बुधवार, 30 नवंबर 2022

ऋषिकेश घूमने आया शामली का युवक गंगा में डूबा

ऋषिकेश घूमने आया यूपी का युवक नहाते वक्त गंगा में डूब गया। एसडीआरएफ और जल पुलिस के जवानों को तलाशी अभियान में युवक का पता नहीं चल पाया।

बुधवार को यूपी के जलाबाद, शामली निवासी मनोज (20) पुत्र मांगेराम अपने साथियों के साथ ऋषिकेश घूमने आया था। दोपहर करीब पौने एक बजे युवक हरिद्वार रोड स्थित साईंघाट पहुंचे। वह यहां नहाने गंगा में उतर गए। नहाते समय अचानक पैर फिसलने से मनोज गंगा के तेज बहाव में आ गया। राफ्ट में सवार रेसक्यू टीम ने साईंघाट से बैराज तक सर्च आपरेशन भी चलाया। एसडीआरएफ निरीक्षक कविंद्र सिंह सजवाण ने बताया कि शामली परिजनों को सूचित कर दिया गया है। युवक का पता नहीं लग पाया है।

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'मैच विनर हैं ऋषभ पंत, कप्तान धवन ने किया बचाव, बोले- संजू को करना होगा इंतजार

Rishabh Pant vs Sanju Samson: न्यूजीलैंड के खिलाफ उसी के घर में भारतीय टीम ने पहले स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या की कप्तानी में टी20 सीरीज जीती, लेकिन उसके बाद वनडे सीरीज में हार झेलनी पड़ी. इस सीरीज में शिखर धवन ने कप्तानी संभाली थी. भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड दौरे पर तीन टी20 और तीन वनडे मैच खेले. 

मगर इस दौरान विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को सिर्फ एक ही बार मौका दिया गया. उन्हें सिर्फ एक वनडे मैच में खिलाकर ही बाहर कर दिया. इस मैच में संजू ने 36 रन बनाए थे. जबकि बतौर उपकप्तान दौरे पर गए ऋषभ पंत को सभी मैचों में खिलाया गया. जबकि पंत की फॉर्म बेहद खराब रही.

संजू को अभी औऱ इंतजार करना पड़ेगा

पहला वनडे मैच ऑकलैंड में खेला गया था, जिसमें न्यूजीलैंड ने 7 विकेट से जीत दर्ज की थी. इसके बाद बाकी दो वनडे मैच शुरू तो हुए, लेकिन बारिश के कारण नतीजा नहीं निकल सका और उन्हें रद्द करना पड़ा. ऐसे में न्यूजीलैंड ने 1-0 से सीरीज पर कब्जा जमा लिया. सीरीज खत्म होने के साथ ही एक बार फिर संजू के फैन भड़क गए हैं. ज्यादातर दिग्गज भी संजू का सपोर्ट कर रहे हैं. 

जबकि बतौर वनडे कप्तान न्यूजीलैंड दौरे पर गए शिखर धवन का ऐसा मानना नहीं है. उन्होंने तीसरे वनडे के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पंत ने इंग्लैंड में खेले गए पिछले मैच में शतक लगाया था. वह मैच विनर खिलाड़ी है. उसे बैक करना जरूरी है. जबकि संजू सैमसन अपनी जगह हैं. उन्हें अच्छा प्रदर्शन के बावजूद इंतजार करना पड़ेगा. 

'एनालिसिस करके ही फैसले लिए जाते हैं'

संजू सैमसन की बजाय ऋषभ पंत को मौका देने को लेकर धवन ने कहा, 'मुश्किल तो नहीं थी. जैसे ऋषभ है. उसने इंग्लैंड में पिछला वनडे खेला था, तो उसमें उसका 100 (शतक) था. बिल्कुल जिस प्लेयर ने वहां शतक किया हुआ था, तो उसे बैक किया जाता है. लार्जर पिक्चर देखी जाती है कि मैच विनर प्लेयर है, तो उसे कितना बैक करना है कितना नहीं. इन चीजों पर एनालिसिस करके ही फैसले लिए जाते हैं.'

धवन ने आगे कहा, 'बिल्कुल संजू सैमसन अच्छा कर रहा है. वह अपनी जगह है. उसे जितने मौके मिले, उसने अच्छा किया. कई बार अच्छा करते हुए भी इंतजार करना पड़ता है, क्योंकि पहले प्लेयर ने अच्छा प्रदर्शन किया हुआ होता है. उसकी स्किल पता होती है कि वह मैच विनर है. उसे बैक की जरूरत होती है, तो उसे दी जाती है.'

यहां मिला अनुभव आगे काम आएगा

वनडे सीरीज से क्या पॉजिटिव चीज मिली? इस पर धवन ने कहा, 'एक तो टीम बॉन्डिंग है. दूसरी बात है कि हमारी वनडे की मुख्य टीम बांग्लादेश में आएगी. ऐसा भी हो सकता है कि कोई प्लेयर चोटिल हो जाए, तो यह अनुभव वहां काम आएगा. यह सबसे बड़ा पॉजिटिव है. जितने भी हमारे यंग लड़के खेल रहे हैं, उन्हें एक आइडिया हो जाता है. अनुभव तो खेलकर ही आता है.'

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कैराना विधायक नाहिद हसन को हाईकोर्ट से मिली जमानत:शामली के गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में मिली राहत, चित्रकूट जेल में बंद हैं

करीब 10 माह से जेल में निरुद्ध कैराना से सपा विधायक नाहिद हसन को गैंगस्टर के मुकदमे में हाईकोर्ट ने राहत प्रदान करते हुए जमानत दे दी है। उनके अधिवक्ता ने हाईकोर्ट के आदेश की पुष्टि करते हुए बताया कि विधायक को जेल से रिलीज होने में अभी एक या दो दिन लग सकते हैं। कुछ माह पूर्व विधायक नाहिद हसन को जिला जेल मुजफ्फरनगर से चित्रकूट जेल शिफ्ट कर दिया गया था। हांलाकि धमकी देने और अमानत में खयानत के मुकदमे में सुप्रीम कोर्ट से नाहिद हसन को एक माह पहले जमानत मिल चुकी है।

15 जनवरी से जेल में बंद है सपा विधायक
शामली की कैराना सीट से सपा विधायक नाहिद हसन और उनकी माता पूर्व सांसद तबस्सुम हसन सहित 40 लोगों के विरुद्ध 21 फरवरी 2021 को गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया गया था। विधानसभा चुनाव से पहले 15 जनवरी 2022 को पुलिस ने नाहिद हसन को अरेस्ट कर लिया था। उन्हें एमपी-एमएलए कोर्ट कैराना में पेश किया गया था। जहां से न्यायिक हिरासत में उन्हें मुजफ्फरनगर जेल भेज दिया गया था। एमपी-एमएलए कोर्ट में जमानत अर्जी खारिज होने के बाद उनके अधिवक्ता की और से हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र लगाया गया था। इस बीच 28 सितंबर 2022 को शासन के निर्देश पर सपा विधायक को मुजफ्फरनगर जिला जेल से चित्रकूट रवाना कर दिया गया था।

एक मुकदमे में सुप्रीम कोर्ट से मिल चुकी राहत
चित्रकूट जेल में बंद सपा विधायक पर दर्ज धमकी और अमानत में खयानत के मुकदमे के मामले में 19 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। उनके अधिवक्ता मेराजुद्दीन ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई उपरांत सपा विधायक को जमानत प्रदान कर दी थी। उन्होंने बताया कि गैंगस्टर के मुकदमे में हाईकोर्ट में जमानत प्रार्थना पत्र लंबित था।

हाईकोर्ट से गैंगस्टर के मुकदमे में मिली जमानत
विधायक नाहिद हसन के अधिवक्ता राशिद अली चौहान ने बताया कि हाईकोर्ट की जस्टिस कृष्ण पहल की खंडपीठ ने नाहिद हसन की जमानत अर्जी पर बुधवार को सुनवाई की। उन्होंने बताया कि गैंगस्टर के मुकदमे में दिये गए जमानत प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने जेल में निरुद्ध सपा विधायक को जमानत प्रदान कर दी।


अंग्रेजों ने बसाया, अब अडानी बदलेंगे तस्वीर... एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी-बस्ती धारावी की कहानी

धारीदार टीन की चद्दरों से बनी छत. बिना पलस्तर की दीवारें. संकरी गलियां और उन गलियों में एक-दूसरे को टक्कर मारते हुए निकलते लोग. ये कहानी है धारावी की. वही धारावी जिसे मुंबई का 'दिल' और 'छोटा इंडिया' भी कहा जाता है. ये बस्ती मुंबई की ऊंची-ऊंची इमारतों के बीच बसी हुई है. अगर आप मुंबई में हैं और कम खर्च में सिर पर छत चाहते हैं तो धारावी सबसे अच्छा ठिकाना है. यहां लाखों की संख्या में दिहाड़ी मजदूर और छोटे कारोबारी रहते हैं. यहां न तो शिक्षा का स्तर अच्छा है और न ही साफ-सफाई.

अब इसी धारावी का कायाकल्प होने वाला है. इसका काम अडानी इंफ्रा करेगी. अडानी इंफ्रा ने 5,069 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. डीएलएफ कंपनी ने 2,025 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. जबकि, तीसरी कंपनी नमन ग्रुप को डिसक्वालिफाई कर दिया गया. धारावी के रिडेवलपमेंट का प्लान 2004 से चल रहा था, लेकिन अब जाकर इसका टेंडर मंजूर हुआ है. 

धारावी... मुंबई का दिल

धारावी को मुंबई का दिल भी कहा जाता है. अंग्रजों के काल में बसी ये बस्ती आज एशिया की सबसे बड़ी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी बस्ती है.

धारावी में कितने लोग रहते हैं? इसका सटीक आंकड़ा नहीं है. लेकिन अनुमान है कि यहां 6 से 10 लाख लोग रहते हैं. धारावी में 58 हजार परिवार और करीब 12 हजार कमर्शियल कॉम्प्लेक्स हैं.

धारावी लगभग 550 एकड़ में बसा हुआ है. (फाइल फोटो- इंडिया टुडे)

1882 में अंग्रेजों ने धारावी को बसाया था. इसे बसाने का मकसद ये था कि मजदूरों को किफायती ठिकाना दिया जा सके. धीरे-धीरे यहां लोग बसने लगे और झुग्गी-बस्तियां बन गईं. धारावी की जमीन तो सरकारी है, लेकिन यहां लोगों ने अपने खर्चे से झुग्गी-बस्ती बनाई है.

यहां इतनी झुग्गी-बस्तियां हैं कि दूर से देखने पर जमीन दिखाई ही नहीं पड़ती. 550 एकड़ में फैली धारावी में एक किलोमीटर के दायरे में 2 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां कितनी घनी आबादी है. 

धारावी में 100 वर्ग फीट की छोटी सी झुग्गी में 8 से 10 लोग एकसाथ रहते हैं. कुछ झुग्गियां तो ऐसी भी बनी हैं, जिनमें कारखाने भी हैं और घर भी. लगभग 80 फीसदी लोग पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करते हैं. 

'जिद्दी' लोगों की बस्ती है धारावी

धारावी की पहचान झुग्गी-बस्ती की है. ये सच भी है. लेकिन असल में ये जिद्दी लोगों की बस्ती है. यहां की तंग गलियों में दिहाड़ी मजदूर भी रहते हैं और वो भी जो अपना कारोबार करते हैं. माहिम और सायन धारावी के दोनों ओर बने रेलवे स्टेशन हैं. यहीं से हर रोज लाखों लोग धारावी आते-जाते हैं. यहां इतनी भीड़ है न कि इसमें घुसने के लिए साहस और हौसला चाहिए. 

मुंबई की तरह ही धारावी भी काम के पीछे भागने वाले लोगों की बस्ती है. फर्क इतना है कि मुंबई शहर में रहने वाले लोग फ्लैट और अच्छे घरों में रहते हैं और धारावी में रहने वाले तंग, छोटे और गंदी बस्तियों में. लेकिन ये जिद्दी लोगों की बस्ती है, जो कभी थमती नहीं है.

'स्लमडॉग' की बस्ती...

2008 में फिल्म आई थी 'स्लमडॉग मिलियनियर'. इस फिल्म की शूटिंग धारावी में ही हुई थी. फिल्म में दिखाया गया था कि कैसे इस झुग्गी-बस्ती में रहने वाला एक लड़का करोड़पति बन जाता है. 

ये बस्ती ऐसे ही 'स्लमडॉग' की है. यहां हर चौथे घर में कोई एंटरप्रेन्योर मिल जाएगा. एक अनुमान के मुताबिक, यहां 22 हजार से ज्यादा छोटे-छोटे कारोबारी हैं. 

बस्ती में चमड़े की चीजें, गहने और मिट्टी के सजावटी बर्तन तैयार किए जाते हैं. इस बस्ती में बनी चीजें फिर देश-विदेशों में बिकने जातीं हैं.

रिपोर्ट्स बताती हैं कि इन झुग्गी-बस्तियों में 5 हजार से ज्यादा रजिस्टर्ड कारोबारी हैं. जबकि, 15 हजार से ज्यादा कारखाने तो एक-एक कमरे में बने हुए हैं. यहां की रिसाइक्लिंग इंडस्ट्री ही 2.5 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार देती है, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी जुड़े हैं.

ऐसा माना जाता है कि धारावी की एक-एक इंच जमीन भी किसी न किसी प्रोडक्टिव काम के लिए इस्तेमाल होती है. एक अनुमान के मुताबिक, धारावी में हर साल 1 अरब डॉलर यानी लगभग 80 अरब रुपये का कारोबार होता है.

महामारिया आईं... लेकिन धारावी बना रहा

धारावी में इतनी ज्यादा भीड़ है न कि यहां गंदगी अक्सर बनी ही रहती है. यही वजह है कि यहां बीमारियां भी काफी तेजी से फैलती हैं.

1896 में जब दुनियाभर में प्लेग फैला था, तो उसका असर धारावी पर भी पड़ा था, क्योंकि यहां उस वक्त भी बहुत बड़ी संख्या में लोग रहते थे. प्लेग खत्म होने के बाद भी अगले 25 सालों तक धारावी में लोगों को अलग-अलग तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ा था. 

1986 में जब हैजा फैला तो उसका असर भी सबसे ज्यादा धारावी पर ही हुआ. माना जाता है कि उस समय मुंबई के अस्पतालों में भर्ती होने वाले ज्यादातर लोग धारावी के ही थे. 

अप्रैल 2020 में धारावी में कोरोना का पहला मामला सामने आया था. उसके बाद तो यहां कोरोना बम फूट गया था. आए दिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही थी. सबसे बड़ी समस्या ये थी कि तंग गलियों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कैसे करवाया जाए. लेकिन धारावी ने कोरोना से लड़ाई लड़ी और जीती. 

अब पूरी तरह बदल जाएगी धारावी

1999 में जब महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन की सरकार थी, तब पहली बार धारावी को रिडेवलप करने का प्रस्ताव रखा गया. इसके बाद 2003-04 में महाराष्ट्र सरकार धारावी का रिडेवलपमेंट प्लान लेकर आई. 

सरकार चाहती है कि धारावी की गिनती सबसे बड़ी झुग्गी-बस्तियों में न हो, बल्कि इसे सबसे अच्छी बस्ती के नाम से पहचाना जाए. यहां झोपड़ियों की जगह घर बनाए जाएं और कमर्शियल कॉम्प्लेक्स भी. 

धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट 20 हजार करोड़ रुपये का है और इसके 17 साल में पूरा होने की उम्मीद है. जबकि यहां रहने वाले लोगों को 7 साल में पक्के घरों में बसाने का टारगेट है. इस पूरे प्रोजेक्ट में 1 करोड़ वर्ग फीट से ज्यादा की जमीन आएगी.

इस प्रोजेक्ट के तहत, जो लोग 1 जनवरी 2000 से पहले से धारावी में रह रहे होंगे उन्हें फ्री में पक्का मकान दिया जाएगा. जबकि, जो लोग 2000 से 2011 के बीच आकर यहां बसे होंगे, उन्हें इसके लिए कीमत चुकानी होगी.

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UP Gold Silver Price Today: कानपुर, गोरखपुर और आगरा में सोना-चांदी दोनों में तेजी, बरेली में गोल्ड स्थिर, सिल्वर में गिरावट, जानें रेट

भारतीय सर्राफा बाजार ने बुधवार यानि 30 नवंबर को सोना और चांदी के रेट्स जारी कर दिए हैं। कानपुर, गोरखपुर और आगरा में सोना-चांदी दोनों में तेजी दिखाई दी। बरेली में सोना स्थिर रहा जबकि चांदी में गिरावट आई। कानपुर में सोना और चांदी दोनों में उछाल देखने को मिला। मंगलवार को सोना 52950 प्रति दस ग्राम और चांदी 62400 प्रति किलो थी।  बुधवार को सोना 53000 प्रति दस ग्राम और चांदी 62500 प्रति किलो रही।

आगरा में भी सोना-चांदी दोनों की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई।   मंगलवार को सोना 53050 प्रति दस ग्राम और चांदी 62200 प्रति किलो थी। बुधवार को सोना 53500 प्रति दस ग्राम और चांदी 62400 प्रति किलो रही। गोरखपुर में भी सोना-चांदी में बढ़ोतरी रही।   मंगलवार को सोना 52900 और चांदी 61500 प्रति किलो थी।बुधवार को सोना 54500 प्रति दस ग्राम और चांदी 62400 प्रति किलो रही। 

बरेली में सोना स्थिर रहा जबकि चांदी में गिरावट देखी गई। मंगलवार को भी सोना 53000 प्रति दस ग्राम और चांदी 61800 प्रति किलो रही। बुधवार को सोना 53000 प्रति दस ग्राम और चांदी 61700 प्रति किलो रही। सर्राफा बाजार के जानकारों का मानना है कि शादियों का सीजन शुरू होने के कारण आने वाले दिनों में सोने के दाम में उछाल देखने को मिल सकता है। 

जेवरात पर मेकिंग चार्ज कम तो सोने का रेट ज्यादा

एक शहर के अंदर भी सोना-चांदी के दो दुकानों में रेट का अंतर होता है। लेकिन कोई जेवर खरीदना हो तो मिला-जुलाकर ग्राहक का खर्च एक जैसा हो ही जाता है। दरअसल, जेवर पर सोना-चांदी के रेट के ऊपर मेकिंग चार्ज यानी बनाने का खर्चा लगता है। आप गौर करेंगे कि जिस दुकान में सोने का भाव कम होगा, वहां मेकिंग चार्ज 15-24 परसेंट तक ऊपर से लगता है।

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पॉलीग्राफ टेस्ट के 5 राउंड और अब आफताब के नार्को की तैयारी...श्रद्धा केस में अब भी अनसुलझे ये सवाल

श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट पूरा हो चुका है. आफताब के पॉलीग्राफी टेस्ट की फाइनल रिपोर्ट तैयार की जा रही है. इसके बाद आफताब का 1 दिसंबर को नार्को टेस्ट कराया जाएगा. फॉरेंसिक विभाग के सूत्रों के मुताबिक, आफताब ने पॉलीग्राफी टेस्ट में माना है कि उसने ही श्रद्धा की हत्या की. लेकिन आफताब को श्रद्धा की हत्या करने का कोई अफसोस नहीं है. माना जा रहा है कि दिल्ली पुलिस पॉलीग्राफी टेस्ट से काफी मदद मिली है. वहीं, अब बाकी राज नार्को टेस्ट से खुलने की उम्मीद है, आईए जानते हैं कि अब तक की जांच और पॉलीग्राफी टेस्ट में क्या क्या सामने आया है? 

जांच में क्या क्या आया सामने? 

1- आफताब ने पूछताछ और पॉलीग्राफी टेस्ट के दौरान श्रद्धा की हत्या की बात कबूल की है.
2-  महरौली के जंगलों से श्रद्धा के शव के 13 टुकड़े हड्डियों के रूप में मिले. जबड़ा भी मिल चुका है. इनकी फॉरेंसिक जांच और डीएनए जांच की जा रही है. पुलिस ने गुरुग्राम से भी कुछ बॉडी पार्ट रिकवर किए हैं. 
3- आफताब के फ्लैट के बाथरूम और किचन के अलावा CFSL को बैडरूम से भी खून के धब्बों के सैंपल मिले. 
4- दिल्ली पुलिस ने कुछ हथियार बरामद किए है. दावा है कि आफताब ने इन्हीं के इस्तेमाल से शव के टुकड़े किए. ये हथियार जंगल और आफताब के फ्लैट से मिले हैं. किस हथियार से शव को काटा गया, ये सीएफएसएल रिपोर्ट के बाद पता लगेगा.
5- अभी तक की जांच में लगता है कि श्रद्धा आफताब को छोड़ना चाहती थी, वो उसकी प्रताड़ना से परेशान हो चुकी थी, 3-4 मई को दोनों का फैसला हुआ था हम अलग-अलग रहेंगे. यह बात आफताब को पसंद नहीं आई, उसे डर था कि श्रद्धा किसी और के साथ इन्वॉल्व हो जाएगी. हालांकि, आफताब ने पहले कहा था कि श्रद्धा उस पर शादी का दबाव डाल रही थी, इसलिए उसने हत्या की. 
6- आफताब के मां बाप की इस केस में कोई भूमिका नहीं है. वे दिल्ली पुलिस के रडार पर नहीं हैं, आफताब ने हत्या करने के बाद मां बाप को कुछ नहीं बताया.
7- बद्री की अभी तक भूमिका संदिग्ध नहीं लगी. उसने बस आफताब को महरौली में फ्लैट दिखवाया था. 
8- पुलिस को आशंका है कि उसने श्रद्धा की हत्या सोची समझी साजिश के तहत की. 
9-  पुलिस ने फ्लैट से कुछ कपड़े भी बरामद किए हैं जो CSFL जांच के लिए भेजे हैं, रिपोर्ट आना बाकी है. 
10- पुलिस को शक है कि जब सितंबर अक्टूबर में मुंबई पुलिस ने आफताब को पूछताछ के लिए बुलाया था, उस वक्त श्रद्धा के कुछ बॉडीपार्ट्स फ्लैट पर थे और वह पुलिस को गुमराह कर रहा था. 
 
पॉलीग्राफी टेस्ट में क्या क्या आया सामने?

- आफताब ने पॉलीग्राफी टेस्ट के दौरान काफी सधे हुए जवाब दिए. आफताब ने पॉलीग्राफी टेस्ट में माना है कि उसने ही श्रद्धा की हत्या की. लेकिन आफताब को श्रद्धा की हत्या करने का कोई अफसोस नहीं है. आफताब ने कई लड़कियों से संबंध होने की बात भी कबूल की है. इतना ही नहीं पॉलीग्राफी टेस्ट के दौरान उसने ये भी मान लिया है कि श्रद्धा की हत्या के बाद शव के टुकड़े जंगल में फेंके थे.

अभी भी इन सवालों के जवाब अनसुलझे

- श्रद्धा का सिर कहां फेंका ?
- श्रद्धा के शव के बाकी हिस्से कहां हैं?
- श्रद्धा का मोबाइल कहां है. 
- मर्डर के वक्त श्रद्धा के पहने हुए कपड़े कहां हैं.

क्या नार्को टेस्ट से खुलेंगे बाकी राज? 

आफताब का 1 दिसंबर को नार्को टेस्ट होना है. दिल्ली पुलिस को साकेत कोर्ट से इसकी इजाजत मिल गई है. दिल्ली के अंबेडकर अस्पताल में आफताब का नार्को टेस्ट कराया जाएगा. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, पॉलीग्राफी टेस्ट में पुलिस को काफी मदद मिली है. ऐसे में उम्मीद है कि श्रद्धा की हत्या के अनसुलझे राज नार्को टेस्ट के बाद सुलझ सकते हैं. इतना ही नहीं जिन सवालों में आफताब ने पुलिस को गुमराह किया है, उनके भी सही सही जवाब मिलने की उम्मीद है. 


 

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चरथावल रोड पर हादसा, युवक की मौत

मुजफ्फरनगर। शहर कोतवाली क्षेत्र के चरथावल रोड पर अज्ञात वाहन की चपेट में आकर बाइक सवार युवक की मौत हो गयी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। युवक शहर से रात्रि मंे अपने गांव लौट रहा था।

गांव लकडसंधा निवासी मनोज सोमवार देर रात्रि बाइक पर सवार होकर शहर से गांव लौट रहा था। शहर कोतवाली क्षेत्र में चरथावल रोड पर अज्ञात वाहन ने उसे अपनी चपेट मंे ले लिया। हादसे में युवक की मौके पर मौत हो गयी। राहगीरों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर आयी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। अज्ञात वाहन के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

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दुनिया पर धौंस जमाने के लिए जिनपिंग का न्यूक्लियर प्लान! 2035 तक 1500 परमाणु हथियार बनाने की तैयारी

चीन इन दिनों वैश्विक स्तर पर पिछड़ रहा है. लेकिन उसके राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इरादे कुछ और ही हैं. भले ही देश की सरकार चौतरफा घिरी हो, लेकिन उसके जंगी इरादे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. दरअसल USA के रक्षा विभाग (पेंटागन) ने मंगलवार को एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कहा गया कि चीन के पास 2035 तक 1,500 परमाणु हथियार होंगे. ऐसा तब होगा जब चीन अपनी मौजूदा परमाणु निर्माण गति को बरकरार रखता है. 

परमाणु हथियारों का बढ़ता आंकड़ा चीन के इरादों को साफ दर्शाता है. इससे अमेरिकी में चिंता बढ़ रही है. ऐसा देखा गया है कि चीन युद्धक विकास (Combat Development) की गति को बढ़ा रहा है. पेंटागन की वार्षिक रिपोर्ट पर एक समाचार ब्रीफिंग के दौरान एक वरिष्ठ अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने चीन के मुद्दे पर कहा, 'चीन तेजी से आगे बढ़ रहा है जो कि चिंताजनक है.

फिलहाल चीन के सिर्फ 400 परमाणु हथियार

बता दें कि यह रिपोर्ट, मुख्य रूप से 2021 में गतिविधियों को कवर करती है. इसके मुताबिक चीन के पास फिलहाल 400 से ज्यादा परमाणु हथियारों का भंडार है. अधिकारी ने कहा कि 2030 तक चीन 1,000 परमाणु हथियारों को बनाने के लिए सामान्य गति से काम करेगा जबकि 2035 तक 1500 के आंकड़े पर पहुंचने के लिए चीन अपनी गति में जोरदार तेजी लाएगा. 

अमेरिका के मुकाबले बहुत पीछे है चीन

चीन का कहना है कि उसका शस्त्रागार USA और रूस से छोटा है और वह हमेशा बातचीत के लिए तैयार है. लेकिन ऐसा तभी संभव होगा जब अमेरिका अपने परमाणु भंडार को चीन के स्तर तक कम कर दे. स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसआईपीआरआई) के थिंक-टैंक के अनुसार, USA के पास लगभग 3,700 परमाणु हथियारों का भंडार है, जिनमें से लगभग 1,740 तैनात हैं.

किस देश के पास कितने परमाणु हथियार?

एक अन्य रिपोर्ट यह दावा करती है कि इस वक्त दुनिया में 9 देशों के पास परमाणु हथियार हैं जिनमें अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इस्राएल और उत्तर कोरिया शामिल हैं. रूस के पास सबसे ज्यादा 6 हजार 255 परमाणु हथियार हैं जबकि अमेरिका के पास 5800, ब्रिटेन के पास 225, फ्रांस के पास 290, चीन के पास 350 और भारत के पास 156 परमाणु हथियार हैं. 

ग्लोबल लेवल पर मुंह की खा रहा चीन

गौरतलब है कि इन दिनों चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग वैश्विक मोर्चे पर चौतरफा घिरे हुए हैं. कोरोना के बाद से उनके बाजार धीमा ही रहा है और दुनिया के कई नेता उनके खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. अमेरिका हो या ब्रिटेन जिनपिंग हर ओर से मात खा रहे हैं. जिनपिंग को हाल ही में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुंह की खानी पड़ी है. मंगलवार को ही ब्रिटेन ने चीन की परमाणु फर्म CGN को अपने नए साइजवेल (Sizewell) सी परमाणु ऊर्जा स्टेशन के निर्माण से बाहर कर दिया. इस प्रोजेक्ट को अब शेष फ्रांसीसी साझेदार ईडीएफ के साथ बनाया जाएगा.

ब्रिटेन ने दिया झटका

बता दें कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने पद संभालने के बाद विदेश नीति पर अपने पहले प्रमुख संबोधन में चीन सरकार को आईना दिखाया है. सुनक ने चीन की बढ़ती निरंकुशता को ब्रिटेन के मूल्यों और उसके हितों के लिए बड़ी चुनौती बताया था. ब्रिटेन ने यहां तक कहा कि चीन के साथ ब्रिटेन के संबंधों का सुनहरा युग खत्म हो गया है.

अपने ही लोगों की आवाज दबाता चीन

चीन पर हमेशा से अपने ही लोगों को दबाने के आरोप लगते रहे हैं. ऐसे में उइगर मुसलमानों का मुद्दा कई बार उठता है. करीब 2 महीने पहले संयुक्त राष्ट्र ने भी एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें चीन पर मानवाधिकारों के 'गंभीर उल्लंघन' के आरोप लगाए गए थे. रिपोर्ट में दावा किया गया था कि शिनजियांग प्रांत में रह रहे उइगर मुसलमानों पर चीन अत्याचार कर रहा है, जो 'मानवता के खिलाफ अपराध' के बराबर है. हालांकि, चीन इन आरोपों को अक्सर खारिज करता रहा है. चीन ने संयुक्त राष्ट्र से ये रिपोर्ट जारी न करने की अपील भी की थी और इसे पश्चिमी देशों का 'तमाशा' बताया था.

सरकार की पॉलिसी के खिलाफ चीन के ही लोगों में गुस्सा

साथ ही ये भी जान लें कि चीन के ही लोग इन दिनों सड़कों पर उतरे हैं. वहां के लोग जीरो कोविड पॉलिसी, मास टेस्टिंग, लॉकडाउन और यात्रा प्रतिबंधों से थक चुके हैं और अब प्रदर्शन कर रहे हैं. चीन में पिछले चार दिनों से जारी प्रदर्शन देश के आठ बड़े शहरों में पहुंच चुके हैं. कुछ इलाकों में यह विरोध प्रदर्शन हिंसक रूप भी ले चुका है और प्रदर्शनकारी सुरक्षाबलों से भिड़ते नजर आ रहे हैं. यह प्रदर्शन अब चीन की सीमा लांघकर अमेरिका सहित कई एशियाई और यूरोपीय देशों तक पहुंच गया है. राष्ट्रपति शी जिनपिंग के गद्दी छोड़ने और कम्युनिस्ट सरकार के सत्ता से हटने के नारे लगाए जा रहे हैं. ऐसे में चीन सरकार बैकफुट पर आती नजर आई है.

