहीं सूमी में भी सैनिक दाखिल हो रहे हैं. वहीं यूक्रेन के चेर्निहाइव इलाके में रूसी टैंकों का काफिल पुलिस ने रोक दिया है.
9. फ्रांस ने कहा, रूस की मदद न करे बेलारूस
यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है. दरअसल क्रेमलिन अब यूक्रेन के साथ बातचीत के लिए तैयार हो गया है. रूसी न्यूज एजेंसी के मुताबिक क्रेमलिन की ओर से कहा गया है कि वह बेलारूस में यूक्रेन के साथ बातचीत के लिए तैयार है. वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति ने बेलारूस के राष्ट्रपति से फोन पर बात कर कहा कि वह रूस की मदद न करे.
10. यूक्रेन की जनता ने उठाए हथियार, गोरिल्ला वॉर की तैयारी
यूक्रेन की जनता अब रूसी सेना के खिलाफ हथियार उठा चुकी है. यहां के लोगों का कहना है कि उनका शहर अगर रूसी सेना के पास चला गया तो वह चुप नहीं बैठेंगे. भले ही यूक्रेन की आर्मी उनकी रक्षा के लिए तैनात है, इसके बावजूद अगर खतरा बढ़ा तो शहर में हर घर की खिड़की से फायरिंग होगी. लिहाजा अब ये साफ हो चुका है कि यूक्रेन में गोरिल्ला वार की तैयारी हो चुकी है. यहां रूसी सेना घुस चुकी है. उसका जवाब देने के लिए लोगों ने कमर कसना शुरू कर दिया है.
यूक्रेन के खारकीव में फायरिंग करते हुए घुसी रूसी सेना, हुआ टकराव, देखें जंग का वीडियो
स्टोरी हाइलाइट्स
लोगों को घरों में ही रहने की सलाह
घरों में खिड़कियों से दूर रहें लोग
Russia-Ukraine War: यूक्रेन-रूस की लड़ाई गहराती जा रही है. आज युद्ध का चौथा दिन है. रविवार की सुबह से ही यूक्रेन रूसी हमलों से सहमा हुआ है. हाल ये है कि यूक्रेन में रूस की सेना दाखिल हो चुकी है. यूक्रेन के खारकीव में रूसी सैनिक घुस गए हैं. जानकारी के मुताबिक रूस की सेना ने खारकीव में घुसने के दौरान दौरान जबर्दस्त फायरिंग की है. हालांकि यूक्रेनी फौजों के साथ रूसी फौज की झड़प भी हुई है.
यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में प्रवेश कर लिया है. ये लड़ाई अब सड़कों पर आ चुकी है. क्योंकि रूसी सैनिक हथियार लेकर खारकीव की सड़कों पर घूम रहे हैं. यहां हालात काफी भयावह हो चुके हैं.
शहर की सड़कों पर उतरे रूसी सैनिक
खारकीव के एडिमिनिस्ट्रेशन के प्रमुख ओलेह सिनेहुबोव ने रविवार को कहा कि यूक्रेनी सेना शहर में रूसी सैनिकों से लड़ रही है. इसी के साथ स्थानीय लोगों से अपने घरों में ही रहने के लिए कहा गया है. साथ ही घरों में खिड़कियों से दूर रहने की सलाह दी गई है. कहा गया है कि लोग बेवजह घर से बाहर न निकलें. कोई बहुत जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर जाएं.
गांवों की ओर भाग रहे हैं लोग
रूसी सैनिक खारकीव में रूसी बॉर्डर के पास से करीब 20 किलोमीटर (12.4 मील) दक्षिण में घुस गए हैं. यूक्रेन के सरकारी बयान में कहा गया है कि पहले तो सैनिक शहर के बाहरी हिस्से में ही थे, लेकिन अब शहर में घुस गए हैं. इससे खारकीव में हाहाकार मच गया है. लोग अपने घरों को छोड़कर गांवों की ओर भाग रहे हैं.
रूसी सैन्य वाहनों ने की घुसपैठ
इसी दौरान यूक्रेनी मीडिया ने वीडियो और फोटोज जारी किए हैं, जिसमें रूसी सैन्य वाहनों को खारकीव की सड़कों पर घूमते और आगजनी करते हुए दिखाया गया है.
आस-पास की चीजों या घटनाओं से जुड़े कई ऐसे सवाल हैं. जिनके जवाब हमें मालूम नहीं है.
Interview Questions: आस-पास की चीजों या घटनाओं से जुड़े कई ऐसे सवाल हैं. जिनके जवाब हमें मालूम नहीं है. कई बार जॉब इंटरव्यू या किसी प्रतियोगिता परीक्षा में ऐसे सवाल आते हैं और हमें इनका जवाब नहीं मालूम होता. यहां हम कुछ ऐसे ही सवालों के बारे में बताएंगे जो अक्सर इंटरव्यू में पूछे जा सकते हैं. तो आइए जानते हैं इन सवालों के जवाब.
सवाल- हिंदुस्तान में हीरे की खान कहां हैं?
जवाब- छत्तीसगढ़ व आंध्र प्रदेश.
सवाल- कौन सा शहर मछली के आकार का है?
जवाब- जालौर.
सवाल- हिंदी में पासवर्ड को क्या कहते हैं?
जवाब- कूटशब्द.
सवाल- इंसान के शरीर का कौन सा अंग हर दो महीने में बदलता रहता है?
जवाब- भौहें.
सवाल- सोते ही नीचे गिर जाती हैं और उठते ही वो भी उठ जाती हैं?
जवाब- पलके
सवाल- ऐसी कौन सी चीज है जो पानी पीते ही मर जाती है?
रूस को भारी पड़ सकती है ये लड़ाई! यूक्रेन को भरपूर हथियार और पैसा दे रहे कई देश
स्टोरी हाइलाइट्स
दुनिया के 28 देशों ने किया यूक्रेन को मदद देने का वादा
जर्मनी यूक्रेन को 1,000 टैंक रोधी हथियार भेजेगा
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध (Russia Ukraine War) का रविवार को चौथा दिन है. रूस, यूक्रेन की राजधानी कीव पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है. कीव में जहां तक लोगों की नजर जा रही है, आग, धुएं का गुबार ही नजर आ रहा है. रूस के हमलों से यूक्रेन की राजधानी कीव दहल गई है. रूसी हमलों में अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग घायल बताए जा रहे हैं.
कहा जा रहा है कि रूस तेजी से कीव की तरफ बढ़ रहा है और जल्दी ही उस पर कब्जा कर सकता है. हालांकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दिमीर जेलेंस्की का कहना है की कीव अभी यूक्रेन के नियंत्रण में हैं. मुसीबत की घड़ी में विश्व के कई देश यूक्रेन के साथ आए हैं. रूस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए विश्व के कई देशों ने यूक्रेन को आर्थिक मदद और हथियार भेजे हैं. अमेरिका, ब्रिटेन सहित 28 देश इस बात पर सहमत हो गए हैं कि यूक्रेन को और अत्याधुनिक हथियार भेजे जाएं. इसके साथ ही मेडिकल सप्लाई और अन्य मिलिट्री संसाधन देने का वादा भी किया गया है.