चीन की विस्तारवादी नीति दुनिया के लिए खतरा

उल्लेखनीय है कि चीन की विस्तारवादी नीति भी दुनियाभर के देशों के लिए संकट पैदा कर रही है. चीन ना सिर्फ जमीनी सीमा पर बल्कि की समुद्री सीमा पर भी घुसपैठ करता रहता है. चीन पड़ोसी देशों की समुद्री सीमा पर अपना अधिकार जमाता है.

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मंगलवार, 29 नवंबर 2022

रैपिडो की सवारी, बदनीयत ड्राइवर और गैंगरेप... बेंगलुरु में ऐसे दरिंदगी का शिकार बनी युवती

आईटी हब कहे जाने वाला कर्नाटक का बेंगलुरु शहर एक बार फिर गैंगरेप की वारदात से शर्मसार हो गया. इस घिनौनी वारदात को एक ऐप बेस्ड बाइक सर्विस के चालक ने अपने साथी के साथ मिलकर अंजाम दिया. हालांकि पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए इस वारदात के लिए जिम्मेदार दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. मगर वारदात के बाद एक सवाल उठ रहा है कि क्या ये बेंगलुरु में ऐप बेस्ड राइड सर्विस महिलाओं के लिए सेफ नहीं हैं?

इस वारदात के दौरान दरिंदगी का शिकार होने वाली पीड़िता केरल की रहने वाली है. वो रात के समय अपने एक दोस्त के घर से निकल कर दूसरे दोस्त के घर जा रही थी. इसके लिए उसने ऐप बेस्ड बाइक ड्रॉप सर्विस का इस्तेमाल किया था. लेकिन बाइक राइडर उसे किसी दूसरी सुनसान जगह पर ले गया. वहां बाइक चालक का एक दोस्त और भी आया और फिर दोनों ने मिलकर उस लड़की के साथ बलात्कार किया.

यह वारदात 25 से 26 नवंबर की दरम्यानी रात की है. पुलिस कमिश्नर प्रताप रेड्डी ने बताया कि यह बेंगलुरु की इलेक्ट्रॉनिक सिटी की सीमा में एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है. जिसमें 22 वर्षीय एक लड़की देर रात रैपिडो पर एक दोस्त के घर से दूसरे दोस्त के घर जा रही थी. उसी दौरान ड्राइवर ने देखा कि लड़की पूरी तरह से होश में नहीं थी. इसी बात का फायदा उठाकर वो लड़की को इलेक्ट्रॉनिक सिटी में किसी सुनसान जगह पर ले गया और वहां अपने एक दोस्त के साथ उसका बलात्कार किया.

पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, पुलिस को छानबीन के दौरान पता चला है कि एक अन्य महिला ने भी आरोपियों की मदद की और पीड़िता के दोस्त को बलात्कार के बारे में भी नहीं बताया. दर्द बढ़ जाने पर रेप पीड़िता अगले दिन दोपहर में अस्पताल पहुंची तो तब उसे बलात्कार के बारे में पता चला और पुलिस को इत्तिला दी. पुलिस ने जानकारी मिलते ही एफआईआर दर्ज कर ली.

इसके बाद पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाते हुए ऐप की मदद से आरोपी चालक को ट्रेस कर लिया और दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने कमिश्नर ने बताया कि चूंकि यह एक बहुत ही गंभीर मामला है, इसलिए फोरेंसिक टीम को जांच में शामिल किया गया है. फोरेंसिक टीम ने सबूत इकट्ठा करने के लिए मौका-ए-वारदात पर जाकर जांच पड़ताल की. इस मामले की निगरानी डीसीपी खुद कर रहे हैं.

पुलिस कमिश्नर का दावा है कि वे जल्द ही इस केस की जांच पूरी कर लेंगे और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाएंगे. पुलिस आरोपियों की पृष्ठभूमि भी जांच रही है. पुलिस को पता चला है, उनमें से एक आरोपी के नाम पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. अपराधियों में से एक मोबाइल फोन स्टोर में काम करता है और दूसरा रैपिडो ड्राइवर है.

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपियों की मददगार आरोपी महिला रैपिडो चालक की दोस्त है. वे पीड़िता को इलेक्ट्रॉनिक सिटी के एक कमरे में ले गए थे, जो आरोपियों में से एक का है. पीड़िता को नहीं पता कि महिला कब उस कमरे में आई थी लेकिन जब पीड़िता के दोस्त अगले दिन उसका पता लगाने की कोशिश कर रहे थे, तो आरोपियों की सहयोगी महिला ने उनसे झूठ बोला कि उन्होंने पीड़िता को केवल आश्रय दिया था, क्योंकि वह रात में होश खो बैठी थी.

बताया जाता है कि बलात्कार के समय भी आरोपियों की मददगार महिला वहीं मौजूद थी. उसकी उम्र भी 22 साल है. सभी आरोपी लगभग एक ही उम्र के हैं. दोनों युवकों की उम्र 22 और 23 वर्ष है. वारदात को अंजाम देने वाले दोनों लड़के एक ही मोहल्ले के रहने वाले हैं. 

पुलिस कमिश्नर का कहना है कि वे अपने स्तर पर इस मामले के बाद सभी इस तरह के ऐप के मालिकों को पुलिस का सहयोग करने और ऐप पर सुरक्षा वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए बुलाएंगे. एंटीडिडेंट वेरिफिकेशन बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि चूंकि इन कंपनियों के पास यह डेटाबेस है, इसलिए इस तरह की घटनाओं के मामले में हमारे लिए आरोपी का पता लगाना आसान होता है. इसी तरह से आरोपी पकड़े गए हैं.

पहले भी हुई थी गैंगरेप की वारदात
बेंगलुरु में इस साल मार्च में भी एक गैंगरेप की वारदात हुई थी. पुलिस ने एक नर्स से कथित तौर पर गैंगरेप के मामले में दिल्ली के 4 पेशेवर तैराकों को गिरफ्तार किया था. सभी ट्रेनिंग के लिए बेंगलुरु आए हुए थे. इसमें से एक आरोपी रजत 22 साल की पीड़िता के साथ डेटिंग ऐप के जरिए संपर्क में आया था. लड़की ने पुलिस को बताया था कि आरोपी ने उसे होटल के कमरे में मिलने बुलाया था. जब युवती उससे मिलने पहुंची तो वहां पहले से उसके तीन दोस्त मौजूद थे. युवती का आरोप है कि वहां पहुंचने के बाद चारों ने मिलकर उसका गैंगरेप किया था.

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UP Gold Silver Price Today: कानपुर में सोना और चांदी में आई तेजी, आगरा में हुआ सस्ता, जानें दोनों के नए रेट

भारतीय सर्राफा बाजार ने मंगलवार यानि 29 नवंबर को सोना और चांदी के रेट्स जारी कर दिए हैं। कानपुर में कई दिनों बाद सोना और चांदी के दाम में उछाल देखने को मिला है। जबकि आगरा में सोना और चांदी दोनों के रेट कम हुए हैं। गोरखपुर की बात करें तो यहां दोनों के रेट स्थिर दिखे। हालांकि बरेली में चांदी के रेट में बढ़ोत्तरी जरूर दिखी है।

कानपुर में सोना और चांदी के दोनों के रेट में उछाल दिखा। शनिवार को सोना 52850 प्रति दस ग्राम और चांदी 62100 प्रति किलो रही। मंगलवार को सोना 52950 प्रति दस ग्राम और चांदी 62400 प्रति किलो रही। वहीं आगरा में सोना और चांदी दोनों के दामों में कमी देखने को मिली है। सोमवार को सोना 53200 प्रति दस ग्राम और चांदी 62600 प्रति किलो रही।  मंगलवार को सोना 53050 प्रति दस ग्राम और चांदी 62200 प्रति किलो रही।

गोरखपुर में सोने और चांदी के रेट में कोई अंतर नहीं दिखा। दोनों के रेट स्थित रहे। सोमवार को सोना 52900 और चांदी 61500 प्रति किलो रही।  मंगलवार को सोना 52900 और चांदी 61500 प्रति किलो रही।   
बरेली में चार दिन पर सोने के दाम में कोई अंतर नहीं दिखा, जबकि चांदी के रेट में उछाल जरूर देखने को मिला है। सोमवार को भी सोना 53000 प्रति दस ग्राम और चांदी 61200 प्रति किलो रही। मंगलवार को भी सोना 53000 प्रति दस ग्राम और चांदी 61800 प्रति किलो रही। सर्राफा बाजार के जानकारों का मानना है कि शादियों का सीजन शुरू होने के कारण आने वाले दिनों में सोने के दाम में उछाल देखने को मिल सकता है। 

जेवरात पर मेकिंग चार्ज कम तो सोने का रेट ज्यादा

एक शहर के अंदर भी सोना-चांदी के दो दुकानों में रेट का अंतर होता है। लेकिन कोई जेवर खरीदना हो तो मिला-जुलाकर ग्राहक का खर्च एक जैसा हो ही जाता है। दरअसल, जेवर पर सोना-चांदी के रेट के ऊपर मेकिंग चार्ज यानी बनाने का खर्चा लगता है। आप गौर करेंगे कि जिस दुकान में सोने का भाव कम होगा, वहां मेकिंग चार्ज 15-24 परसेंट तक ऊपर से लगता है।
 

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शिवपाल की ‘घर वापसी’ BJP को नहीं आई रास! सिक्योरिटी घटी, योगी ने दी जांच को हरी झंडी

उत्तर प्रदेश की सियासत में दोराहे पर खड़े शिवपाल यादव ने मैनपुरी उपचुनाव में बीजेपी के बजाय अपने परिवार को तवज्जे दी है. शिवपाल यादव बहू डिंपल यादव को मैनपुरी में जिताने के लिए ताबड़तोड़ जनसभाएं कर रहे हैं और गांव-गांव घूमकर वोट मांग रहे हैं. बीजेपी से मुंह मोड़ने और मैनपुरी में डिंपल यादव को जिताने में जुटे शिवपाल यादव की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं. 

शिवपाल यादव की सुरक्षा में पहले कटौती की गई और दूसरे दिन योगी सरकार ने गोमती रिवर फ्रंट मामले में शिवपाल और दो आला अधिकारियों से पूछताछ की अनुमति सीबीआई को दे दी है. इतना ही नहीं मैनपुरी सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निशाने पर सबसे ज्यादा शिवपाल यादव ही रहे. ऐसे में साफ जाहिर होता है कि कुछ सालों से बीजेपी के आंखों के तारा बने शिवपाल यादव को लेकर योगी सरकार के तेवर सख्त हो गए हैं. 

शिवपाल से बीजेपी को थी बड़ी आस

बता दें कि उत्तर प्रदेश सियासत में शिवपाल के कदम साल 2017 से डगमगाते रहे हैं. वह कभी दो कदम आगे चलते हैं तो कभी पीछे. सपा से अलग होकर उन्होंने पार्टी बनाई, लेकिन 2022 के चुनाव में ऐन वक्त पर सपा के साथ चले गए. अखिलेश ने शिवपाल यादव को मनमाफिक तवज्जो नहीं दी. सपा ने शिवपाल के किसी भी करीबी नेता को चुनाव नहीं लड़ाया. इसके बाद शिवपाल ने अखिलेश पर धोखा देने का आरोप लगाया और फिर बीजेपी की ओर कदम बढ़ाए. 

शिवपाल यादव ने विधानसभा सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शान में कसीदे पढ़े और अखिलेश यादव को लेकर सख्त रुख अपनाया. ऐसे में बीजेपी को शिवपाल यादव से उम्मीदें लगा बैठी, लेकिन मुलायम सिंह के निधन के बाद ट्रनिंग प्वाइंट आया. मैनपुरी उपचुनाव में डिंपल यादव कैंडिडेट बनी तो चाचा-भतीजे के बीच रिश्ते में जमी बर्फ पिघली. रिश्तों की इस डोर ने भी शिवपाल के कदम को बीजेपी की ओर बढ़ने से रोक दिया. शिवपाल ने मैनपुरी सीट पर पूरी तन्मयता के साथ डिंपल को जिताने में लगे हैं. 

शिवपाल की सुरक्षा में कटौती

शिवपाल यादव की हुई 'घर वापसी' अब न बीजेपी को रास आ रही है और न ही यूपी सरकार को पच रही है. यही वजह है कि योगी सरकार के तेवर शिवपाल को लेकर सख्त हो गए हैं. सोमवार को शिवपाल यादव की सुरक्षा में कटौती की गई. सरकार ने शिवपाल की सुरक्षा जेड श्रेणी से घटाकर वाई श्रेणी की कर दी है. इसके कुछ देर बाद ही सीएम योगी सपा के गढ़ करहल में गरजे तो उनके निशाने पर शिवपाल यादव ही रहे. 

योगी के निशाने पर शिवपाल
 

सीएम योगी आदित्यनाथ मैनपुरी के करहल में गरजे और कहा कि चाचा शिवपाल यादव की स्थिति तो पैंडुलम जैसी हो गई है. वे फुटबॉल बने हुए हैं. विधानसभा चुनाव की याद दिलाते हुए योगी बोले कि तब शिवपाल सिंह को बैठने के लिए कुर्सी का हैंडिल मिला था. योगी ने आरोप लगाया कि सपा सरकार के दौरान नौकरी निकलते ही चाचा और भतीजे नौजवानों से वसूली पर निकल लेते थे. युवाओं का शोषण होता था और बदनाम मैनपुरी इटावा होता था. अब बिना किसी भेदभाव को हर वर्ग को सरकारी नौकरी मिल रही है. 

शिवपाल से पूछताछ की इजाजत

गोमती रिवर फ्रंट घपले में तत्कालीन सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव और दो आला अफसरों की भूमिका की जांच शुरू हो गई है. सरकार ने सीबीआई को उनसे आगे की जांच के लिए पूछताछ की अनुमति दे दी है. गोमती रिवर फ्रंट परियोजना के लिए सपा सरकार ने 2014-15 में 1513 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे, लेकिन 2017 में सरकार के बदलते ही सीएम योगी ने गोमती रिवर फ्रंट की न्यायिक जांच कराई थी और फिर सीबीआई को सौंप दिया गया था. सीबीआई इस केस में दो आईएएस अधिकारी समेत शिवपाल की भूमिका की जांच करना चाहती है, जिसकी अनुमति सरकार ने दे दी है. 

शिवपाल यादव के मामले में यह जानकारी जुटाई जा रही है कि गोमती रिवर फ्रंट परियोजना में अभियंताओं को अतिरिक्त चार्ज देने में उनकी क्या भूमिका रही. मैनपुरी में डिंपल यादव को जीतने में जुटे शिवपाल पर सरकार का शिकंजा कसा जाने लगा है. सुरक्षा में कटौती और सीबीआई को पूछताछ की अनुमित दी गई है. इतना ही नहीं आगे भविष्य में कार्यालय समेत अन्य संकट आने से इंकार नहीं किया जा सकता है. 