यूक्रेन में हुए हमले के बाद तबाही का एक मंजर
आइए जानते हैं किस देश ने यूक्रेन की मदद के लिए क्या-क्या भेजा
अमेरिका- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी विदेश विभाग को एक आदेश जारी किया है. इसमें उन्होंने निर्देश दिया कि यूक्रेन को सैन्य सहायता के लिए 350 मिलियन डॉलर की मदद दी जाए. साथ ही अमेरिका की ओर से यूक्रेन को अतिरिक्त सैन्य सहायता में बख्तर-रोधी उपकरण, छोटे हथियार और विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद और अन्य चीजें भी दी गई हैं.
जर्मनी- जर्मनी यूक्रेन को 1,000 टैंक रोधी हथियार (1000 anti-tank weapons), 500 'स्टिंगर' सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (500 stinger missiles) भेजेगा. जर्मन चांसलर ने कहा,'रूसी हमला एक महत्वपूर्ण मोड़ है. यह हमारा कर्तव्य है कि हम यूक्रेन को पुतिन की हमलावर सेना के खिलाफ बचाव में मदद करने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेंगे. इसलिए हम यूक्रेन में अपने दोस्तों को 1000 टैंक रोधी हथियारों और 500 स्टिंगर मिसाइलों की आपूर्ति कर रहे हैं.'
बेल्जियम- बेल्जियम भी यूक्रेन की मदद के लिए आगे आया है. बेल्जियम रोमानिया में 300 सैनिकों को तैनात कर रहा है और यूक्रेन को मशीनगन भेज रहा है.
चेक गणराज्य- चेक गणराज्य ने यूक्रेन को 85 लाख डॉलर के हथियार और गोला-बारूद भेजने की बात कही है. चेक रक्षा मंत्रालय ने कहा, यूक्रेन को भेजे जाने वाले सैन्य सामान में मशीन गन, असॉल्ट राइफलें और अन्य हल्के हथियार शामिल हैं. चेक रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि वह आगे भी यूक्रेन की मदद करता रहेगा.
स्वीडन- स्वीडन यूक्रेन को सैन्य, तकनीकी और मानवीय सहायता दे रहा है.
फ्रांस- फ्रांस ने यूक्रेन को 300 मिलियन यूरो और सैन्य उपकरण देने की बात कही है.
ब्रिटेन- ‘लॉजिस्टिक्स ऑपरेशन’ में मदद की पेशकश की है.
नीदरलैंड- 200 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलें यूक्रेन भेजेगा. नीदरलैंड की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वह यूक्रेन को 200 हवाई रक्षा रॉकेट मुहैया कराने जा रहा है. इससे पहले राइफल, रडार सिस्टम, माइन डिटेक्शन रोबोट समेत अन्य कई उपकरण यूक्रेन की मदद के लिए भेजे जा चुके हैं.
पोलैंड- रूस के साथ लड़ाई में यूक्रेन को हथियार देने का वादा किया है.
28 देशों ने किया यूक्रेन को मदद करने का वादा
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दावा किया है कि अमेरिका-ब्रिटेन समेत 28 देशों ने हथियार देने का वादा किया है. उन्होंने कहा कि ये देश हमें रूस का सामना करने के लिए हथियार और दूसरे सैन्य उपकरण देंगे.
Live: रोमानिया से मुंबई पहुंचा पहला विमान, 219 भारतीयों की वतन वापसी
स्टोरी हाइलाइट्स
रोमानिया के रास्ते 4 फ्लाइट्स में आएंगे भारतीय
यूक्रेन में अभी भी फंसे हुए हैं हजारों भारतीय
यूक्रेन से भारतीयों की वतन वापसी शुरू हो गई है. शनिवार को एअर इंडिया की एक फ्लाइट रोमानिया के बुखारेस्ट से भारतीय यात्रियों को लेकर मुंबई पहुंच गई है. ये फ्लाइट शनिवार सुबह ही मुंबई से बुखारेस्ट शहर पहुंची थी. इसमें 470 छात्रों को भारत वापस लाया जा रहा है. इसके अलावा 1 फ्लाइट हंगरी से दिल्ली आएगी. यह फ्लाइट दिल्ली से हंगरी के लिए निकल चुकी है. वहीं, एअर इंडिया की 2 फ्लाइट रोमानिया से दिल्ली से पहुंचना है.
भारत सरकार के नियमों के मुताबिक सभी अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों का एयरपोर्ट पर तापमान जांचा जाएगा. यात्रियों के वैक्सीन डोज या आरटीपीसीआर रिपोर्ट की जांच की जाएगी. इन दोनों दस्तावेजों के ना होने पर यात्रियों का आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी. इससे पहले शुक्रवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को पोलैंड और हंगरी के रास्ते वापस लाया जा रहा है.
Live updates:
07.56 PM: यूक्रेन से भारतीयों का पहला दल मुंबई लैंड कर गया है. कुल 219 लोगों की वतन वापसी हुई है.
#WATCH | Union Minister Piyush Goyal welcomes the Indian nationals safely evacuated from Ukraine at Mumbai airport pic.twitter.com/JGKReJE1ct
— ANI (@ANI) February 26, 2022
02.07 PM: रोमानिया के बुखारेस्ट से भारतीय यात्रियों को लेकर पहली फ्लाइट मुंबई के रवाना हो गई है. इस फ्लाइट के रात 9 बजे तक मुंबई पहुंचने की संभवना है.
11.52 AM: रोमानिया के बुखारेस्ट के लिए एअर इंडिया की दूसरी फ्लाइट दिल्ली से रवाना हो चुकी है.
11.35 AM: यूक्रेन-रूस की जंग के बीच एअर इंडिया की पहली फ्लाइट रोमानिया के बुखारेस्ट पहुंच चुकी है. फ्लाइट के शाम करीब 6.30 बजे मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचने की संभावना है.
10.56 AM: मुंबई से रोमानिया के बुखारेस्ट पहुंचे विमान में 470 यात्रियों को भारत लाया जाना है.
9.50 AM: एअर इंडिया की एक फ्लाइट रोमानिया के बुखारेस्ट से शाम 4 बजे सीधे मुंबई पहुंचेगी. छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल यात्रियों को रिसीव करेंगे.
9.30 AM: गुजरात सरकार के मुताबिक रोमानिया से भारत आने वाली पहली फ्लाइट में गुजरात के 44 छात्र हैं. वहीं, दूसरी फ्लाइट में गुजरात के 56 छात्र हैं. आज गुजरात के कुल 100 छात्र यूक्रेन से वापस आ रहे हैं.