शिवपाल के अवास पर निगाहें

योगी सरकार से दूरियां बढ़ने के बाद शिवपाल को लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर मिले बंगले पर भी भारी पड़ सकती है. योगी सरकार ने शिवपाल को यह सरकारी आवास विधायक आवास के रूप में आ‌वंटित किया है. आवास के साथ ही यहां प्रसपा का कार्यालय भी संचालित होता है, जबकि सिर्फ विधायक इस बंगले में रहने के लिए अनुमन्य हैं. मैनपुरी उपचुनाव में जिस तरह शिवपाल बीजेपी और योगी सरकार पर हमले कर रहे हैं, उसके बाद लग रहा है कि उनके इस आवास के आवंटन पर कभी भी संकट गहरा सकता है. 

शिवपाल को पहले से आभास था?

शिवपाल को भी इन तमाम संकटों का आभास रहा होगा तभी तो उनके बेटे आदित्य यादव ने पत्रकारों से कहा कि बीजेपी जो कर रही है, वह अप्रत्याशित नहीं है. सपा ने कहा कि मैनपुरी की हार से डरी बीजेपी ने चाचा के खिलाफ सीबीआई लगाई है. एजेंसियों का कंट्रोल बीजेपी के पास है. शिवपाल यादव ने कहा कि सुरक्षा कम होगी इसकी अपेक्षा थी. अब जनता और कार्यकर्ता हमारी सुरक्षा करेंगे. सुरक्षा घटी है तो डिंपल की जीत और बड़ी होगी. अखिलेश ने कहा कि शिवपाल यादव की  सुरक्षा श्रेणी को कम करना आपत्तिजनक है. 

अखिलेश यादव ने कहा कि पेंडुलम समय के गतिमान होने का प्रतीक है और वो सबके समय को बदलने का संकेत भी देता है और ये भी कहता है कि ऐसा कुछ भी स्थिर नहीं है जिस पर अहंकार किया जाए. साथ अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री ने चाचा को पेंडुलम कह कर गए हैं. चाचा उन्हें ऐसा झूला झुलाकर छोड़ेंगे कि पता नहीं चलेगा. इस तरह शिवपाल यादव पूरी तरह से उपचुनाव के केंद्र में हैं, जिन्हें लेकर बीजेपी शख्त है तो सपा पूरी तरह से ढाल बनी हुई है? 


 

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लाश के रोज मिल रहे थे टुकड़े... पुलिस ने ली 500 फ्रिज की तलाशी, ऐसे सुलझी पांडव नगर मर्डर मिस्ट्री

दिल्ली में श्रद्धा हत्याकांड जैसी एक और वारदात ने हड़कंप मचा दिया. मामला पांडव नगर का है जहां पुलिस को रामलीला मैदान से लगातार इंसानी शरीर के टुकड़े मिल रहे थे लेकिन वो टुकड़े आ कहां से रहे हैं ये पता नहीं चल पा रहा था. मामला जब क्राइम ब्रांच ने अपने हाथों में लिया और जांच शुरू की. करीब 5 महीने की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस इस मामले का खुलासा कर पाई. इसके लिए पुलिस ने रामलीला मैदान के आसपास के घरों में जाकर न सिर्फ फ्रिज की तलाशी ली, बल्कि लोगों से पूछा कि उनके आसपास कहीं से कुछ सड़ने की बदबू तो नहीं आ रही है. 

क्या है मामला ? 

दरअसल, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सोमवार को इस मामले का खुलासा किया. पुलिस ने बताया कि पांडव नगर के रामलीला मैदान में शव के जो टुकड़े मिल रहे थे, वह अंजन दास के थे. वह बिहार का रहने वाला था. उसकी पत्नी पूनम और बेटे दीपक ने इस हत्या को अंजाम दिया. पुलिस के मुताबिक, अंजन की दीपक की पत्नी और बहन पर बुरी नजर थी. ऐसे में दीपक और पूनम ने अंजन की हत्या की साजिश रची. पहले अंजन को नशीली दवा दी गई. इसके बाद उसका गला काटकर हत्या कर दी. फिर शव को 10 टुकड़ों में काटा और फ्रिज में रख दिया. श्रद्धा केस की तरह ही पूनम और दीपक रोज रात में अंजन के शव के टुकड़ों को फेंकने जाते थे.

'आपके घर में फ्रिज है'

समाचार एजेंसी के मुताबिक, रामलीला मैदान से जो शव के टुकड़े मिले थे, उनसे मृतक की पहचान नहीं हो पा रही थी. ऐसे में पुलिस को इस मामले को सुलझाने में काफी परेशानी हुई. स्थानीय लोगों के मुताबिक, पुलिस को जून में पांडव नगर स्थित रामलीला मैदान में शव के टुकड़े मिले थे. इसके बाद पुलिस को सबसे पहले शक रामलीला मैदान के सामने स्थित Block-20 के रहने वाले लोगों पर हुआ. पुलिस ने यहां घर घर जाकर लोगों के फ्रिज की तलाशी तक ली. 

Block-20 में रहने वाले सिकंदर सिंह बताते हैं कि पुलिस घर घर जाकर लोगों से पूछती थी कि क्या आपके घर में फ्रिज है. उन्होंने बताया कि पुलिस उनके घर पर भी आई थी और उनसे पूछा था कि क्या उनके पास कोई अतिरिक्त फ्रिज है. इतना ही नहीं पुलिस ने सिकंदर से पूछा कि उन्हें इलाके के किसी भी घर से कोई सड़ने की बदबू तो नहीं आ रही. इस पर सिकंदर ने जवाब दिया कि नहीं. सिंह ने बताया कि Block-20 में करीब 500 मकान हैं और इस इलाके में ऐसे कई  Block हैं. सिकंदर ने कहा कि आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि पुलिस को इस मामले का खुलासा करने के लिए कितनी मशक्कत करनी पड़ी होगी. 

वहीं, एक अन्य स्थानीय निवासी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि कैसे पुलिस ने उनका फ्रिज चेक किया था.  उन्होंने बताया कि पुलिस मेरे घर पर आई थी. इतना ही नहीं पुलिस इलाके में आने वाले लोगों को अचानक से रोककर क्षेत्र में आने की वजह पूछती थी. हालांकि, पुलिस का लोगों ने सहयोग किया. 

श्रद्धा मर्डर केस के बाद जांच हुई तेज

इसी बीच नवंबर में पुलिस जब श्रद्धा मर्डर केस में जांच कर रही थी. तभी अचानक से इस मामले में भी जांच तेज हुई. दरअसल, आफताब ने बताया था कि श्रद्धा की हत्या उसने मई में की. ऐसे में पुलिस को आशंका थी कि कहीं जून में रामलीला मैदान में मिले शव के टुकड़े श्रद्धा के तो नहीं हैं. हालांकि, पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि ये शव के टुकड़े किसी पुरुष के हैं. 

कैसे हुआ खुलासा?

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले का खुलासा करने के लिए सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज की जांच की. सीसीटीवी से पुलिस मृतक अंजन दास की पहचान कर पाई. हालांकि, पुष्टि नहीं हो पाई थी. अंजन के बारे में जब पुलिस ने जांच की तो चला कि वह 5-6 महीने से लापता है और इसकी शिकायत भी पुलिस में दर्ज नहीं हुई. ऐसे में पुलिस ने अंजन की पत्नी और बेटे से संपर्क किया. शुरू में दोनों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन जब कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया. 

क्यों की हत्या?

पुलिस के मुताबिक, पूनम की अंजन से तीसरी शादी की थी. उसके दूसरी शादी से तीन बच्चे थे. वहीं, अंजन की पूनम से दूसरी शादी थी. उसका पहली पत्नी और परिवार बिहार में रहता है. अंजन के पहली शादी से 8 बच्चे थे. पूनम को अंजन की शादी और परिवार के बारे में जानकारी नहीं थी. अंजन जीविका चलाने के लिए कोई काम भी नहीं करता था, ऐसे में वह पूरी तरह से पूनम पर निर्भर था. इतना ही नहीं उसने कुछ दिन पहले पूनम के गहने भी बेंचकर बिहार में अपने परिवार को पैसा भेज दिया था. इसे लेकर दोनों में झगड़ा भी होता था. इसके बाद पूनम के बेटे दीपक की शादी हुई. पूनम और दीपक को शक था कि अंजन उसकी पत्नी और बेटी पर गंदी नजर रखता था. ऐसे में दोनों ने अंजन की हत्या कर दी. 


 

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श्रद्धा मर्डर केस: हमले के बाद बढ़ी आफताब की सुरक्षा, तिहाड़ जेल में अफसरों की अहम मीटिंग

श्रद्धा वॉल्कर मर्डर केस के आरोपी आफताब पर हमले की कोशिश के बाद दिल्ली पुलिस और तिहाड़ जेल प्रशासन अलर्ट हो गया है. सोमवार देर शाम आफताब की सुरक्षा को लेकर तिहाड़ में जेल अधिकारियों के बीच एक अहम मीटिंग हुई है. इसमें मंगलवार को आफताब को फिर से एफएसएल लैब और अस्पताल ले जाने के दौरान सुरक्षा का खाका खींचा गया. बताया जा रहा है कि आफताब की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. अदालत ने जेल अधिकारियों को आदेश दिया था कि आफताब को 28-29 नवंबर और 5 दिसंबर को FSL के सामने पेश करें, ऐसे में मंगलवार को भी आफताब को एफएसएल लाया जाएगा.

वहीं, सोमवार को आफताब से दिनभर पूछताछ के बाद शाम को तिहाड़ जेल भेज दिया गया. वहां उसका मेडिकल करवाया गया. डॉक्टर्स के मुताबिक, आफताब पूरी तरह फिट है. आफताब को अलग बैरक (Separate cell) में शिफ्ट किया गया है. Separate cell में सिर्फ एक कैदी को रखा जाता है, इस सेल से कैदी को जल्दी नहीं निकाला जाता है. पुलिस की मौजूदगी में खाना दिया जाता है. सेल के बाहर एक सुरक्षाकर्मी हमेशा तैनात रहता है. इस सेल के कैदियों को बाकी कैदियों से अलग रखा जाता है. सुरक्षा कारणों से Separate cell में रखा गया है.

श्रद्धा के दोस्त से पूछताछ की गई

वहीं, दिल्ली पुलिस ने सोमवार को श्रद्धा के दोस्त जिमेश नाम्बियार से पूछताछ की और उसके बयान दर्ज किए. जिमेश वही शख्स हैं, जिन्होंने श्रद्धा को 2021 में एक आईटी कंपनी में जॉब के लिए रेफर किया था. जिमेश और श्रद्धा की पहचान इंस्टाग्राम पर हुई थी. श्रद्धा कॉल सेंटर की जॉब छोड़कर दूसरी नौकरी तलाश रही थी, जिसके लिए जिमेश ने उसकी मदद की थी.

दोस्त के रेफरेंस पर मिली थी श्रद्धा को नई जॉब

श्रद्धा को जिमेश ने IT सेल्स कम्पनी में रेफर किया और श्रद्धा उस कंपनी के लिए घर से काम करने लगी थी. श्रद्धा ने उस आईटी सेल्स कंपनी के लिए 5 से 6 महीने तक काम किया. बाद में कंपनी ने कुछ कर्मचारियों को काम से निकाल दिया, जिसमें श्रद्धा भी शामिल थी.

श्रद्धा के पिता ने भी बयान रिकॉर्ड करवाए

इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा के पिता का बयान भी रिकॉर्ड किया है. हालांकि श्रद्धा के पिता की तबीयत पूरी तरह से ठीक नहीं है, इसलिए वो डीसीपी ऑफिस से बाहर निकले. पहली बार श्रद्धा के पिता कैमरे पर आए. वे भारी सुरक्षा के बीच डीसीपी ऑफिस पहुंचे थे. डीसीपी साउथ के हाउजखास ऑफिस में स्पेशल कमिश्नर, ज्वाइंट कमिश्नर और केस के IO की मौजूदगी में श्रद्धा के पिता का बयान दर्ज किया गया. आजतक ने श्रद्धा के पिता से बात करने की कोशिश की, लेकिन, श्रद्धा के पिता ने कुछ कहा नहीं. बस खामोश रहे. श्रद्धा के पिता के साथ जांच अधिकारी श्रद्धा केस से जुड़ी तमाम फाइल लेकर पहुंचे थे.

आफताब पर हमले की कोशिश

आरोपी आफताब पर शाम को रोहिणी इलाके में हमला करने की कोशिश की गई है. आरोपी आफताब जैसे ही एफएसएल कार्यालय के बाहर वैन में सवार होकर निकला, तभी हमलावरों ने अपनी कार आगे खड़ी कर दी और तलवारें लेकर दौड़े. हमलावरों के पास 5 तलवारें थीं. ये पूरा घटनाक्रम 15 मिनट के अंदर हुआ. दिल्ली पुलिस को भी कुछ पल तक घटनाक्रम समझ में नहीं आया. पुलिस ने एक हमलावर निगम गुर्जर नाम के एक शख्स को हिरासत में ले लिया है. हमलावर ने कहा- आफताब को काटना था. हम गुरुग्राम से 15 लोग आए थे. सभी लोग सुबह दिल्ली आ गए थे और वारदात को अंजाम देने की फिराक में बैठे थे. लैब के बाहर रैकी करते रहे. 

आफताब ने हमारी बहन के 35 टुकड़े किए

निगम गुर्जर ने पुलिस पूछताछ में कहा कि आफताब के 70 टुकड़े करने आए थे. उसने हमारी-बहन बेटी के 35 टुकड़े किए थे. इसी बात से गुस्सा था. आफताब की हत्या करके ही वापस लौटना था. लेकिन पुलिस ने रोक लिया. ये सभी लोग कार से आए थे. एक मारुति कार (maruti zen) को पुलिस ने बरामद कर लिया. पुलिस को बरामद कार में हथौड़ा, विकेट, तलवारें मिली हैं. 

हमलावरों पर एफआईआर

आफताब पर हमला करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. इस संबंध में थाना प्रशांत विहार में धारा 186/353/147/148/149 के तहत केस दर्ज किया गया है.

5 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में था आफताब

बता दें कि कैदियों को FSL ले जाने का जिम्मा दिल्ली पुलिस की तीसरी बटालियन का होता है. पुलिस के मुताबिक, आफताब के साथ जेल वैन में 5 पुलिसकर्मी मौजूद थे. इन 5 पुलिसकर्मियों में एक सब इंस्पेक्टर था जो इनका हेड था. दो पुलिसकर्मी बड़े हथियारों के साथ थे, जबकि 2 के पास छोटे हथियार थे. डीसीपी थर्ड बटालियन ने बताया कि जेल वैन बेहद सुरक्षित होती है. इसके बावजूद दिल्ली पुलिसकर्मियों ने साहस और सूझबूझ का परिचय दिया और आफताब की गाड़ी को बाहर निकाल लिया.

गुरुग्राम के दो हमलावर हिरासत में

डीसीपी रोहिणी ने बताया कि हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले दो लोगों कुलदीप ठाकुर और निगम गुर्जर को हिरासत में लिया गया है. ये लोग एक कार में आए थे. हमने कार बरामद कर ली है. 3-4 लोग थे. पूछताछ के दौरान अन्य लोगों की संलिप्तता सामने आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. घटनाक्रम में किसी को चोट नहीं आई. जेल वैन पूरी तरह सुरक्षित है. हमने कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है.

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सोमवार, 28 नवंबर 2022

जयंत ने घर-घर मतदाता पर्चियां बांट गठबधन प्रत्याशी के लिए मांगे वोट

खतौली के विधानसभा उपचुनाव में भाजपा और गठबंधन प्रत्याशी के बीच सीधा मुकाबला होने जा रहा है। इसमें गठबंधन प्रत्याशी के समर्थन में उतरे राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने सोमवार को तीन गांव फहीमपुर, खोकनी और बिहारीपुर में घर-घर पहुंचकर मतदान की पर्चियां बांटी और उनसे गठबंधन प्रत्याशी मदन भैया को जिताने की अपील की। इस दौरान उन्होंने केंद्र एवं प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर प्रहार किया।

सोमवार को गांव फहीमपुर कला में घर-घर जाकर रालोद सुप्रीमो जयंत चौधरी ने गठबंधन प्रत्याशी मदन भैया के लिए वोट मांगे। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार किसानों की बात करती है, लेकिन पिछले वर्ष के मुकाबले अभी तक गन्ना मूल्य तय नहीं हो सका है। सर्व समाज को एकजुट होने का समय है। उन्होंने कहा कि उनका प्रत्याशी बाहरी नहीं है बल्कि भारी है। गठबंधन प्रत्याशी मदन भैया के लिए घर-घर जाकर पर्चियां वितरित की। इस दौरान कई स्थानों पर उनका पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। उधर खोकनी खोकनी और बिहारीपुर गांव में पहुंचकर ग्रामीणों से घर-घर जाकर मुलाकात की और उनको मतदान की पर्चियां भी उपलब्ध कराई। साथ ही महिलाओं और बुजुर्गों को मदन भैया के पक्ष में वोट डालने की अपील की। जिलाध्यक्ष संदीप मलिक ने बताया कि मंगलवार को जयंत चौधरी 11 गांव में पहुंचकर घर-घर मतदान की पर्चियां वितरित करेंगे। वहीं आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष ने भी अपने समाज के लोगों के बीच पहुंचकर गठबंधन प्रत्याशी को जिताने की अपील की है।

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दिल्ली में श्रद्धा जैसा एक और केस, बाप की हत्या कर फ्रिज में रखी बॉडी, मां-बेटे फेंकते रहते थे टुकड़े

दिल्ली के पांडव नगर में क्राइम ब्रांच ने पति की हत्या के आरोप में एक महिला को उसके बेटे के साथ गिरफ्तार किया है. दोनों ने मृतक के शरीर को टुकड़ों में काटकर रेफ्रिजरेटर में रखा हुआ था और रोज गुपचुप तरीके से पास के मैदान में एक टुकड़ा फेंक आते थे. अवैध संबंध के चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया था.  

दिल्ली पुलिस ने बताया कि कत्ल की इस ख़ौफ़नाक वारदात को पूनम और उसके बेटे दीपक ने अंजाम दिया था. महिला ने अपने पति अंजन दास को नशे की गोलियां खिलाईं और फिर बेटे दीपक की मदद से उसकी हत्या कर दी.

दोनों आरोपियों ने हत्या के बाद अपने घर में अंजन दास के शव के टुकड़े करके फ्रीज में छिपाकर रख लिए थे और फिर उन टुकड़ों को मौका पाकर अक्षरधाम समेत पांडव नगर इलाके में फेंक दिया करते थे. 

दिल्ली पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से इस मामले में महिला समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार करने के अलावा फ्रीज भी बरामद कर लिया गया है.  देखें Video:-

 

गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस को कुछ महीने पहले पूर्वी इलाके के पांडव नगर से कुछ मानव अंग मिले थे. इस मामले की तहकीकात के दौरान आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए तो एक महिला और युवक संदिग्ध अवस्था में मैदान के पास दिखाई दिए. पुलिस ने छानबीन कर दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों उच उगल दिया. 

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अवैध संबंधों की वजह से इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. अंजन दास के कई महिलाओं से अवैध संबंध थे, इससे उसके घर में झगड़ा होता रहता था. इसी बीच एक दिन पत्नी और बेटे ने मिलकर अंजन दास को मौत के घाट उतार दिया. 


 

श्रद्धा हत्याकांड जैसी वारदात

बता दें कि मुंबई की श्रद्धा वॉल्कर आफताब के साथ दिल्ली के महरौली में एक फ्लैट में लिव इन में रह रही थी. आरोप है कि आफताब ने 18 मई को श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी थी. आफताब के मुताबिक, श्रद्धा और उसके बीच विवाद हुआ, जिसके बाद उसने श्रद्धा की हत्या कर दी. आफताब ने इसके बाद श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए और उन टुकड़ों को फ्रिज में स्टोर करके रखा था. फिर रोज घर से बाहर निकल जाता और अलग अलग इलाकों में एक टुकड़ा फेंक आता था.

इस मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने आफताब को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया था. पुलिस हत्याकांड से जुड़े सबूत इकट्ठा कर रही है. हालांकि, अब तक कोई बड़े सबूत हाथ नहीं लग सके हैं.  

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UP AQI Today: गाजियाबाद-नोएडा-लखनऊ में आज भी हवा बहुत खराब, UP के प्रमुख शहरों में ऐसे ही हालत; चेक करें अपने शहर का एक्‍यूआई

शहर स्थान AQI हवा कैसी है आगरा मनोहरपुर 96  ठीक है   रोहता डाटा नहीं है     संजय पैलेस 273  खराब है    आवास विकास कॉलोनी 195 अच्‍छी नहीं है   शाहजहां गार्डेन 208  खराब है   शास्त्रीपुरम 92  ठीक है बागपत कलेक्टर ऑफिस डाटा नहीं है     सरदार पटेल इंटर कॉलेज डाटा नहीं है   बरेली सिविल लाइंस 168 अच्छी नहीं है   राजेंद्र नगर 174 अच्‍छी नहीं है बुलंदशहर यमुनापुरम 238 खराब है फिरोजाबाद नगला भाऊ 86 ठीक है    विभब नगर 111 अच्‍छी नहीं है गाजियाबाद इंदिरापुरम 263 खराब है   लोनी 289 खराब है   संजय नगर 257 खराब है   वसुंधरा 359 बहुत खराब है गोरखपुर मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय 118 अच्‍छी नहीं है ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क 3 333 बहुत खराब है   नॉलेज पार्क 5 380 बहुत खराब है हापुड़ आनंद विहार 223 खराब है झांसी शिवाजी नगर 162 अच्छी नहीं है कानपुर किदवई नगर 200 खराब है   आईआईटी डाटा नहीं है     कल्याणपुर 189 अच्छी नहीं है   नेहरू नगर 269 खराब है खुर्जा कालिंदी कुंज 209 खराब है लखनऊ आंबेडकर यूनिवर्सिटी 229 खराब है   सेंट्रल स्कूल 235 खराब है   गोमती नगर 170 अच्‍छी नहीं है   कुकरैल 182  अच्‍छी नहीं है   लालबाग 326 बहुत खराब है   तालकटोरा 308 बहुत खराब है मेरठ गंगा नगर 133 अच्‍छी नहीं है   जय भीम नगर 297 खराब है   पल्लवपुरम 217 खराब है मुरादाबाद बुद्धि विहार 115 अच्‍छी नहीं है   इको हर्बल पार्क 126 अच्‍छी नहीं है   रोजगार कार्यालय 108 अच्‍छी नहीं है   जिगर कॉलोनी 120 अच्‍छी नहीं है   कांशीराम नगर 143 अच्‍छी नहीं है   लाजपत नगर डाटा नहीं है     ट्रांसपोर्ट नगर 129 अच्‍छी नहीं है मुजफ्फरनगर नई मंडी 284 खराब है नोएडा सेक्टर 125 278 खराब है   सेक्टर 62 361 बहुत खराब है   सेक्टर 1 डाटा नहीं है     सेक्टर 116 337 बहुत खराब है प्रयागराज झूंसी 136 अच्‍छी नहीं है   मोतीलाल नेहरू एनआईटी 230 खराब है   नगर निगम 236 खराब है वाराणसी अर्दली बाजार 130 अच्‍छी नहीं है   भेलपुर 180 अच्‍छी नहीं है   बीएचयू 144 अच्‍छी नहीं है   मलदहिया 201 अच्‍छी नहीं है वृंदावन ओमेक्स इटर्निटी 123 अच्‍छी नहीं है नोट- AQI के किस रेंज का आपके लिए क्या मतलब है नीचे का टेबल चेक कर लें

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पॉलीग्राफ में आफताब ने दिया चकमा, 5 सबूतों में एक का मिलना नामुमकिन! अब नार्को टेस्ट पर पुलिस की नजर

श्रद्धा को टुकड़े-टुकड़े करके आफताब बेफिक्र था. उसे पूरा भरोसा था कि वो पुलिस-कानून, सबको धोखा देने में कामयाब हो जाएगा. मगर छह महीने तक आजादी की सांस लेने वाला आफताब अब सलाखों के पीछे है. आरोपी को दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा गया है. यहां की जेल नंबर चार में उसके गुनाहों का हिसाब किताब हो रहा है. देश को हिला देने वाले कत्ल को अंजाम देने वाला आफताब तीन दिन तक पॉलीग्राफ टेस्ट का सामना करने के बाद जेल पहुंचा है. 28 नवंबर को सोमवार को एक बार फिर उसका पॉलीग्राफ टेस्ट होना है, जिसमें बचे हुए सवाल पूछे जाएंगे. हालांकि अभी तक पूछे गए सवालों का सही जवाब न देकर वह पुलिस को चकमा दे चुका है. जिसके बाद अब इस केस के खुलासे की उम्मीदें नार्को टेस्ट पर टिकी हैं.

अफताब का नार्को टेस्ट करने वाले डॉक्टर ने आजतक से खास बातचीत की. अंबेडकर अस्पताल के डॉक्टर नवीन आफताब का नार्को टेस्ट करने वाले पैनल को लीड करेंगे. उन्होंने बताया कि नार्को टेस्ट को लेकर आफताब का मेडिकल टेस्ट अंबेडकर अस्पताल में ही करवाया गया है. शनिवार को हुए टेस्ट की रिपोर्ट सोमवार को नार्को टेस्ट करने वाले डॉक्टरों को मिलेगी. इसी रिपोर्ट के आधार पर तय किया जाएगा कि नार्को टेस्ट कब होगा. फिलहाल उसकी तारीख तय नहीं है. नार्को टेस्ट में मेरे साथ एक और डॉक्टर होंगे. उनके अलावा FSL की टीम भी होगी और साथ ही फोटो डिविजन होता है. डॉक्टर के पैनल में एनेस्थिया के एक और डॉक्टर साथ होंगे. वह भी एनेस्थिया के डॉक्टर हैं.

पॉलीग्राफ टेस्ट में पूछे जाएंगे बचे हुए सवाल 

FSSL के सहायक निदेशक व पीआरओ संजीव गुप्ता ने बताया कि आफताब का सोमवार को फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में पॉलीग्राफ टेस्ट किया जाएगा. पॉलीग्राफ टेस्ट में कई सेशन होते हैं, जो शेष बचे थे, वही पूरे किए जाएंगे. पिछला सेशन जब हुआ था, तो सेहत संबंधित परेशानी थी. इस वजह से कुछ रह गया था. नार्को टेस्ट के लिए हमारा लैब और हमारी तैयारी पूरी है. ये कब होगा, इसकी जानकारी हमें नहीं है. अफताब टेस्ट के दौरान सहयोग कर रहा है या नहीं, ये हम जांच एजेंसी को ही बताएंगे, ये गोपनीय मामला है.

बता दें कि पुलिस को अभी आफताब पर शिकंजा कसने के लिए कई सबूत तलाशने होंगे. जिन सबूतों से सबसे बड़ी मदद मिल सकती थी, वो अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं. पांच अहम सुरागों में एक श्रद्धा का मोबाइल मिलना नामुमकिन नजर आ रहा है. कारण, मुंबई की जिस भायंदर की खाड़ी में कथित तौर पर आफताब ने श्रद्धा का मोबाइल फेंका था, उसमें तलाशी रोक दी गई है. क्योंकि पुलिस ने समुद्र विज्ञान के जानकार लोगों की सलाह ली गयी है. जिनका कहना है कि मोबाइल का अब उसी जगह पर होना नामुमकिन है.  

पुलिस को अब भी इन पांच अहम सुरागों की तलाश-

-श्रद्धा का सिर 
-बॉडी के सारे टुकड़े और इनकी डीएनए रिपोर्ट 
-आरी, जिससे कत्ल किया था
-श्रद्धा के कपड़े, जो कत्ल के वक्त पहने थे
-श्रद्धा का मोबाइल 

आफताब कितना शातिर है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पॉलीग्राफ टेस्ट में भी उसने पुलिस को चकमा दे दिया. वह कई सवालों पर चुप रहा. कई सवाल टाल गया. कई सवालों के आधे-अधूरे जवाब दिए तो कई सवालों पर मुस्कुराता रहा. अब पुलिस बचे हुए सवालों के लिए सोमवार को पॉलीग्राफ टेस्ट कराएगी. वहीं सूत्रों की मानें तो आफताब का 5 दिसंबर को नार्को टेस्ट कराया जा सकता है. 

तिहाड़ में कड़ी सुरक्षा में आफताब

आफताब जैसे कैदी को लेकर पहले ही तिहाड़ जेल प्रशासन तैयार था. उसकी सुरक्षा भी अहम मुद्दा है. इसलिए तिहाड़ जेल ने सारे एहतियाती इंतजाम किए हैं. सुरक्षा के लिहाज से उसको अलग सेल में रखा गया है. ये ऐसी सेल है, जिसमें उसके साथ कोई कैदी नहीं है. सेल के बाहर हर वक्त एक पुलिसकर्मी तैनात रहता है, जो उस पर नजर रखता है. ये वो सेल होती है, जिससे कैदी को जल्दी नहीं निकाला जाता. तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरे की भी आफताब पर नजर है. आफताब को खाना देने से पहले उसकी भी जांच की जाती है. 

जेल में आराम से कटी पहली रात

जेल में आफताब की पहली रात आराम से कटी. जेल सूत्रों की मानें तो आफताब चैन से सोता रहा. इससे पहले थाने की हवालात में भी वो हर वक्त बेफिक्र सोता रहता था. यही सिलसिला तिहाड में भी जारी रहा. आफताब केस की सुनवाई भी शनिवार को खास अंदाज में हुई. पुलिस ने जज से गुजारिश की कि अस्पताल में ही स्पेशल कोर्ट लगाकर सुनवाई कर ली जाए. इस पर जज राजी हो गए और अस्पताल पहुंच गए, जहां सुनवाई के बाद आफताब को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का फैसला किया गया.

लड़की तक पहुंची पुलिस

केस में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने और पुख्ता सबूत पाने की है. ऐसे में पुलिस हर उस शख्स तक पहुंच रही है, जो आफताब से जाने-अनजाने में मिला या मिली थी. इसी कोशिश में पुलिस एक ऐसी लड़की तक पहुंची, जो आफताब के बारे में काफी कुछ बता सकती है. असल में आफताब डेटिंग एप का इस्तेमाल करता था. इसके जरिये उसने कई लड़कियों को दोस्त बनाया था. उसने डेटिंग एप से कॉन्टेक्ट में आई एक लड़की को अपने घर पर बुलाया था. पुलिस ने उस लड़की की पहचान कर ली है. ये लड़की पेशे से साइकोलॉजिस्ट है. पुलिस इससे पूछताछ कर चुकी है और माना जा रहा है कि उसने आफताब के बारे में अहम सुराग भी दिए हैं. 