रोमानिया से उड़ने वाली पहली फ्लाइट में सिर्फ लड़कियां
रोमानिया से निकलने वाली पहली फ्लाइट में सिर्फ लड़कियां होंगी. छात्राओं ने आजतक को बताया कि पिछले कुछ दिन काफी मुश्किल भरे रहे, लेकिन अब घर जाने की खुशी है. हम पिछले 12 घंटे से सफर कर रहे हैं. कॉलेज ने हमारी आगे की क्लास अब ऑनलाइन चलाने को कहा है. इनमें से ज्यादातर छात्राएं पश्चिमी यूक्रेन से हैं. छात्राओं ने बताया की राजधानी कीव में उनके कुछ दोस्त हैं. वे मेट्रो स्टेशन के अंदर छिपे हुए हैं.
दूतावास से मदद मिली, खाने-पीने का किया इंतजाम
फ्लाइट के उड़ान भरने से पहले रोमानिया के एयरपोर्ट पर भारतीय छात्रों ने आजतक को बताया कि जंग के हालात के बीच हम बहुत डर गए थे. हमारा परिवार भी चिंतित था. हमने भारतीय दूतावास से संपर्क किया और हमें मदद मिली. खाने-पीने से लेकर हमारे लिए सभी इंतजाम किए गए. कुछ ही देर में बसें पहुंच गईं. हमनें परिवार को भी इसकी जानकारी दी.
MBBS छात्रा ने बताई डर की दास्तान
गुजरात की रहने वाली MBBS छात्रा दामिनी ने बताया कि उनका कॉलेज पश्चिमी यूक्रेन में हैं. वहां इतने ज्यादा हमले नहीं हो रहे हैं. लेकिन जैसे ही उन्हें पता चला कि कॉलेज में छुट्टियां शुरू हो गई हैं, उन्होंने फौरन घर जाने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि यहां डर का माहौल है. उन्होंने यूक्रेन के कई शहरों में फंसे अपने भारतीय दोस्तों के लिए चिंता भी जाहिर की.
फिर एक्टिव हुआ विदेश मंत्रालय का कैंप
बता दें कि पश्चिमी यूक्रेन के Lviv और Chernivtsi में विदेश मंत्रालय के कैंप सक्रिय हो गए हैं. इससे पहले एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें 25 से 30 भारतीय छात्र वतन वापसी पर खुशी जाहिर कर रहे थे. इस पूरे रेस्क्यू मिशन में एयर इंडिया एक सक्रिय भूमिका निभा रहा है और उसकी तरफ से ही हजारों भारतीयों की वतन वापसी होने जा रही है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति Zelensky ने PM मोदी से की बात, रूस से जंग के बीच मांगी मदद
यूक्रेन के राष्ट्रपति Zelensky ने पीएम मोदी से फोन पर बात की है. युद्ध की स्थिति के बीच Zelensky ने भारत से मदद की अपील की है. उन्होंने बताया है कि इस समय उनकी धरती पर एक लाख से अधिक आक्रमणकारी ने घुसपैठ कर रखा है. उन्होंने बातचीत के दौरान पीएम मोदी से राजनीतिक समर्थन की अपील की है. वे Security Council में भारत की तरफ से अपने पक्ष में समर्थन चाहते हैं.
Spoke with 🇮🇳 Prime Minister @narendramodi. Informed of the course of 🇺🇦 repulsing 🇷🇺 aggression. More than 100,000 invaders are on our land. They insidiously fire on residential buildings. Urged 🇮🇳 to give us political support in🇺🇳 Security Council. Stop the aggressor together!
— Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) February 26, 2022
अब इस समय यूक्रेन के राष्ट्रपति की पीएम मोदी से ये बातचीत काफी अहम है क्योंकि हाल ही में यूक्रेन ने भारत के रुख पर आपत्ति जाहिर की थी. भारत ने एक न्यूट्रल स्टैंड लिया था लेकिन यूक्रेन मदद की आस लगाए बैठा था. ऐसे में अब जब फोन पर दोनों बड़े नेताओं की बात हुई है तो फिर मदद से लेकर समर्थन पर जोर दिया गया है. राष्ट्रपति Zelensky के लिए ये ज्यादा जरूरी है कि यूएन काउंसिल में भारत उसका समर्थन करे. लेकिन इस पूरे विवाद पर भारत ने अभी तक किसी का भी स्टैंड नहीं लिया है, उसका रुख न्यूट्रल है और वो सिर्फ बातचीत के जरिए समाधान पर जोर दे रहा है.
वैसे इससे पहले पीएम मोदी की तरफ से रूस के राष्ट्रपति पुतिन से फोन पर बात की गई थी. तब 25 मिनट तक वर्तमान स्थिति पर मंथन हुआ था. उस बातचीत में पीएम मोदी ने पुतिन के सामने यूक्रेन में फंसे भारतीयों का मुद्दा उठाया था. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया था कि कूटनीति के जरिए ही यूक्रेन संग विवाद को शांत किया जा सकता है.
अब भारत के लिए ये स्थिति किसी धर्म संकट से कम नहीं है. एक तरफ सालों पुराना दोस्त रूस है तो वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन भी समर्थन की उम्मीद लगाए बैठा है. कुछ देशों ने तो खुलकर यूक्रेन का समर्थन किया है, लेकिन भारत अभी सेफ खेल रहा है. वैसे भारत के रूस संग रिश्तों पर अमेरिका ने भी बड़ा बयान दिया है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से कहा, 'रूस के साथ हमारे रिश्ते निश्चित रूप से वैसे नहीं हैं जैसे भारत के साथ रूस के रिश्ते हैं. भारत और रूस रक्षा साझीदार है और उनका एक मजबूत रिश्ता है लेकिन हमारे और रूस के बीच ऐसा नहीं है. हमने हर उस देश, जिसके रूस से संबंध है, उनसे कहा है कि वो अंतर्राष्ट्रीय नियमों के तहत अपने रिश्ते का लाभ उठाएं.'
'राष्ट्रपति Zelensky यूक्रेन की राजधानी कीव से भागे', रूसी मीडिया का दावा
स्टोरी हाइलाइट्स
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने बोला था- देश छोड़ नहीं जाऊंगा
यूक्रेन के विदेश मंत्री बोले- फ्रांस सप्लाई करेगा हथियार
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है. दोनों देशों की तरफ से बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं. ऐसा ही एक दावा अब रूसी मीडिया की तरफ से किया गया है. उनकी माने तो यूक्रेन के राष्ट्रपति Zelensky राजधानी कीव से भाग गए हैं. वैसे इस दावे के मायने इसलिए ज्यादा बढ़ जाते हैं क्योंकि कल ही एक संदेश जारी कर यूक्रेन के राष्ट्रपति साफ कर चुके हैं कि वे देश छोड़कर कही नहीं जाने वाले हैं, वे अंतिम सांस तक अपने देश के लिए लड़ेंगे.
रूसी मीडिया बोली- भाग गए Zelensky
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया था कि कुछ लोग सोशल मीडिया की जरिए भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस मुश्किल समय में पूरा यूक्रेन एक साथ रूसी सेना का मजबूती के साथ सामना कर रहा है. अपने संबोधन में Zelensky ने ये भी अपील की थी कि उनके देश को अभी हथियारों की जरूरत है. वे अकेले ही रूसी सेना का सामना कर रहे हैं, उन्हें अब दूसरे देशों का सहयोग चाहिए. उनके उस संबोधन के बाद फ्रांस ने जरूर हथियार और दूसरी सैन्य सामग्री देने की बात कर दी है. यूक्रेन के विदेश मंत्री का दावा है कि फ्रांस की तरफ से उन्हें जरूरी हथियार और दूसरी सैन्य सामग्री मिल सकती है.
रूस की रणनीति क्या चल रही है?
वैसे इन हमलों के बीच रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत की टेबल पर आने पर भी सहमति बनी है. कल यूक्रेन ने कहा था कि वो रूसी राष्ट्रपति संग बातचीत करने को तैयार है. तब रूस ने भी कहा था कि उनका एक प्रतिनिधिमंडल बातचीत को आगे बढ़ा सकता है. लेकिन आज फिर रुसी राष्ट्रपति का रुख बदला है क्योंकि अब खबर है कि वे यूक्रेन सरकार की जगह यूक्रेन की सेना से संवाद स्थापित करना चाहते हैं. एक्सपर्ट्स इसे उनकी तख्तापलट वाली रणनीति मान रहे हैं. लेकिन यूक्रेन झुकने के मूड में नहीं है. उसके सैनिक जमीन पर लगातार रूसी कार्रवाई का सामना कर रहे हैं. यूक्रेन के विदेश मंत्रालय की तरफ से तो दावा भी हो चुका है कि अभी तक रूस के एक हजार सैनिक मारे जा चुके हैं. उनके कई लड़ाकू विमान ध्वस्त करने की बात भी कही गई है.
Russia-Ukraine War: रूस को लेकर भारत, चीन और UAE एक साथ क्यों आए?
स्टोरी हाइलाइट्स
भारत, चीन, यूएई रूस को लेकर वोटिंग में UNSC में रहे अनुपस्थित
चीन रूस का सहयोगी और अमेरिका विरोधी फिर भी नहीं लिया रूस का पक्ष
भारत ने वोटिंग से बाहर रह कर जारी किया बयान
यूक्रेन पर रूसी हमले को लेकर शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक प्रस्ताव पर वोटिंग हुई. ये प्रस्ताव यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा और यूक्रेन से रूसी सेना की तत्काल और बिना शर्त वापसी की मांग को लेकर था जो पास नहीं हो सका. रूस ने अपने वीटो पावर का इस्तेमाल कर इस प्रस्ताव को रोक दिया. सुरक्षा परिषद के 5 स्थाई सदस्यों के पास वीटो का अधिकार होता है. भारत, चीन और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया जिस कारण प्रस्ताव को केवल 11 सदस्यों का समर्थन मिल पाया.
भारत, चीन, यूएई आए एक साथ
15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में भारत भी एक अस्थायी सदस्य है. भारत ने वोटिंग से अलग रहते हुए एक बयान जारी कर कहा कि समस्या का कूटनीतिक हल निकाला जाना चाहिए. भारत ने हालांकि, ये जरूर कहा कि हमें सभी की संप्रभुता और अखंडता का सम्मान करना चाहिए.
भारत की तरह ही सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य यूएई ने भी वोटिंग से दूरी बना ली. रूस का करीबी समक्षा जाने वाला चीन भी वोटिंग के दौरान सुरक्षा परिषद में अनुपस्थित रहा. चीन सुरक्षा परिषद का एक स्थाई सदस्य है.
भारत के वोटिंग में शामिल न होने की वजह
भारत और रूस पुराने रणनीतिक सहयोगी रहे हैं. भारत का आधे से अधिक रक्षा खरीद रूस से ही होता है. रूस भारत का एक विश्वसनीय सहयोगी रहा है. भारत-चीन में सीमा विवाद या पाकिस्तान के साथ भारत के कश्मीर विवाद पर अब तक रूस ने अपनी निष्पक्षता बरकरार रखी है. कश्मीर के मुद्दे पर रूस कह चुका है कि ये मुद्दा भारत पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा है. ऐसे में भारत रूस के खिलाफ वोटिंग नहीं कर सकता था.
वहीं, भारत अगर रूस के पक्ष में वोटिंग करता तो अमेरिका से उसके संबंध काफी खराब हो सकते हैं. हाल के दशकों में भारत अमेरिका के संबंधों में मजबूती आई है. अमेरिका चीन के साथ भारत के सीमा विवाद पर भी भारत के समर्थन में बोलता आया है. ऐसे में भारत अमेरिका को भी नाराज नहीं कर सकता था इसलिए उसने वोटिंग से दूर रहना ही ठीक समझा. विशेषज्ञों का भी कहना है कि मुद्दे पर भारत को निष्पक्ष बने रहना चाहिए.
साल 2014 में हालांकि भारत ने ऐसे ही एक मामले में रूस का पक्ष लिया था. 2014 में यूक्रेन में रूस समर्थित सरकार के खिलाफ गृहयुद्ध छिड़ गया जिसके बाद रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था. रूस ने यूक्रेन का हिस्सा क्रीमिया को रूस में मिला लिया. उसका तर्क था कि क्रीमिया में अधिकतर रूसी भाषी लोग हैं और उनकी सुरक्षा करना रूस का कर्तव्य है. क्रीमिया को रूस में मिलाए जाने के बाद पश्चिमी देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए. भारत की मनमोहन सिंह सरकार ने रूस पर लगे उन प्रतिबंधों का विरोध किया था.
वहीं, साल 2020 में भी भारत रूस के खिलाफ यूक्रेन के एक प्रस्ताव के विरोध में चला गया था. यूक्रेन क्रीमिया में कथित मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर संयुक्त राष्ट्र में एक प्रस्ताव लेकर आया था जहां भारत ने प्रस्ताव के खिलाफ अपना वोट किया था.
चीन रूस का दोस्त, अमेरिका का विरोधी, फिर क्यों नहीं किया वोट?
चीन और रूस के बीच की दोस्ती पिछले कुछ समय में काफी बढ़ी है. वहीं, अमेरिका से चीन के रिश्ते निम्नतम स्तर तक पहुंच गए हैं. फिर भी चीन का रूस के समर्थन में वोटिंग न करना और वोटिंग से दूर रहना- ये अमेरिका की छोटी जीत के रूप में देखा जा रहा है. चीन ने हालांकि कुछ समय पहले यूक्रेन पर रूस के हमले को 'हमला' मानने से ही इनकार कर दिया था.
चीन वोटिंग से अपने हितों को देखते हुए दूर रहा. विश्लेषकों का मानना है कि चीन अपनी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था पर ब्रेक नहीं लगाना चाहता. अगर वो रूस का समर्थन करता तो पश्चिम के बाजारों में उस पर भी प्रतिबंध लगाए जा सकते थे. ऐसे समय में जब रूस पर अमेरिका और पश्चिमी देश कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा रहे हैं और उसके बैंकिंग सिस्टम पर वार कर रहे हैं, चीन का रूस के पक्ष में वोट करना उसकी अर्थव्यवस्था को गंभीर चोट पहुंचा सकता था.