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रविवार, 27 नवंबर 2022

समंदर में अब नहीं ढूंढा जाएगा श्रद्धा का मोबाइल, अब आफताब की 'हिस्ट्री' खंगाल रही पुलिस

देश को दहला देने वाले श्रद्धा मर्डर केस का हर राज खोलने के लिए दिल्ली पुलिस कई शहरों में खाक छान रही है. हर कड़ी को जोड़ने की कोशिश की जा रही है. ऐसे में पुलिस हर उस जगह पहुंची है, जहां श्रद्धा और आफताब गए थे. इस कड़ी में दिल्ली पुलिस की एक टीम मुंबई के वसई भी पहुंची है. यहां भायंदर की खाड़ी में श्रद्धा के मोबाइल की तलाश कर रही पुलिस को कुछ नहीं मिला है. जिसके बाद यहां तलाशी रुक गई है. वहीं कल सोमवार को आऱोपी को एक बार फिर पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए ले जाया जाएगा. जहां उससे शेष सवाल किए जाएंगे. 

मुंबई पहुंची दिल्ली पुलिस की टीम ने बताया कि भायंदर की खाड़ी में डायवर (तैराक) के जरिये पहले ही दिन बताये गए स्पॉट पर पूरी छानबीन की गई थी, लेकिन कुछ हासिल नही हुआ. अब दोबारा खाड़ी में तलाशी का फिलहाल कोई प्लान नहीं है. क्योंकि समुद्र विज्ञान के जानकार लोगों की सलाह ली गयी है. श्रद्धा का जो मोबाइल फ़ोन आफ़ताब ने कथित तौर पर खाड़ी में फेंका था, उसका अब उसी जगह पर होना नामुमकिन है.  

पुलिस ने बताया कि वसई शिफ्ट करने के दौरान आफताब ने 37 सामान दिल्ली भेजे, लेकिन 2 अलमारी और एक फ्रिज यहीं बेच दिया था. आफताब और श्रद्धा को उत्तर भारत घूमने जाना था. पैसों की किल्लत थी, इसलिए उन्होंने गैर जरूरी बड़े सामानों को बेच दिया था. मामले की जांच के दौरान अभी तक 20 लोगों के बयान लिये गए हैं. जिसमें 18 लोगों के बयान केस से रिलेवेंट हैं. साथ ही इस बात की पुष्टि भी पुलिस ने की है कि आफताब के पुराने रिकॉर्ड सहित उसके ढाई-3 साल के इतिहास को खंगाला जा रहा है ताकि कोर्ट मे परिस्थितियों के मुताबिक केस को मजबूती मिल सके. 

जेल प्रशासन ने बताया आफताब का हाल

तिहाड़ PRO धीरज माथुर ने बताया कि आफताब तिहाड़ जेल नंबर 4 में है. उसे कल सेहत संबंधित कोई दिक्कत नहीं है. कल जब आया था, तब भी हेल्थ चेकअप किया गया और आज भी किया गया. इसको बाकी लोगों से अलग रखा गया है. 24 घंटे इस पर CCTV मोनिटरिंग है. उन्होंने बताया कि जेल सुपरिटेंडेंट को कोर्ट से ऑर्डर मिला है कि आफताब को 28, 29 और 5 तारीख को डायरेक्टर FSL रोहणी के सामने पेश किया जाए. तो कल इसको पेश किया जाएगा. 3 बटालियन दिल्ली पुलिस इसको कल डायरेक्टर FSL के सामने पेश कराएंगे.

पॉलीग्राफ टेस्ट में पूछे जाएंगे शेष सवाल

FSSL के सहायक निदेशक व पीआरओ संजीव गुप्ता ने बताया कि आफताब का कल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में पॉलीग्राफ टेस्ट किया जाएगा. पॉलीग्राफ टेस्ट में कई सेशन होते हैं, जो शेष बचे थे, वही कल पूरे किए जाएंगे. पिछला सेशन जब हुआ था, तो सेहत संबंधित परेशानी थी. इस वजह से कुछ रह गया था. नार्को टेस्ट के लिए हमारा लैब और हमारी तैयारी पूरी है. ये कब होगा, इसकी जानकारी हमें नहीं है. अफताब टेस्ट के दौरान सहयोग कर रहा है या नहीं, ये हम जांच एजेंसी को ही बताएंगे, ये गोपनीय मामला है.

13 दिन की न्यायिक हिरासत में आफताब 

बता दें कि श्रद्धा केस का आरोपी आफताब 13 दिन की न्यायिक हिरासत पर तिहाड़ जेल में पहुंच चुका है. यहां भी वो तनाव रहित और बेफिक्र दिखा. दिल्ली पुलिस सबूत जुटाने के लिए तनाव के दौर से गुजर रही है, जबकि लॉकअप से तिहाड़ तक आफताब तनाव से दूर नजर आ रहा है. जेल में आफताब की पहली रात आराम से कटी. जेल सूत्रों की मानें तो आफताब चैन से सोता रहा. इससे पहले थाने की हवालात में भी वो हर वक्त बेफिक्र सोता रहता था. यही सिलसिला तिहाड़ में भी जारी रहा.

पुलिस को अभी आफताब पर शिकंजा कसने के लिए कई सबूत तलाशने होंगे. जिन सबूतों से सबसे बड़ी मदद मिल सकती थी वो अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं. इनमें शामिल हैं-

-श्रद्धा का सिर 
-बॉडी के सारे टुकडे और इनकी डीएनए रिपोर्ट 
-आरी जिससे कत्ल किया था
-श्रद्धा के कपड़े, जो कत्ल के वक्त पहने थे
-श्रद्धा का मोबाइल

अस्पताल से हुई थी केस की सुनवाई 

गौरतलब है कि श्रद्धा केस की सुनवाई भी शनिवार को खास अंदाज में हुई. पुलिस ने जज से गुजारिश की कि अस्पताल में ही स्पेशल कोर्ट लगाकर सुनवाई कर ली जाए. इस पर जज राजी हो गए और अस्पताल पहुंच गए जहां सुनवाई के बाद आफताब को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का फैसला किया गया. जिसके बाद शनिवार को ही आफताब को तिहाड़ में ट्रांसफर कर दिया गया था. उसे एक अलग सेल में रखा गया है.

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जनपद में लगातर बढ़ा रहा प्रदूषण का ग्राफ, 305 रहा एक्यूआई

पिछले कई दिनों से जनपद में लोग राहत की सांस ले रहे थे। इस बीच हवा काफी हद तक साफ सुथरी हो गई रही थी, लेकिन दो तीन दिनों राहत के बाद एक बार फिर प्रदूषण के ग्राफ मे इजाफा हुआ है। सुबह के समय जनपद में एक्यूआई 302 रहा जो खतरनाक स्तर पर है। शाम के समय एक्यूआई 3 अंक बढ़कर 305 पहुंच गया। जो सांस रोगियों के लिए बहुत ही नुकसानदायक है।

रविवार को सुबह के समय वायु में प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा। जो बढ़ कर शाम तक खतरनाक स्तर पार कर गया। इस दौरान हवा भी गुम रही। जिसके चलते लोगों को सांस लेने में दिक्कते आई और सुबह व्यायाम करने में भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। दोपहर के समय धूप निकली तो प्रदूषण का स्तार भी घटा, लेकिन दोपर तीन बजे के बाद से शाम 5 बजे तक वायु प्रदूषण का ग्राफ 3 अंक बढ़कर 305 एक्यूआई पहुंच गया। जो खरतनाक है। अभी हांलाकि शहर की आबो हवा रेड जोन से बाहर है, लेकिन हवा नहीं चलने से लोगों प्रदूषण एक बार फीर बढ़ने लगा है। प्रदूषण विभाग भी इस बीच सुस्त नजर आ रहा है। विभाग लगातार लापरवाही कर रहा है। तीन चार दिन से तेज हवा चलने से वायु प्रदूषण में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। विभाग ने भी नगर में पानी का छिड़काओं कराना बंद कर दिया। नगर में मेरठ रोड, जानसठ रोड, भोपा रोड आदि पर लगातार पानी के छिडकाओं की जरूरत पड़ती है, लेकिन तीन चार दिनों से किसी भी रोड पर कोई पानी का टैंकर नहीं दिखाई दिया। जिससे तेज गति से चलने वाले बड़े वाहनों के धुएं व धूल कणों का गुबार बन रहा है। जो स्मॉग के रूप में लोगों का जीना मुहाल कर रहा है।

हवा चलने से वातावरण साफ हो गया था, लेकिन दो दिन से वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। दो दिनों से 300 के पार एक्यूआई दर्जी की गई। जनपद में अभी भी दिन रात उद्योगों का निरीक्षण किया जा रहा है। कई लापरवाई नहीं है। शिकायत मिलने पर सील बंद कार्रवाई की जा रही है।

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टॉस में देरी, 2 बार घटे ओवर और सूर्या का मैजिक, भारत-न्यूजीलैंड के रद्द मैच में क्या हुआ?

भारत और न्यूजीलैंड के बीच रविवार को खेला जाने गया दूसरा एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच लगातार बारिश के कारण रद्द करना पड़ा. न्यूजीलैंड की टीम तीन मैच की श्रृंखला में 1-0 से आगे चल रही है. सीरीज का तीसरा और अंतिम मैच मुकाबला बुधवार 30 नवंबर को क्राइस्टचर्च में खेला जाएगा. 

भारत अब तीन मैच की श्रृंखला जीत नहीं सकता लेकिन अंतिम एकदिवसीय मुकाबले में जीत के साथ श्रृंखला बराबर करने की कोशिश करेगा. रविवार को अधिकतर समय बारिश होती रही या मैदान गीला रहा जिसके कारण दो बार मैच शुरू होने के बावजूद सिर्फ 12.5 ओवर का खेल हो पाया जिसमें भारत ने एक विकेट पर 89 रन बनाए.

दूसरी बार मैच जब रोका गया तो दोबारा शुरू नहीं हो पाया. इस समय सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल 42 गेंद में चार चौकों और एक छक्के से 45 रन बनाकर खेल रहे थे जबकि सूर्य कुमार यादव 25 गेंद में तीन छक्कों और दो चौकों की मदद से 34 रन बनाकर उनका साथ निभा रहे थे.


बारिश के कारण टॉस में लगभग 15 मिनट का विलंब हुआ लेकिन मैच समय पर शुरू हुआ. आसमान में छाए बादलों के बीच न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. गिल और कप्तान शिखर धवन (03) की सलामी जोड़ी ने जब 4.5 ओवर में बिना विकेट खोए 22 रन बनाए थे तब बारिश आ गई और लगभग चार घंटे तक खेल रुका रहा.

दो बार रोका गया था मैच

खेल दोबारा शुरू होने पर मैच को 29 ओवर का कर दिया गया. भारत ने खेल दोबारा शुरू होने पर दूसरी ही गेंद पर धवन का विकेट गंवा दिया जो मैट हेनरी की गेंद को मिड ऑन पर सीधे लॉकी फर्ग्युसन के हाथों में खेल बैठे. गिल शुरू से ही अच्छी लय में दिखे, उन्होंने हेनरी पर छक्का जड़ा जबकि सूर्य कुमार ने भी मिशेल सेंटनर और माइकल ब्रेसवेल की स्पिन छोड़ी पर छक्का जड़ने के बाद फर्ग्युसन की गेंद को भी छह रन के लिए दर्शकों के बीच भेजा.

इसके बाद बारिश के कारण दोबारा खेल रोकना पड़ा जो फिर से शुरू नहीं हो पाया और अंपायरों ने अंतत: मैच रद्द करने का फैसला किया. इससे पहले भारत ने दो बदलाव करते हुए शार्दुल ठाकुर की जगह दीपक चाहर जबकि संजू सैमसन की जगह दीपक हुड्डा को टीम में जगह दी थी. न्यूजीलैंड ने भी एक बदलाव किया और एडम मिल्ने की जगह माइकल ब्रेसवेल को अंतिम एकादश में शामिल किया. 

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कैंटर डिवाइडर तोड़ दो कारों से टकराया, दंपति व एक बच्ची की मौत

नई मंडी कोतवाली क्षेत्र में अनियंत्रित कैंटर डिवाइडर को तोड़ते हुए सामने से आ रही दो कारों में से टकरा गया। हादसे में एक कार में सवार पति-पत्नी व उनके भाई की दो वर्षीय बेटी की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दूसरी कार में सवार तीन लोग चोटिल हुए हैं। हादसा इतना जबरदस्त था कि कार अनियंत्रित होकर ट्रक में जा घुसी। पुलिस ने कटर मंगाकर घायलों को कार से बाहर निकाला।

शनिवार देर शाम नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के रथेड़ी बाईपास पर हरिद्वार की तरफ से आ रहा एक कैंटर अचानक डिवाइडर को तोड़कर सामने से आ रही दो कारों से टकरा गया। थाना प्रभारी महावीर सिंह चौहान ने बताया कि कैंटर डिवाइडर को तोड़ते हुए अचानक सामने से आ रही दो कारों से टकरा गया, जिसमें एक बच्ची, एक महिला व एक युवक की मौत हो गई। घायलों को अस्पताल भिजवाया गया। थाना प्रभारी नई मंडी महावीर सिंह चौहान ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त हो गई है। नूपुर अवस्थी व उसके पति आशीष अवस्थी निवासी रीवा मध्य प्रदेश हाल निवासी गौतमबुद्धनगर व उनके भाई दीपक अवस्थी की बेटी 2 वर्षीय कासमी की मौत हुई है, जबकि उनका भाई दीपक अवस्थी और उसकी पत्नी रत्ना त्रिपाठी घायल हुए हैं। ये सभी लोग हरिद्वार से नोएडा की तरफ जा रहे थे।

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शनिवार, 26 नवंबर 2022

'PTI के सदस्य पाकिस्तान की सभी असेंबली से इस्तीफा देंगे', इमरान खान का बड़ा ऐलान

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान शनिवार को एक विशाल रैली को संबोधित करने हेलीकॉप्टर से रावलपिंडी पहुंचे. उनके साथ डॉक्टरों की एक टीम भी मौजूद रही. इस दौरान उन्होंने देश की सभी असेंबली से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया. यहां उन्होंने जमकर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तान सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने खुद पर हुए हमले को लेकर फिर तीन लोगों जिम्मेदार बताया और कहा कि वो लोग फिर से मुझ पर हमला करने की फिराक में हैं. 

रैली को संबोधित करते हुए इमरान ने कहा कि मैं मौत से डरता नहीं, वो तभी आती है जब अल्लाह चाहता है. उन्होंने कहा कि वह अब इस निजाम (सिस्टम) का हिस्सा नहीं रहेंगे. हमारी पार्टी पीटीआई सभी असेंबली से इस्तीफा देगी. इसके लिए हम अपने सभी मुख्यमंत्रियों और संसदीय दल संग बैठक करेंगे. दरअसल, इमरान खान की पीटीआई पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान अक्यूपाइड कश्मीर (पीओके) और गिलगित-बाल्टिस्तान में सत्ता में है. 

इमरान ने कहा, "डर पूरे देश को गुलाम बना देता है. वह इसलिए आगे बढ़े, क्योंकि उन्होंने मौत को करीब से देखा है. यदि आप जीवन जीना चाहते हैं, तो मृत्यु के भय को छोड़ दें. राष्ट्र एक "निर्णायक बिंदु" और "चौराहे" पर खड़ा है, जिसके सामने दो रास्ते हैं - एक रास्ता आशीर्वाद और महानता का है जबकि दूसरा रास्ता अपमान और विनाश का है.

3 नवंबर को रैली के दौरान गोली लगने के बाद से ही 70 वर्षीय इमरान खान का इलाज चल रहा है. इसके बाद पहली बार वह किसी रैली को संबधित करने पहुंचे हैं. यहां रावलपिंडी में वे अपने समर्थकों के साथ पाकिस्तान की जनता से नए सिरे से आम चुनाव कराने की मांग को लेकर रैली को आगे जारी रखेंगे. 

न्यूज एजेंसी के मुताबिक पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अध्यक्ष खान यहां बरनी विश्वविद्यालय के हेलीपैड पर उतरे, जहां से वह रैली स्थल पहुंचे. पाकिस्तानी चैनल जियो टीवी ने शनिवार को बताया कि रावलपिंडी पुलिस ने पीटीआई के शीर्ष नेतृत्व को पत्र लिखकर पूर्व प्रधानमंत्री के लिए वीआईपी सुरक्षा प्रावधान के निर्देशों का कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. पत्र में कहा गया है कि खान को बुलेटप्रूफ जैकेट पहनने की, रैली स्थल के रास्ते में वाहन से बाहर नहीं निकलने और अपनी गतिविधियों को गुप्त रखने की भी सलाह दी गई है.

बताया गया है कि खान लाहौर में अपने जमान पार्क आवास से स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब एक बजे बुलेट प्रूफ वाहन से निकले. सुरक्षा के मद्देनजर उनके घर पहले  से ही बुलेटप्रूफ जैकेट भेजी गई थी. 

वहीं एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट में कहा गया कि पीटीआई नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों के काफिले हकीकी आज़ादी मार्च के लिए रावलपिंडी जा रहे हैं. पीटीआई महासचिव असद उमर ने कहा कि सभा "ऐतिहासिक" होगी. खान के समर्थक देश के कोने-कोने से इस्लामाबाद के जुड़वां बहन शहर रावलपिंडी पहुंचने के लिए आगे बढ़ रहे हैं, जहां ऐतिहासिक मरी रोड के बीच में सिक्स्थ रोड फ्लाईओवर पर एक मंच तैयार किया गया है.

पीटीआई के सीनेटर आजम खान स्वाति ने कहा कि 'हकीकी आजादी' आंदोलन अपने गंतव्य तक पहुंचने के रास्ते पर है. पीटीआई द्वारा अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर साझा किए गए एक वीडियो मैसेज में स्वाति ने कहा, "सत्ता परिवर्तन के सभी पात्रों को भगवान अपमानित करेगा और स्वतंत्रता आंदोलन का यह कारवां रुकने वाला नहीं है."

उधर, रावलपिंडी प्रशासन ने एक अधिसूचना जारी की है, जिसमें कहा गया है कि इंग्लैंड क्रिकेट टीम जल्द ही रावलपिंडी पहुंचेगी. इसलिए रैली समाप्त होने के बाद स्थल को पूरी तरह से खाली कर दिया जाए. 

बता दें कि क्रिकेटर से राजनेता बने पूर्व क्रिकेटर ने शुक्रवार को कहा था कि घायल होने के बावजूद वह देश की खातिर रावलपिंडी जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

खान ने अपने मैसेज में कहा था कि वह देश की वास्तविक आजादी के लिए लड़ रहे हैं और नए चुनावों की घोषणा होने तक संघर्ष जारी रहेगा. उन्होंने वर्तमान सरकार पर अर्थव्यवस्था को नष्ट करने और हार के डर से चुनाव से भागने का आरोप लगाया.

उन्होंने एक समाचार चैनल से कहा कि यदि चुनाव की घोषणा नहीं की गई और सरकार अगले अक्टूबर में समय पर आम चुनाव कराने के अपने रुख पर अड़ी रही तो जनता मौजूदा शासकों को बलपूर्वक बाहर कर देगी. उन्होंने कहा, "हकीकी आजादी आंदोलन आज (26 नवंबर) खत्म नहीं होगा, लेकिन तब तक जारी रहेगा जब तक न्याय नहीं मिल जाता."

उन्होंने विरोध आंदोलन के लिए जनता से गैरीसन सिटी पहुंचने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, “कल (शनिवार) रावलपिंडी जा रहे हैं क्योंकि यह देश में एक निर्णायक समय है. हम एक ऐसा देश बनना चाहते हैं जिसका कायदे आजम और अल्लामा इकबाल ने सपना देखा था."

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SSP ने पुलिस और फोर्स के साथ किया एरिया डोमिनेशन :खतौली उपचुनाव

SSP विनीत जायसवाल ने शनिवार को आगामी खतौली विधानसभा उप चुनाव के दृष्टिगत पुलिस व केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल के साथ थाना मंसूरपुर क्षेत्र में एरिया डोमिनेशन और मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए।

मतदान केन्द्र पर सुरक्षा का जायजा लेते SSP विनीत जयसवाल।
अफवाह फैलाने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई'
खतौली विधानसभा सीट पर आगामी 5 दिसंबर को उप चुनाव प्रस्तावित है। निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस और प्रशासन जुटा है। शनिवार को SSP विनीत जाय सवाल ने पुलिस व केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल के साथ खतौली विधानसभा स्थित थाना क्षेत्र मन्सूरपुर के संवेदनशील, रिहायशी व भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर फ्लैग मार्च करते हुए आम जन-मानस को सुरक्षा का एहसास कराया। फ्लैग मार्च के दौरान आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आमजन को स्वतंत्र व निष्पक्ष मतदान करने के लिए सुरक्षा का भरोसा दिया।

उन्होंने अवांछनीय और आपराधिक तत्वों में कानून का भय व्याप्त करने के लिए एरिया डोमिनेशन किया। एसएसपी ने लोगों से कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में सहयोग करने, चुनाव के दौरान किसी तरह की अफवाह पर विश्वास न करने, भयमुक्त होकर मतदान करने की अपील की,

साथ ही विधानसभा चुनाव में गड़बड़ी करने वालों, अफवाह फैलाने वालों पर सख्त वैधानिक कार्यवाही की भी चेतावनी दी। इस दौरान थाना प्रभारी मन्सूरपुर विजेन्द्र सिंह रावत, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल के अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहे।

फोर्स के साथ स्थलीय स्थिति का जायजा लेते एसएसपी।
आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन न होने पाए
SSP ने एरिया डोमिनेशन के बाद थानाक्षेत्र मन्सूरपुर के मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। साथ ही सम्बन्धित को निर्देशित किया कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किसी भी सूरत में न होने पाए तथा विधानसभा चुनाव निष्पक्ष व पारदर्शिता के साथ कराया जाए।

यदि किसी ने भी चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया जाता तो उसके खिलाफ नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जाए। उन्होंने हिस्ट्रीशीटर व सक्रिय अपराधियों की लगातार निगरानी रखने, अराजक तत्वों को चिन्हित करने एवं विगत निर्वाचनों के दौरान पंजीकृत अपराधों में संलिप्त अपराधियों का भौतिक सत्यापन कर उन पर प्रभावी निरोधात्मक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया।


UP: चूहे को नाले में डुबोकर मारा, FIR दर्ज, अब पोस्टमॉर्टम की तैयारी

डिप्टी एसपी (सिटी) आलोक मिश्रा ने कहा कि आरोपी को पुलिस स्टेशन बुलाया गया और शिकायत के आधार पर चूहे के शव को पोस्टमार्टम के लिए बदायूं के पशु चिकित्सालय भेज दिया गया है. हालांकि, वहां के कर्मचारियों द्वारा टेस्ट से इनकार करने के बाद, इसे बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) भेजा गया है.

आम तौर पर घरों में चूहे भगाने के लिए दवाएं डाली जाती हैं लेकिन सिर्फ मजे के लिए किसी जीव की हत्या कर देना क्रूर मानसिकता को दिखाता है. उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक शख्स ने कुछ ऐसा ही किया लेकिन अपनी इसी हरकत के चलते वह मुश्किल में फंस गया है.

पूंछ में पत्थर बांधकर नाले में फेंका
उत्तर प्रदेश के बदायूं में अनोखा मामला सामने आया है. यहां के थाने को शुक्रवार को एक असामान्य शिकायत मिली. शिकायत थी कि एक चूहे को डुबोने के आरोप में एक युवक के खिलाफ कार्रवाई की जाए. पुलिस के अनुसार मनोज कुमार नाम के युवक ने एक चूहे की पूंछ में पत्थर बांधकर उसे नाले में फेंक दिया था. इस घटना की सूचना एक पशु कार्यकर्ता विकेंद्र शर्मा ने दी, जो चूहे को बचाने के लिए नाली में घुस गए. हालांकि चूहे की कुछ ही देर में मौत हो गई.

दरअसल, आरोपी एक पुलिया पर कुछ बच्चों के साथ बैठकर एक चूहे की पूंछ में पत्थर बांधकर उसे परेशान कर रहा था कि इस बीच वहां से गुजर रहे पशु कार्यकर्ता विकेंद्र शर्मा ने उसे रोका. तभी आरोपी ने बड़ी बेरहमी से चूहे को पत्थर सहित नाले में फेंक दिया. बिकेंद्र ने नाले में घुसकर चूहे को बचाने की कोशिश की लेकिन वह मर चुका था. बिकेंद्र को इसपर इतना गुस्सा आया कि वह चूहे के शव के साथ थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज करा दी.

पोस्टमार्टम के लिए IVRI भेजा गया चूहे का शव
डिप्टी एसपी (सिटी) आलोक मिश्रा ने कहा कि आरोपी को पुलिस स्टेशन बुलाया गया और शिकायत के आधार पर चूहे के शव को पोस्टमार्टम के लिए बदायूं के पशु चिकित्सालय भेज दिया गया है. हालांकि, वहां के कर्मचारियों द्वारा टेस्ट से इनकार करने के बाद, इसे बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) भेजा गया है. उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

'लागू नहीं हो सकता पशु क्रूरता निवारण अधिनियम'
हालांकि, मिश्रा ने कहा कि चूंकि चूहा जानवरों की श्रेणी में नहीं आता है, इसलिए इस मामले में पशु क्रूरता निवारण अधिनियम लागू नहीं होता है. डीएसपी ने कहा कि इस मामले में कानूनी राय ली जा रही है और उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.


पंजाब: पठानकोट की पहाड़ीपुर पोस्ट पर दिखे 2 संदिग्ध, BSF ने की 7 राउंड फायरिंग    

पंजाब के पठानकोट की पहाड़ीपुर पोस्ट पर 2 संदिग्ध शख्स देखे गए, जिन पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने फायरिंग की, जिसके बाद दोनों पाकिस्तान की सीमा की ओर भाग गए.  

इसके अलावा पंजाब के ही अमृतसर में इंटरनेशनल बॉर्डर के पास शुक्रवार रात करीब 9 बजे पाकिस्तान की ओर से भारत आने वाली एक संदिग्ध उड़ने वाली ड्रोन जैसी चीज की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद बीएसएफ की डाओक सीमा चौकी की पार्टी ने उस फायरिंग की, जिसके बाद वो पाकिस्तान की ओर लौट गई. हालांकि तब तक उसे जवानों ने उसे नीचे गिरा लिया. रात करीब 9 बजकर 5 मिनट पर जवानों ने उसे बरामद कर लिया.
 

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तलाक की खबरों के बीच सानिया मिर्ज़ा का इमोशनल पोस्ट

Sania Mirza-Shoaib Malik: भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा और उनके पाकिस्तानी क्रिकेटर पति शोएब मलिक के बीच तलाक की खबरें जोर-शोर से चल रही हैं. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स में तो यहां तक दावा कर दिया गया है कि सानिया और शोएब के बीच आधिकारिक तौर पर तलाक हो चुका है. साथ ही दोनों अलग भी रहने लगे हैं.

हालांकि इस मामले में अब तक सानिया और शोएब की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है. मगर इसी बीच सानिया ने इंस्टाग्राम पर एक इमोशनल स्टोरी शेयर की है. इस पोस्ट ने तलाक की खबरों को और ज्यादा हवा दी है.

सानिया ने शेयर की इमोशनल इंस्टा स्टोरी

सानिया ने इंस्टा स्टोरी में लिखा है कि आप रोशनी और अंधेरे से मिलकर बने इंसान हैं. जब आपका दिल भारी हो या ऐसा कुछ महसूस करे, तो जरूरी है कि आप खुद को ब्रेक देना सीखें. यदि आप कभी कमजोर भी महसूस करते हैं, तो उस वक्त बेहद जरूरी है कि आप खुद को बेहद प्यार करना सीखें. सानिया की इस पोस्ट से लगता है कि कुछ ना कुछ बात तो जरूर है.

इंस्टाग्राम स्टोरी में सानिया ने पोस्ट शेयर कर लिखा, 'आप इंसान हैं. उजाले और अंधेरे से बने हैं. आप खुद से बेहद प्यार करें, जब आप थोड़ा नाजुक होने लगें. आप खुद को ब्रेक देना सीखें, तब जब आपका दिल भारी महसूस करता है.'

sania post

जल्द आ रहा है सानिया-शोएब का 'मिर्जा मलिक शो' 

बता दें कि सानिया मिर्जा 15 नवंबर को ही 36 साल की हुई हैं. इस मौके पर उनके पति शोएब ने भी उन्हें बर्थडे विश किया था. शोएब ने सानिया के साथ अपनी एक फोटो शेयर की थी. फोटो के साथ उन्होंने लिखा, 'जन्मदिन मुबारक हो सानिया मिर्जा, मैं आपके स्वस्थ और सुखी जीवन की कामना करता हूं. आपका दिन खुशियों के साथ बीते.'

साथ ही इससे पहले ही एक खबर सामने आई थी कि सानिया और शोएब का साथ में एक टॉक शो भी आने वाला है. यह शो एक पाकिस्तान चैनल पर आएगा. इसी चैनल ने सानिया और शोएब का एक पोस्टर भी शेयर किया था. इस नए प्रोग्राम का नाम 'मिर्जा मलिक शो' रखा है. इन दोनों ही वाकये के बाद फैन्स को लगा कि शायद तलाक वाली बात गलत है. मगर अब सानिया की पोस्ट ने फिर फैन्स को असमंजस में डाल दिया है.

कब खत्म होगा सानिया-शोएब के तलाक का सस्पेंस?

फैन्स के बीच यह सस्पेंस बढ़ गया है कि क्या सच में पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स सच हैं कि सानिया और शोएब के बीच तलाक हो गया है? या फिर नए टॉक शो का कोई प्रमोशन या अफवाह है?

अब यह सस्पेंस शायद तभी खत्म हो सकता है, जब 'मिर्जा मलिक शो' रिलीज हो जाए. या फिर सानिया और शोएब सामने आकर कोई स्पष्टिकरण दें. बता दें कि सानिया-शोएब की शादी 2010 में हुई थी. दोनों का एक बेटा इजहान मिर्जा मलिक भी है.