साल 2014 में जब क्रीमिया को रूस में मिलाए जाने के खिलाफ पश्चिमी देश संयुक्त राष्ट्र में एक प्रस्ताव लेकर आए थे तब भी चीन ने वोटिंग से खुद को अलग रखा था.
यूएई ने भी नहीं किया अमेरिका के पक्ष में वोट, रहा अनुपस्थित
अमेरिका और यूएई के संबंध काफी मजबूत रहे हैं. खाड़ी क्षेत्र में यमन के हूती विद्रोहियों के हमले के खिलाफ यूएई और सऊदी अरब आदि देशों का एक संगठन भी है जिसे अमेरिका का समर्थन हासिल है. इधर, रूस के साथ भी यूएई के संबंध काफी मजबूत हैं.
रूस दुनिया का शीर्ष तेल उत्पादक देश है और यूएई भी तेल का बड़ा उत्पादनकर्ता है. दोनों देश आर्थिक रूप से एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं. यूक्रेन के मुद्दे पर यूएई ने बिना रूस की आलोचना किए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा था कि मुद्दे को कूटनीतिक तरीके से सुलझाया जाना चाहिए.
यूक्रेन पर तनाव के बीच बुधवार को रूसी विदेश मंत्री ने यूएई के विदेश मंत्री से फोन पर बातचीत कर अपने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर बल दिया था. शुक्रवार को जब यूक्रेन युद्ध को रोकने के प्रस्ताव पर वोटिंग हुई तो यूएई ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने ठुकराया देश छोड़ने का ऑफर, अमेरिका को दो टूक- भागूंगा नहीं, मुझे हथियार चाहिए
Russia-Ukraine War: यूक्रेन पर रूस का हमला जारी है. इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बड़ा ऐलान कर दिया है. उन्होंने यूक्रेन छोड़ने के अमेरिका के ऑफर को ठुकराते हुए साफ शब्दों में कहा कि उन्हें गोला-बारूद चाहिए. साथ ही कहा कि मैं किसी भी हाल में भागूंगा नहीं.
बता दें कि रूस- यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ( Volodymyr Zelensky) के देश छोड़कर भागने की खबरें सामने आई थीं. इसके बाद राष्ट्रपति ने एक वीडियो जारी करते हुए बताया कि वो अपने देश यूक्रेन में ही डटे हुए हैं.
Ukrainian President Zelenskiy turns down U.S. request to evacuate Kyiv, saying: "I need ammunition, not a ride" - AP
— BNO News (@BNONews) February 26, 2022
दरअसल, अमेरिका की ओर से यूक्रेन के राष्ट्रपति को ये ऑफर मिला था कि वह देश छोड़ सकते हैं, लेकिन उन्होंने साफ शब्दों में इस बात से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि मैं भागने वालों में से नहीं हूं, आपको मेरी मदद करनी है तो मुझे हथियार दीजिए, गोला बारूद दीजिए.
Live: कीव के आसमान में दिखा खौफनाक मंजर, यूक्रेन पर रूस के हमले का ताजा Video
Russia Ukraine Crisis Live: यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद वहां तबाही का मंजर पसरा हुआ है. भारी गोलीबारी जारी है. इसी बीच यूक्रेन की ओर से दावा किया गया है कि उसने रूस का मिलिट्री प्लेन मार गिराया. हालांकि जंगी जहाज ध्वस्त करने को लेकर रूस की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आई है. साथ ही यूक्रेन का दावा है कि हमले के दूसरे दिन यानी 25 फरवरी को 60 रूसी सैनिकों को भी मारा है.
9:03 AM(6 मिनट पहले)
बुल्गारिया ने रूस के लिए बंद किया अपना एयर स्पेस
Posted by :- Hemant Pathak
यूक्रेन पर हमला करना रूस को भारी पड़ता जा रहा है. क्योंकि दुनियाभर के देश इसका विरोध कर रहे हैं. ऐसे में बुल्गारिया ने भी रूसी विमानों के लिए अपना एयर स्पेस (Airspace) को बंद कर दिया है. हालांकि इससे पहले अमेरिका ने भी रूस के राष्ट्रपति पुतिन और विदेश मंत्री समेत कई लोगों की संपत्ति फ्रीज करने का फैसला ले लिया है.
8:45 AM(24 मिनट पहले)
कीव में जबरदस्त गोलीबारी
Posted by :- Panna Lal
रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले का आज तीसरा जारी है. यूक्रेन में अभी अभी सुबह हो रही है. लेकिन सुबह जगते ही वहां के लोगों का खौफ से सामना हुआ है. वहां इस वक्त भीषण गोलीबारी हो रही है. कीव के आसमान में फाइटर प्लेन की गर्जना सुनाई पड़ रही है. अभी वहां सूरज की रोशनी पूरी तरह नहीं आई है. सड़कों पर सन्नाटा है. लेकिन गोलियां की आवाज साफ सुनाई दे रही है. लोग घरों में दुबके हुए हैं, कुछ लोगों ने अपने घरों को छोड़ दिया है और मौका मिलते ही सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं.
WATCH: Heavy gunfire heard in central Kyiv pic.twitter.com/wEGFy8mPVV
— BNO News (@BNONews) February 26, 2022
8:13 AM(56 मिनट पहले)
आज Air India के 4 विमानों से यूक्रेन में फंसे भारतीयों की होगी वतन वापसी
Posted by :- Hemant Pathak
यूक्रेन में फंसे इंडियंस को वहां से निकालने के लिए भारतीय सरकार एक्टिव मोड में है. लिहाजा शनिवार को तड़के यूक्रेन के बुखारेस्ट के लिए मुंबई से एक प्लाइट ने उड़ान भरी. इससे उन लोगों को युद्ध के भयावह हालातों के बीच से निकालकर भारत लाया जाएगा. बता दें कि वहां फंसे लोग लगातार भारत की सरकार से इस बात की गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें यहां से तुरंत निकाला जाए. बता दें कि एयर इंडिया की ओर से शनिवार को 4 फ्लाइटें भेजे जाने का ऐलान किया गया था. इसके तहत दिल्ली से बुखारेस्ट (रोमानिया) के लिए 2 फ्लाइट, एक फ्लाइट दिल्ली से हंगरी के लिए उड़ान भरेगी. जबकि एक फ्लाइट मुंबई से उड़ान भर चुकी है.
7:20 AM(एक घंटा पहले)
यूक्रेन का दावा, 60 रूसी सैनिक मार गिराए
Posted by :- Hemant Pathak
यूक्रेन ने अब रूसी मिलिट्री प्लेन मार गिराने के बाद दूसरा दावा किया है, यूक्रेन की सेना की ओर से कहा गया है कि हमले के दूसरे दिन यानी 25 फरवरी को कीव में 60 रूसी सैनिकों को मार गिराया है. वहीं, कीव से 40 किलोमीटर दूर दक्षिण में Vasylkiv में रूसी सैनिक घुस गए थे. यूक्रेन ने इन सैनिकों को तोड़फोड़ करने वाले तत्वों की संज्ञा दी. साथ ही कहा कि Vasylkiv में रूसी सैनिकों से भिड़ंत हुई. यूक्रेन का दावा है कि 37 हजार लोगों के शहर Vasylkiv में रूसी पैराट्रूपर्स ने हमला किया. इसमें यूक्रेन की सेना ने उन्हें करारा जवाब दिया है.