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शुक्रवार, 25 नवंबर 2022

"मैं मॉडर्न जमाने का अभिमन्यु, चक्रव्यूह से निकलना जानता हूं" : केजरीवाल

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव के लिए चार दिसंबर को मतदान है और साथ ही गुजरात में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी तपिश गर्म है. ऐसे में दिल्ली के सियासी मिजाज को समझने के लिए आजतक ने 'एमसीडी पंचायत' कार्यक्रम रखा. इस कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शिरकत की. वह बोले कि बीजेपी ने मुझे फंसाने के लिए गुजरात के साथ दिल्ली एमसीडी चुनाव कराया, लेकिन मैं नए जमाने का अभिमन्यू हूं. 

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक बात को साफ है कि बीजेपी अगर किसी से डरती है तो सिर्फ आम आदमी पार्टी से. उन्होंने कहा कि गुजरात के साथ ही दिल्ली में एमसीडी चुनाव कराया. इन लोगों ने हमे चक्रव्यूह में फंसाने की कोशिश की, लेकिन मैं मॉर्डन जमाने का अभिमन्यु हूं. वो अभिमन्यूह चक्रव्यूह में फंस गया था, लेकिन मुझे इनके चक्रव्यूह से निकलना आता है.

गुजरात चुनाव पर क्या बोले केजरीवाल?

केजरीवाल ने कहा कि गुजरात के लोगों ने बहुत प्यार दिया. माहौल है, ऐसा लगता है कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी. मेरे लिए गुजरात और दिल्ली दोनों ही जगह के लोग हमारे हैं. हम दिल्ली भी जीतेंगे और गुजरात में भी सरकार बननी चाहिए. एमसीडी का चुनाव  अगर अप्रैल में होते तो बीजेपी की 60 से 67 सीटें आ रही थी, लेकिन अब उनकी बीस से कम सीटें आ रही है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि छह महीने में बीजेपी के लोगों ने जो गंध मचाया, उससे बीजेपी का ही नुकसान हुआ है. मनीष सिसोदिया के ऊपर आरोप लगाए और सत्येंद्र जैन को जेल में डाल दिया. निगेटिव राजनीतिक को लोग पसंद नहीं करते हैं. इसीलिए बीजेपी गुजरात भी हारेगी और दिल्ली में तो हार ही रहे हैं.

सुकेश को स्टार प्रचारक बनाए बीजेपी- केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एमसीडी में 15 साल से बीजेपी है और गुजरात में 27 साल से बीजेपी है. गुजरात और दिल्ली एमसीडी में इन्होंने जो काम किए हैं, उसपर जब लोग उनसे रिपोर्ट कार्ड मांगते हैं तो ये लोग सुकेश चंद्रशेखर की चिट्ठी लेकर आते हैं. सुकेश वो भाषा बोल रहा है जो बीजेपी के नेता बोलते हैं. सुकेश को इन्हें गुजरात में अपना स्टार प्रचारक बना देना चाहिए. उसे राष्ट्रीय अध्यक्ष क्यों नहीं बना देते. क्या पता उसी के दम पर उन्हें वोट मिल जाए.  देश के जितने बड़े ठग हैं वो सभी एक पार्टी में जाते हैं. वो पार्टी उन्हें संरक्षण देती है और हमारा उससे क्या लेना देना. 

केजरीवाल ने कहा, 'मैं छाती चौड़ी करके कहता हूं कि मैं कट्टर ईमानदार हूं.' उन्होंने कहा कि ये लोग कभी शराब घोटाले की बात करते हैं. कभी बस घोटाले की बात करते हैं. रोज ये लोग बस झूठे आरोप लगाते हैं. अब मुझ पर इतने आरोप लग रह हैं. मुझे सीबीआई ईडी दे दो. आधे से ज्यादा बीजेपी नेता जेल में होंगे. 

केजरीवाल ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने दस लाख करोड़ का कर्जा माफ कर दिया. फ्री में तो नहीं किया होगा. ये लोग विजय माल्या को देश से भगा देते हैं. मोरबी के हत्यारों को बचाते हैं. वहीं जो गरीबों का भविष्य बनाने की कोशिश करते हैं उस मनीष को भ्रष्टाचारी कहते हैं. आप भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं लड़ रहे केजरीवाल के खिलाफ लड़ रहे हैं. 

'देश को डबल इंजन नहीं, नए इंजन की सरकार चाहिए'

दिल्ली के सीएम ने कहा कि देश की सियासत बदल रही है. देश के लोगों को अब डबल इंजन की सरकार नहीं चाहिए बल्कि अब नए इंजन की सरकार चाहिए. इनके दोनों इंजन कोयले से चलते हैं जबकि नया इंजन तो बिजली से चलता है. नई विचारधारा, नए चेहरे हैं और नया एजेंडा. ठंडी हवा के झोंके जैसे हैं हम.

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यूपी नगर निकाय चुनाव: इस फार्मूले पर हो सकता है बदलाव, लखनऊ, कानपुर और गाजियाबाद मेयर सीट हो सकती है अनारक्षित

यूपी में निकाय चुनाव की अधिसूचना से पहले सीटों के आरक्षण की प्रक्रिया पर मंथन का दौर शुरू हो गया है। मेयर और चेयरमैन की सीटों का आरक्षण चक्रानुक्रम व्यवस्था के आधार पर होना है। इस हिसाब से मेयर सीटों का आरक्षण होने पर लखनऊ, कानपुर व गाजियाबाद की सीट अनारक्षित होने की संभावना जताई जा रही है।

प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर वार्ड आरक्षण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। सीटों के आरक्षण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शासन स्तर पर मेयर की सीटों को आरक्षित करने को लेकर मथापच्ची चल रही है। अभी तक जो फार्मूला तय किया गया है उसके आधार पर सीटों का आरक्षण इस बार चक्रानुक्रम पर किया जाना है। इसके मुताबिक जो सीट वर्ष 2017 के चुनाव में आरक्षित थी उसमें बदलाव होना तय बताया जा रहा है।

चक्रानुक्रम आरक्षण फार्मूले के मुताबिक सबसे पहले कोई भी सीट महिला एससी के लिए आरक्षित होती है। इसके बाद चरणवार एससी, ओबीसी महिला, ओबीसी, महिला और इसके बाद अनारक्षित वर्ग में सीटें रखी जाती हैं। वर्ष 2017 के चुनाव में लखनऊ, कानपुर व गाजियाबाद की सीटें महिला के लिए आरक्षित थीं। इसीलिए इस बार यह सीटें अनारक्षित श्रेणी में रखे जाने की संभावना जताई जा रही है।

सूत्रों की मानें तो नगर विकास विभाग ने सीटों के आरक्षण का प्रारूप तैयार कर लिया है। उच्च स्तर पर जल्द ही इसे प्रस्तुत किया जाएगा। वहां से दिशा-निर्देश मिलने के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। सबसे पहले वार्डों का आरक्षण की अधिसूचना जारी होगी और इसके बाद सीटों के आरक्षण की जारी होगी।

क्या है संभावित

मथुरा ओबीसी
मेरठ एससी
फिरोजाबाद व वाराणसी ओबीसी
सहारनपुर और गोरखपुर महिला
लखनऊ, कानपुर और गाजियाबाद अनारक्षित
आगरा, प्रयागराज, बरेली और मुरादाबाद एससी महिला
अलीगढ़, झांसी और अयोध्या महिला
शाहजहांपुर नई नगर निगम एससी महिला

वर्ष 2017 में कौन कहां जीता
अलीगढ़ व मेरठ                       बसपा
इसके अलावा अन्य सभी पर       भाजपा    

वर्ष 2017 में आरक्षित हुईं

मथुरा एससी
मेरठ एससी महिला
फिरोजाबाद व वाराणसी ओबीसी महिला
सहारनपुर व गोरखपुर ओबीसी
लखनऊ, कानपुर और गाजियाबाद महिला
आगरा, प्रयागराज, बरेली, मुरादाबाद, अलीगढ़, झांसी और अयोध्या अनारक्षित

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भैंसा बुग्गी से टकराया बाइक सवार युवक, मौत

शुक्रवार सुबह सरधना-दौराला मार्ग पर अलीपुर गांव के निकट भैंसा बुग्गी से टकराकर एक बाइक सवार युवक की मौत हो गई। युवक दौराला की तरफ जा रहा था। सूचना पर पहुंचे परिजन बिना किसी कार्रवाई के शव अपने साथ ले गए।

मिली जानकारी के अनुसार, दभैड़ी मुजफ्फरनगर निवासी नदीम शुक्रवार सुबह बाइक पर सवार होकर हर्रा से दौराला जा रहा था। जैसे ही वह अलीपुर गांव के निकट पहुंचा तो सामने से आ रहे भैंसा बुग्गी से उसकी जोरदार भिड़ंत हो गई। गंभीर रूप से घायल हुए नदीम को राहगीर तुरंत अस्पताल लेकर भागे, लेकिन उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक की शिनाख्त होने पर परिजनों को सूचना दी। परिजन आए और बिना किसी कार्रवाई के शव अपने साथ ले गए।

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गैंगस्टर कोर्ट ने अभियुक्त को सुनाई सजा

ई रिक्शा व बैट्री चोरी के मामले में गैंगस्टर कोर्ट ने एक अभियुक्त को 3 वर्ष व 3 माह की सजा सुनाई है। कोर्ट ने अभियुक्त पर 5 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया है।

शहर कोतवाली पुलिस ने आरोपी साबिर उर्फ घोडा निवासी कबाडी बाजार नजीजाबाद हाल पता शाहबुद्दीन पुर रोड, नदीम उर्फ बोना निवासी कबाडी बाजार नजीजाबाद, सलमान निवासी मिमलाना रोड व बिलाल निवासी बघरा तितावी के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। इस मामले की सुनवाई गैंगस्टर कोर्ट के न्यायाधीश कमलापति की कोर्ट में चल रही थी। शुक्रवार को कोर्ट ने सुनवाई करते हुए साबिर उर्फ घोडा को 3 वर्ष 3 माह की सजा व 5 हजार रुपए के अर्थदंड से दंडित किया है। आरोपी बिलाल को पहले ही सजा हो चुकी है, जबकि सलमान व नदीम का मामला कोर्ट में विचाराधीन चल रहा है।

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राहुल की यात्रा से पहले राजस्थान कांग्रेस में बढ़ी कलह, 'गद्दार' वाले बयान पर घिरे गहलोत

भारत जोड़ो यात्रा के बीच कांग्रेस के सामने राजस्थान संकट फिर खड़ा हो गया है. राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट की रार एक और कदम आगे बढ़ गई है. गहलोत ने अब सचिन पायलट को गद्दार कहा और बोले कि वो (पायलट) कभी राज्य के सीएम नहीं बन सकते. गहलोत के इस बयान के बाद सचिन पायलट ने भी पलटवार किया. इतना ही नहीं कांग्रेस से जुड़े अन्य लोगों ने गहलोत के इस्तीफे की मांग तक उठा दी.

बता दें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा फिलहाल मध्य प्रदेश के खरगोन में है. मध्य प्रदेश से होते हुए यात्रा राजस्थान के कोटा में एंट्री करेगी.

सबसे पहले बात करते हैं गहलोत के बयान की. गुरुवार को एक निजी मीडिया चैनल से बात करते हुए गहलोत ने कहा, 'विधायक किसी ऐसे को कैसे स्वीकार कर सकते हैं जिसने विद्रोह किया हो, जिसे गद्दार करार दिया गया हो. वह सीएम कैसे बन सकता है? विधायक ऐसे शख्स को सीएम के रूप में कैसे स्वीकार कर सकते हैं. मुझपर सबूत हैं कि विधायकों को 10-10 करोड़ रुपये बांटे गए थे, ताकि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को गिराया जा सके.'

पायलट बोले- झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाने की जरूरत नहीं

गहलोत के इस बयान के बाद हलचल राजस्थान के साथ-साथ दिल्ली में भी देखने को मिली. सबसे पहले इसपर सचिन पायलट की ही प्रतिक्रिया आई. उन्होंने कहा, 'मैंने अशोक गहलोत की बात सुनी. पहले भी उन्होंने बहुत बातें मेरे बारे में बोली हैं. इस प्रकार के झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाने की आज जरूरत नहीं है. आज जरूरत इस बात की है कि हम कैसे पार्टी को मजबूत करें.'

पायलट ने यह भी कहा कि गहलोत सीनियर और अनुभवी नेता हैं. मुझे नहीं पता कि कौन उनको मेरे बारे में झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाने की सलाह दे रहा है. पायलट ने आगे कहा कि आज भारत जोड़ो यात्रा को सफल बनाने की जरूरत है. वह यह भी बोले कि जब मैं प्रदेश में पार्टी अध्यक्ष था तब राजस्थान में बीजेपी बुरी तरह हारी थी. बावजूद इसके कांग्रेस अध्यक्ष ने गहलोत को दूसरा मौका देते हुए सीएम बनाया था. आज हमें फिर इस बात की तैयारी करनी चाहिए कि कैसे राजस्थान में चुनाव जीता जाए.

जयराम रमेश की भी प्रतिक्रिया आई

बढ़ते विवाद के बीच कांग्रेस सांसद जयराम रमेश की भी प्रतिक्रिया आई. वह बोले कि अशोक गहलोत एक वरिष्ठ और अनुभवी राजनीतिक नेता हैं. उन्होंने अपने युवा सहयोगी सचिन पायलट के साथ जो भी मतभेद व्यक्त किए हैं, उन्हें हल किया जाएगा, और पार्टी को मजबूत किया जाएगा.

दूसरी तरफ गहलोत के बयान को गांधी परिवार और कांग्रेस आलाकमान के खिलाफ कदम भी बताया जाने लगा. गहलोत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि यह बयान पायलट के खिलाफ नहीं कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ है. गांधी परिवार के खिलाफ हैं. हम अनुरोध करते हैं कि गहलोत जी त्याग पत्र दें.

गहलोत के ताजा बयान को कांग्रेस आलाकमान के खिलाफ माना जा रहा है. क्योंकि सचिन पायलट की विश्वसनीयता पर अशोक गहलोत ने तब सवालिया निशान लगाया है जब सचिन भारत जोड़ो यात्रा में राहुल और प्रियंका के साथ नजर आए हैं. अशोक गहलोत भी गुजरात में राहुल गांधी का स्वागत करते और मंच साझा करते नजर आए थे. इंदिरा गांधी की जयंती पर दिल्ली में उन्होंने कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया था, लेकिन गांधी परिवार उनसे खिंचा-खिंचा सा नजर आ रहा था.

इस बीच राजस्थान इंचार्ज अजय माकन ने चिट्ठी लिखकर कांग्रेस अध्यक्ष को यह बताने की कोशिश की है कि बागियों को उनके किए की सजा अभी तक नहीं मिली है. यहां बागियों से मतलब उन नेताओं से है जिन्होंने सितंबर में सचिन पायलट को राजस्थान की कमान देने का विरोध किया था और गहलोत का समर्थन किया था. इन विधायकों ने अजय माकन पर पायलट की साइड लेने का आरोप भी लगाया था.

गहलोत के बयान के बाद राजस्थान में भी फिर से राजनीतिक बवंडर आ गया है. पहले गहलोत खेमे में रहे मंत्री राजेन्द्र गुढा ने कहा कि पायलट के पास 90 विधायक हैं तो पायलट समर्थक मंत्री हेमाराम चौधरी ने पायलट को सीएम बनाने की मांग की है.

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