7:13 AM(एक घंटा पहले)
यूक्रेन का दावा- रूस के जंगी जहाज को मार गिराया
Posted by :- Hemant Pathak
यूक्रेन-रूस के बीच जंग जारी है. जहां यूक्रेन ने रूस का एक जंगी जहाज मार गिराने का दावा किया है. साथ ही कहा गया है कि इसमें भारी संख्या मे रूसी सैनिक तैनात थे. हालांकि इस बात की रूस की ओर से पुष्टि नहीं की गई है कि यूक्रेन ने उसके किसी विमान को ध्वस्त किया है.
6:43 AM(2 घंटे पहले)
UN चीफ बोले, अब बैरकों में लौटे रूसी सेना
Posted by :- Hemant Pathak
यूक्रेन-रूस युद्ध की वजह से उपजे हालात की वजह से इसका असर पूरे विश्व पर पड़ रहा है. इसी बीच UN चीफ एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि रूसी सैनिकों को अब अपने बैरकों में लौट जाना चाहिए.
5:02 AM(4 घंटे पहले)
आज रात कीव को 'दहलाने' की कोशिश करेगा रूस- यूक्रेन
Posted by :- Prabhanjan Bhaduria
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दावा किया है कि रूस आज राजधानी कीव पर हमला कर सकता है. रूस की सेना कीव की ओर लगातार बढ़ रही है. इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि रूस आज राजधानी कीव को दहलाने की कोशिश करेगा.
3:37 AM(5 घंटे पहले)
कनाडा ने किया रूस पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान
Posted by :- Prabhanjan Bhaduria
कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने शुक्रवार को कहा कि कनाडा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव पर प्रतिबंध लगाने जा रहा है. ट्रूडो ने कहा, वह रूस को स्विफ्ट बैंकिंग प्रणाली से रोकने का समर्थन करते हैं.
2:05 AM(7 घंटे पहले)
भारतीयों को निकालने के लिए एअर इंडिया बुखारेस्ट भेजेगा उड़ानें
Posted by :- Prabhanjan Bhaduria
Air India यूक्रेन में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए दो उड़ानें बुखारेस्ट भेजेगा.
2:02 AM(7 घंटे पहले)
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बाइडेन और बेनेट से की बात
Posted by :- Prabhanjan Bhaduria
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की ने शुक्रवार देर रात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से बातचीत की. जेलेंस्की ने रूस के खिलाफ सख्त प्रतिबंध लगाने की अपील की. जेलेंस्की ने इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्टाली बेनेट से भी बातचीत की. जेलेंस्की ने बेनेट से रूस और यूक्रेन के बीच मध्यस्थता की अपील की है.
2:02 AM(7 घंटे पहले)
EU और ब्रिटेन ने लगाए रूस पर प्रतिबंध
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इसी बीच, यूरोपीय संघ और अमेरिका ने रूस के खिलाफ लंबे समय तक प्रभाव डालने वाले नए प्रतिबंधों का ऐलान किया. यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा, EU ने यूरोपीय संघ में रूसी संपत्ति को फ्रीज कर दिया है. उधर, ब्रिटेन ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर संपत्ति-फ्रीज प्रतिबंध लगाया है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का नया VIDEO, बोले- हम देश की रक्षा के लिए कीव में डटे हैं
स्टोरी हाइलाइट्स
शुक्रवार रात जारी किया जेलेंस्की ने नया वीडियो
खुद के यूक्रेन में बने रहने की पुष्टि की
रूस के लगातार हमलों और राजधानी कीव (Kiev) के घिर जाने के बाद भी राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की (Vladimir Zelensky) अपने देश यूक्रेन में ही डटे हुए हैं. इसकी पुष्टि शुक्रवार रात एक वीडियो से हुई है. खास बात यह है कि यह वीडियो खुद ज़ेलेंस्की ने जारी किया है.
राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन की राजधानी कीव से एक वीडियो संदेश जारी कहा है, "हम यहां हैं. हम कीव में हैं. हम यूक्रेन की रक्षा कर रहे हैं.'' यानी ज़ेलेंस्की ने वीडियो के जरिए यूक्रेनी नेतृत्व और संसद के कीव में बने रहने की घोषणा की है. देखें VIDEO:-
इससे पहले जारी एक और वीडियो में भावुक अपील करते हुए जेलेंस्की ने कहा, 'मैं यूक्रेन में हूं और मेरा परिवार यूक्रेन में है. मेरे बच्चे यूक्रेन में हैं. वे गद्दार नहीं हैं. वे यूक्रेन के नागरिक हैं. हमें जानकारी मिली है कि दुश्मन (रूस) के पहले टारगेट पर मैं हूं और मेरा परिवार भी उनके दूसरे टारगेट पर है.'
जेलेंस्की ने कहा कि रूस उन्हें खत्म करना चाहता है और यूक्रेन को राजनीतिक रूप से बर्बाद करना चाहता है. रूस यूक्रेन की राजधानी कीव को घेरने की कोशिश में है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने गुरुवार देर रात अपने एक भाषण में कहा था, 'मैंने 27 यूरोपीय नेताओं से पूछा है कि क्या यूक्रेन नाटो में होगा... हर कोई डरता है, कोई जवाब नहीं देता. लेकिन हम नहीं डरते. हमें रूस का डर नहीं है और यूक्रेन अब रूस से बातचीत करने से भी नहीं डर रहा है.'
जेलेंस्की ने कहा कि रूस उन्हें खत्म करना चाहता है और यूक्रेन को राजनीतिक रूप से बर्बाद करना चाहता है. रूस यूक्रेन की राजधानी कीव को घेरने की कोशिश में है.
दरअसल, यूक्रेन NATO में शामिल होना चाहता है, लेकिन रूस इसके खिलाफ है. साल 2014 में यूक्रेन में रूस समर्थित सरकार गिर गई थी तब के राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच यूक्रेन भाग खड़े हुए थे. उनके बाद आए अमेरिकी और यूरोपियन यूनियन समर्थक जेलेंस्की यूक्रेन को नाटो में शामिल करवाने के लिए कई कोशिश कर चुके हैं. लेकिन रूस नेटो को रूस की सुरक्षा के लिए खतरा मानता है इसलिए किसी भी कीमत में वो यूक्रेन को नेटो का सदस्य बनने नहीं देना चाहता और उसने यूक्रेन पर सुनियोजित तरीके से चढ़ाई कर डाली है.
महाशिवरात्रि : बड़ी कांवड़ों के आगमन से शिवमय हुआ हाईवे
महाशिवरात्रि पर्व नजदीक आने के साथ ही नेशनल हाईवे पर हजारों शिवभक्त उमड़ रहे हैं। अब बड़ी कांवड़ भी हाईवे पर दिखाई देने लगी हैं। अयोध्या में बन रहे केदारनाथ मंदिर के भव्य मंदिर के मॉडल की कांवड़ भी बहुत आकर्षण का केंद्र रही। शिवभक्त कांवड़िये भोले का जयकारा लगाते हुए गंगाजल लिए अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं। दिल्ली, बुलंदशहर, बागपत, मेरठ, हापुड़ के कांवड़िये यहां से होकर निकले।
फाल्गुन मास की कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव का महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। इस दौरान मंदिरों और शिवालयों में भगवान का जलाभिषेक गंगाजल के साथ ही पंचामृत से स्नान कराकर किया जाता है। महाशिवरात्रि पर्व नजदीक आने के साथ ही शिवभक्तों का हरिद्वार की ओर से आगमन लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बार हरिद्वार में कांवड़ यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं होने के कारण दो साल बाद बिना किसी प्रतिबंध के शिवभक्त कांवड़ लेकर निकल रहे हैं। पिछले तीन चार दिनों से शिवभक्तों का आगमन हो रहा था जो शुक्रवार को अचानक बढ़ गया। बड़ी और डीजे बजाती बड़ी कांवड़ों के आने से पूरा हाईवे शिवमय नजर आ रहा है। कहीं पर शिवभक्तों के लिए चाय की व्यवस्था की गई है तो कहीं पर फल बांटे जा रहे हैं। रामपुर बाईपास चौराहे से बड़ी संख्या में शिवभक्त हाईवे से सीधे निकल रहे हैं जबकि आधे शिवभक्त अंदर शहर में आकर शिवचौक पर परिक्रमा करके आगे बढ़ रहे हैं। बड़ी संख्या में कांवड़िये गंगनहर मार्ग व लक्सर से सोलानी नदी पार कर भोकरहेड़ी की ओर भी आ रहे हैं। यह कांवड़िये बिजनौर मुरादाबाद अमरोहा की ओर निकल रहे हैं।
पुरकाजी से बड़ी संख्या में निकले भोले भक्त
पुरकाजी। पुरकाजी कस्बे से होकर बड़ी संख्या में कांवड़िये निकले। पिछले कई दिनों से हरिद्वार से पवित्र गंगा जल लेकर कांवड़ियों का अपने गणतव्य पर जाने का सिलसिला जारी है। हालांकि पुरकाजी कस्बे में कावंड़ियों के रुकने के लिए कोई धार्मिक संस्था आगे आई दिखाई नहीं पड़ी।
यूक्रेन संकट के बीच जिनपिंग ने पुतिन से की फोन पर बातचीत, क्या थम जाएगा युद्ध?
स्टोरी हाइलाइट्स
थम सकता है रूस और यूक्रेन के बीच वॉर
चीन के राष्ट्रपति की पुतिन से बात
यूक्रेन में दो दिन से जारी रूस के हमलों के बीच अब एक बड़ी खबर सामने आ रही है. रूस के विदेश मंत्री ने यूक्रेन के साथ बातचीत पर सशर्त हामी भरी तो वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन भी टेबल टॉक पर आ गया है. दरअसल रूस ने कहा था कि अगर यूक्रेन की सेना हथियार डाल दे तो हम बातचीत करने को तैयार हैं. ऐसे में यूक्रेन ने बातचीत के लिए रूस के राष्ट्रपति पुतिन को बातचीत का न्योता भी भेज दिया है. इसी बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी पुतिन से फोन पर बात की है.
चीन, यूक्रेन को लेकर राजनीतिक समाधान पर जोर देने का प्रयास करेगा. वहीं जानकारी आ रही है कि पुतिन, यूक्रेन से बातचीत करने के लिए तैयार हो गये हैं. इससे पहले गुरुवार को UNGA की बैठक में चीन ने जारी बयान में कहा था कि सभी पार्टियों को धैर्य से काम करना होगा और किसी भी ऐसे कदम से बचना होगा जिससे स्थिति और ज्यादा बिगड़ सके. चीन के मुताबिक किसी भी देश की सुरक्षा और अखंडता को लेकर उनकी रणनीति हमेशा से एक समान रही है. यूएन चार्टर के जो भी सिद्धांत हैं, उसका दोनों ही देशों द्वारा पालन होना चाहिए.
चीन ने अपने बयान में ये भी कहा है कि उसे यूक्रेन में जारी विवाद की पूरी जानकारी है. लंबे समय से रूस संग उनकी तकरार चल रही है. उस तकरार की वजह से ही अब स्थिति इतनी तनावपूर्ण बन गई है. देखा गया कि चीन खुलकर रूस का समर्थन नहीं कर रहा है लेकिन इतना जरूर कह रहा है कि सभी को बातचीत के जरिए ही किसी समाधान पर पहुंचना होगा.
क्या Ukraine में हो जाएगा युद्धविराम! सरेंडर की शर्त पर बोले जेलेंस्की- बातचीत करें
स्टोरी हाइलाइट्स
रूस का दावा- रिहायशी क्षेत्रों पर नहीं कर रहे हमला
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चरम पर पहुंच चुका है. रूस ने यूक्रेन को भारी नुकसान दिया है. अभी तक कई सैनिकों की मौत भी हो चुकी है. अब इस तबाही के बाद रूस फिर बातचीत की टेबल पर आ गया है. वहां के विदेश मंत्री ने साफ कर दिया है कि अगर यूक्रेन के सैनिक अपने हथियार डाल देंगे, तो बातचीत फिर की जा सकती है.
कल यूक्रेन के खिलाफ बड़ी सैन्य कार्रवाई करने के बाद रूस की तरफ से ये बड़ा प्रस्ताव दिया गया है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि यूक्रेन अभी जल्द इस प्रस्ताव को नहीं मानने वाला है, लेकिन स्थिति को देखते हुए अंत में यही समाधान हो सकता है. रूस की पहले से ही ये रणनीति थी कि यूक्रेन को घुटनों पर लाया जाए और फिर सरेंडर करने के लिए मजबूर किया जाए. रूस के इस ऑफर पर यूक्रेन के राष्ट्रपति ने भी प्रतिक्रिया दी है. उनकी तरफ से भी बातचीत का प्रस्ताव पुतिन को दे दिया गया है. उन्होंने पुतिन को बातचीत की टेबल पर बुलाया है.
वैसे रूस के विदेश मंत्री ने साफ कर दिया है कि उनकी सेना की तरफ से यूक्रेन के रिहायशी क्षेत्रों पर हमला नहीं किया जा रहा है. वहां पर मौजूद infrastructure को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जा रहा है. लेकिन अभी तक रूस की तरफ से जो कार्रवाई की भी गई है, उसका विरोध भी शुरू हो चुका है. रूस के ही नागरिक सड़क पर आकर रूसी राष्ट्रपति की नीतियों का विरोध कर रहे हैं. अभी तक रूस में 1700 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया है.
रूस के अलावा अमेरिका में भी व्हाइट हाउस के बाहर यूक्रेन पर हमले के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. वहीं, भारत में भी आज शाम रूस की एंबेसी के बाहर प्रदर्शन है. अब उन प्रदर्शनों के बीच रूस ने फिर बातचीत की टेबल पर आने के संकेत दिए हैं. कल भी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा था कि अगर यूक्रेन के सैनिक अपने हथियार डाल देंगे, युद्ध रोक दिया जाएगा. उन्होंने अपने संबोधन में इस बात पर भी जोर दिया था कि उनके पास युद्ध के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा था. उनके देश को यूक्रेन में चल रही गतिविधियों से खतरा था, ऐसे में उन्होंने इस सैन्य कार्रवाई को मंजूरी दी थी.
अभी के लिए यूक्रेन में स्थिति काफी तनावपूर्ण बनी हुई है. यूक्रेन के चौतरफा हमले की वजह से यूक्रेन को भारी नुकसान हो चुका है. Snake Island के द्वीप पर तो रूस ने यूक्रेन के 13 सैनिकों को मार गिराया है. वहीं यूक्रेन भी दावा कर रहा है कि उनकी सेना की तरफ से मोटार दागे जा रहे हैं और मशीनगन्स का भी इस्तेमाल हो रहा है.
महाशिवरात्रि : दिनभर हरिद्वार की ओर से आते रहे कांवड़िये
महाशिवरात्रि पर्व पर दिनभर हरिद्वार की ओर से शिवभक्त कांवड़ियों का आगमन नगर की ओर होता रहा। मुजफ्फरनगर में शिवरात्रि पर दिनभर हरिद्वार की ओर से छोटे छोटे झुंडों में शिवभक्त कांवड़ियों का आगमन होता रहा। भगवान शिव का जयकारा लगाते हुए श्रद्धालु अपने गंतव्य की ओर बढ़ते दिखे। मौसम में ठंड होने के कारण इस बार कांवड़ियों का रूप बदला हुआ है। कंधे पर रंगबिरंगी कांवड़ में गंगाजल रखने के बजाए कमर पर पिटठू बैग में गंगाजल या फिर गंगाजल की केन को गमछे की सहायता से बांधकर गले में लटकाकर कांवडिए बढ़ रहे हैं। कंधे पर रंग बिरंगी कांवड़ बहुत कम दिख रही है। महाशिवरात्रि पर्व की तैयारी जोरों पर की जा रही है। बिना कोरोना भय के दो साल बाद श्रद्धालु भगवान का जलाभिषेक करेंगे। जिले के तीन प्रमुख प्राचीन मंदिरों संभलहेडा, शेरनगर, सांझक गांव में स्थित शिवमंदिरों में भारी भीड़ उमड़ने की संभावनाओं के मद्देनजर जलाभिषेक को शांतिपूर्वक कराने के लिए इंतजाम किए जा रहे है।
जब साइक्लिस्ट पर गिरा रूसी तोप का गोला, यूक्रेन में हमले का लाइव Video आया सामने
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वीडियो में हमले का खौफनाक मंजर दिखा
तेज धमाके के साथ सब कुछ खत्म हो गया
Ukraine-Russia War: रूस अब यूक्रेन पर किस कदर कहर बरपा रहा है, इसका दिल दहला देने वाला मंजर सामने आया है. यूक्रेन की आम जनता इस युद्ध की कैसे शिकार हो रही है. इसकी तस्वीर एक खौफनाक वीडियो से साफ हो रही है. आपको बता दें कि यूक्रेन की सड़क पर एक साइक्लिस्ट जा रहा है. उसके मन में युद्ध की चिंता तो जरूर है, लेकिन इस बात से पूरी तरह बेखबर कि अगले ही पल उसके साथ क्या होने वाला है. सुनसान सड़क है, तभी अचानक एक हवाई हमला होता है. तेज धमाके के साथ चारों तरफ आग का मंजर पसर जाता है. और पल भर में सब कुछ तबाह. देखिए ये वीडियो.
यूक्रेन इन दिनों संकट से गुजर रहा है. उस पर रूस की गिद्ध नजर है. हवा, पानी और जमीनी हमले झेल रहा यूक्रेन अब और ज्यादा मुसीबत में आ गया है. रूसी सेना यूक्रेन के 137 लोगों को मौत के घाट उतार चुकी है. जबकि सैकड़ों लोग घायल हो चुके हैं. साथ ही रूस यूक्रेन की जमीन पर भी कब्जा कर रहा है.
The moment a cyclist was killed by Russian artillery in Uman, Cherkasy Oblast was caught on camera. We've verified @Cen4infoRes geolocation of the attack to 48.748716, 30.218705https://t.co/oUcaxYy0M6
— Bellingcat (@bellingcat) February 24, 2022
बदहवास हाल में भाग रहे हैं लोग
बीते दिन यूक्रेन से जो तस्वीरें और वीडियो सामने आए वह दिल दहला देने वाले थे. वहां की आम जनता इन दिनों खौफ के साए में जी रही है. हाल में एक वीडियो सामने आया था, जिसमें लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे हैं. बदहवास लोग सिर्फ एक आसरा खोज रहे हैं ताकि वह बच सकें.
हमले बढ़ा सकता है रूस
इसी बीच यूक्रेन के आधिकारिक सूत्रों ने इस बात की आशंका भी जता दी है कि शुक्रवार का दिन यूक्रेन के लिए ब्लैक फ्राइडे साबित हो सकता है, क्योंकि रूस अपने हमले कई गुना तक बढ़ा सकता है.
बेबस नजर आ रहे हैं यूक्रेन के राष्ट्रपति
बता दें कि यूक्रेन की राजधानी कीव को रूस घेरने की प्लानिंग बना रहा है. दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की बेबस नजर आ रहे हैं. इसी बीच उन्होंने सेना को एकजुट करने के आदेश भी दिए हैं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सेना ऐसे योग्य लोगों को भी तैयार करे जो युद्ध लड़ सकते हैं.
कीव में सुबह से ही शुरू हुई बमबारी
यूक्रेन पर रूसी हमलों का हाल ये है कि सेनाएं ताबड़तोड़ प्रहार कर रही हैं. आलम ये है कि यूक्रेन के गृह मंत्री Anton Gerashchenko ने कहा कि शुक्रवार को कीव में सुबह से 6 धमाके हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि ये धमाके क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों से किए गए हैं. हालांकि यूक्रेन ने जवाब देते हुए रूस का एक विमान भी गिराया गया है.
रूस ने सुबह होते ही दागे हथियार
बता दें कि शुक्रवार सुबह से ही यूक्रेन की राजधानी कीव तेज धमाकों से दहल गई है. इसके अलावा यूक्रेन के शहर कोनोटोप को भी रूसी सैनिकों ने घेर लिया है. इसके अलावा बाकी फोर्स कीव की तरफ बढ़ रही है.